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शेयर मार्केट अकाउंट क्या है?

शेयर मार्केट अकाउंट क्या है?
आमतौर पर डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट एक साथ ही खोले जाते हैं। शेयरों में निवेश के लिए दोनों ही तरह के खाते जरूरी हैं। जब आप शेयरो को खरीदते हैं और उसे लंबे समय तक अपने पास रखना चाहते हैं तो आपको डीमैट अकाउंट की जरूरत पड़ती है। वहीं अगर आप बस शेयरों की ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो आपको ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत पड़ती है। अगर आप सिर्फ इंट्राडे शेयर ट्रेडिंग, फ्यूचर ट्रेडिंग, ऑप्शंस ट्रेडिंग और करेंसी ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो आपको सिर्फ डीमैट अकाउंट की जरूरत पड़ती है। आप चाहते तो दोनों तरह के खातों को एक दूसरे के बिना भी रख सकते हैं।

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शेयर बाजार में निवेश के लिए जरूरी है डीमैट खाता, जानिये क्या हैं इसके फायदे

शेयर बाजार में निवेश के लिए जरूरी है डीमैट खाता, जानिये क्या हैं इसके फायदे

TV9 Bharatvarsh | Edited By: सौरभ शर्मा

Updated on: Jul 03, 2022 | 8:20 AM

शेयर बाजार में निवेश के लिए सबसे जरूरी होता है कि निवेशक के पास उसका अपना एक डीमैट खाता हो. इसलिए कोई भी शख्स अगर बाजार में निवेश की योजना बनाता है तो पहले उसे डीमैट अकाउंट (Demat account) खुलवाना होता है. ऐसे में आपके मन में सवाल उठना तय है कि ये डीमैट अकाउंट होता क्या है, और इसके फायदे क्या है. दरअसल डीमैट को समझना, उसकी पूरी जानकारी रखना और सही ब्रोकर के साथ डीमैट खाता खुलवाना ही तय करता है कि आप आने वाले वक्त में बाजार (stock market) का कितना फायदा उठा सकते हैं. दरअसल डीमैट के साथ निवेश की लागत, समय के साथ मिलने वाली निवेश की सलाहें, और निवेश करने में आसानी जैसी कई बातें जुड़ी होती. ऐसे में आज हम आपको डीमैट अकाउंट से जुड़े कुछ अहम सवालों के जवाब दे रहे हैं जिससे आप इसका पूरा फायदा उठा सकें.

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शेयर बाजार में निवेश करने के लिए जरूरी हैं ये दो अकाउंट, जानिये डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट में क्या अंतर है?

ब्रोकिंग फर्म ट्रेडिंग की सुविधा के लिए तीन अकाउंट को लिंक करता है। पहला Demat Account दूसरा Trading Account और तीसरा Bank Account। ट्रेडिंग अकाउंट से ऑर्डर दिए जाते हैं। Demat Account सिक्योरिटी और बैंक अकाउंट कैश की जिम्मेदारी रखता है

नई दिल्‍ली, ब्रांड डेस्‍क। आज के माहौल में सिर्फ पारंपरिक निवेश के विकल्पों जैसे फिक्स्ड डिपॉजिट, पोस्ट ऑफिस की छोटी बचत योजनाएं, पब्लिक प्रोविडेंट फंड पर निर्भर रहना बेवकूफी है। बढ़ती महंगाई ना सिर्फ आपका मुनाफा खा रहा है बल्कि आपकी बचत में सेंध लगा रहा है। ऐसे में निवेशक को निवेश का ऐसा विकल्प चुनना चाहिए जो ना सिर्फ महंगाई को मात दे सके बल्कि आपको भविष्य को भी सुरक्षित कर सके। निवेश का यह विकल्प है स्टॉक मार्केट। तकनीक के इस दौर में शेयर मार्केट अकाउंट क्या है? शेयर बाजार में निवेश बहुत आसान हो गया। एक डीमैट अकाउंट खोलकर आप बाजार में ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं। बैंक खाते की तरह इसमें आपके शेयर जमा होते हैं।

कैसे होती शेयर मार्केट अकाउंट क्या है? है सिक्योरिटी की खरीद और बिक्री

ब्रोकिंग फर्म ट्रेडिंग की सुविधा के लिए तीन अकाउंट को लिंक करता है। पहला Demat Account, दूसरा Trading Account और तीसरा Bank Account। ट्रेडिंग अकाउंट से ऑर्डर दिए जाते हैं। Demat Account सिक्योरिटी और बैंक अकाउंट कैश की जिम्मेदारी रखता है। निवेश काफी अहम प्रक्रिया होती है और उसमें बड़े पैमाने पर कैश का इस्तेमाल शेयर मार्केट अकाउंट क्या है? होता है इसलिए तीनों चरणों को अलग अलग रखा गया है। जब कोई निवेशक कारोबार करना चाहता है तो पहले वो कैश को बैंक खाते से रिलीज करता है, जिसके बाद शेयर मार्केट अकाउंट क्या है? इस रिलीज की गई रकम के आधार पर ट्रेडिंग अकाउंट से ऑर्डर दिए जाते हैं। ऑर्डर पूरा होने पर खरीदी गई सिक्योरिटी को Demat Account में सुरक्षित कर लिया जाता है। वