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विदेशी मुद्रा रोष

विदेशी मुद्रा रोष
यदि भारत के पास भुगतान के लिए पर्याप्त विदेशी मुद्रा उपलब्ध है तो, सरकार जरूरी सैन्य सामान को तत्काल खरीदने का निर्णय ले सकती है।

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विदेशी मुद्रा भंडार लुढ़क कर पहुंचा 23 महीने के न्यूनतम स्तर पर, गोल्ड रिजर्व की वैल्यू भी घटी

Kavita Singh Rathore

राज एक्सप्रेस। देश में जितना भी विदेशी मुद्रा भंडार और स्वर्ण भंडार जमा होता विदेशी मुद्रा रोष है, उसके आंकड़े समय-समय पर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी किए जाते हैं। इन आंकड़ों में हमेशा ही उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है। विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) में एक बार फिर गिरावट का दौर लगातार जारी है। इस गिरावट के साथ यह 23 महीने के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया है। वहीं, स्वर्ण भंडार (Gold Reserves) का हाल भी कुछ ऐसा ही रहा है। इस बात का खुलासा RBI द्वारा जारी किए गए ताजा आंकड़ों से होता है। बता दें, यदि विदेशी मुद्रा परिस्थितियों में बढ़त दर्ज की जाती है तो, कुल विदेशी विनिमय भंडार में भी बढ़त दर्ज होती है।

दो साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंचा देश का विदेशी मुद्रा भंडार

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यूक्रेन संकट के बाद से भारत का विदेशी मुद्रा भंडार में $80 बिलियन से अधिक की कमी दर्ज हुई है. अकेले वर्तमान हफ्ते में $ 2 बिलियन से ज्यादा की गिरावट सामने आई है. इसकी मुख्य वजह डॉलर के भाव को 80 रुपए प्रति डॉलर से ऊपर जाने से रोकने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से मुद्रा बाजार में डॉलर की बिकवाली को बताया जा रहा है. इसके साथ ही इसकी दूसरी वजह देश के चालू खाते के घाटा भी है, जिसकी वजह से देश का विदेशी मुद्रा रोकने में मदद नहीं मिल सकी. आरबीआई के ताजा आंकड़ों के मुताबिक 9 सितंबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार $ 2.234 बिलियन गिरकर $550.871 बिलियन ही रह गया है, जो एक सप्ताह पहले $553.105 बिलियन था. देश का विदेशी मुद्रा विदेशी मुद्रा रोष विदेशी मुद्रा रोष भंडार इस वक्त दो साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है.

Big News for India: विदेशीमुद्रा भंडार पहुंचा रिकॉर्ड ऊंचाई के विदेशी मुद्रा रोष करीब, 56.3 करोड़ डॉलर बढ़कर हुआ 590.028 अरब डॉलर

Edited by: India TV Paisa Desk
Updated on: May 22, 2021 18:55 IST

Big News for India Forex reserves near record high, jump USD 563 mn to USD 590.028 bn- India TV Hindi

Photo:FILE PHOTO

Big News for India Forex reserves near record high, jump USD 563 mn to USD 590.028 bn

नई दिल्‍ली। देश का विदेशी मुद्रा भंडार 14 मई, 2021 को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा रोष 56.3 करोड़ डॉलर बढ़कर 590.028 अरब डॉलर हो गया। रिजर्व बैंक के शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार 29 अप्रैल 2021 विदेशी मुद्रा रोष को समाप्त हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 590.185 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर था। सात मई 2021 को समाप्त विदेशी मुद्रा रोष सप्ताह में विदेशी मुद्राभंडार 1.444 अरब डॉलर बढ़कर 589.465 अरब डॉलर हो गया था।

पंजाब एंड सिंध बैंक को चौथी तिमाही में 161 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ

पंजाब एंड सिंध बैंक को मार्च 2021 में समाप्त हुई तिमाही में 160.79 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ। सरकारी बैंक ने शनिवार को नियामकीय सूचना में बताया विदेशी मुद्रा रोष कि उसे वित्त वर्ष 2019-20 की जनवरी-मार्च तिमाही में 236.30 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। वित्‍त वर्ष 2020-21 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में भी उसे 2,375.53 करोड़ रुपये का भारी भरकम शुद्ध घाटा हुआ था। पूरे वित्तीय वर्ष 2020-21 में बैंक को 2,732.90 करोड़ का शुद्ध घाटा हुआ, जो वित्तीय वर्ष 2019-20 में हुए 990.80 करोड़ रुपए के शुद्घ घाटे से कहीं ज्यादा है।

वित्‍त वर्ष 2020-21 की अंतिम तिमाही में बैंक की कुल आय वित्‍त वर्ष 2019-20 की इसी तिमाही के 8,826.92 करोड़ रुपये से 10.7 प्रतिशत गिरकर 7,876.72 करोड़ रुपये हो गई। बैंक की गैर निष्पादित संपत्तियां (एपीए) मार्च 2021 तिमाही में 13.76 प्रतिशत के ऊंचे स्तर पर बनी रही। मार्च 2020 तिमाही में एनपीए का स्तर 14.18 प्रतिशत था। मूल्य के लिहाज से वित्‍त वर्ष 2020-21 की समाप्ति पर यह 9,334 करोड़ रुपये था जबकि एक साल पहले यह 8,874.57 विदेशी मुद्रा रोष करोड़ रुपये था।

12 अरब डॉलर पहुंचा भारत का विदेशी मुद्रा भंडार, सर्वकालिक रिकॉर्ड उच्च स्तर पर

Published: October 23, 2020 10:36 PM IST

555.12 अरब डॉलर पहुंचा भारत का विदेशी मुद्रा भंडार, सर्वकालिक रिकॉर्ड उच्च स्तर पर

India Forex reserves: देश का विदेशी मुद्रा भंडार 16 अक्टूबर 2020 को समाप्त सप्ताह में 3.615 अरब डॉलर बढ़कर 555.12 अरब डॉलर की सर्वकालिक रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार इससे पूर्व नौ अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 5.867 अरब डॉलर बढ़कर 551.505 अरब डॉलर हो गया था.

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आंकड़ों के अनुसार, समीक्षाधीन अवधि में विदेशी मुद्रा भंडार में तेजी की प्रमुख वजह विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों (एफसीए) का पर्याप्त ढंग से बढ़ना है. यह कुल विदेशी मुद्रा भंडार का एक अहम हिस्सा है. इस दौरान एफसीए 3.539 अरब डॉलर बढ़कर 512.322 अरब डॉलर हो गया.

रिजर्व बैंक के आंकड़े के अनुसार समीक्षाधीन सप्ताह में देश का कुल स्वर्ण भंडार 8.6 करोड़ डॉलर बढ़कर 36.685 अरब डॉलर हो गया. इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से मिला विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 1.480 अरब डॉलर पर स्थिर बना रहा. आंकड़ों के अनुसार अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के पास जमा देश का विदेशी मुद्रा भंडार भी 1.1 करोड़ डॉलर घटकर 4.634 अरब डॉलर रह गया.

(इनपुट भाषा)

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Economic Crisis in China: भारत से पंगा लेने वाले चीन की हुई बुरी दुर्गति, दूसरे देशों को कर्जा देते-देते क्या हो गया कंगाल? हो सकती है श्रीलंका जैसी हालत

Economic Crisis in China: हालात अब ऐसे हो चुके हैं कि चीन का विदेशी मुद्रा भंडार भी खत्म हो चुका है। विशेषज्ञों की मानें तो अगर चीन में यह सिलसिला यूं ही जारी रहा, तो आगामी दिनों में चीन में भी श्रीलंका जैसी स्थिति देखने को मिल सकती है। हालांकि, अभी-भी चीन के कई इलाकों में शी जिनपिंग सरकार की कूनीतियों के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं।

नई दिल्ली। यह दुर्भाग्य है कि कभी-कभी किसी लोकतांत्रिक देश में भी सरकार अपने जेहन में यह मुगालते पाल बैठती हैं कि उनका शासन शाश्वत रहने वाला है, लिहाजा अब उन्हें अधिकार मिल गया है, कोई भी फैसला लेने का। उन्हें अधिकार है, देश की आर्थिक व्यवस्थाओं का पलीता लगाने का। उन्हें अधिकार विदेशी मुद्रा रोष है, लोगों के अधिकारों को कुचलने का। उन्हें अधिकार है, लोगों के भविष्य के साथ खेलने का। लेकिन वो कहते हैं ना कि किसी भी राजनीतिक व्यवस्था में अंतिम शासन व्यवस्था शक्ति अगर किसी के पास होती है, तो वो जनता होती है, लिहाजा अगर जनता का रोष अपने चरम पर पहुंच गया, तो जलजला उठाना तय विदेशी मुद्रा रोष माना जाता है, जैसा कि बीते दिनों श्रीलंका में देखने को मिला था। श्रीलंका में सरकार की कूनीतियों के खिलाफ जनता सड़क पर आ गई। सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। नतीजा यह हुआ रानिल विक्रमसिंघे से लेकर गोटबाया राजपक्षे तक को अपनी सत्ता गंवानी पड़ गई।

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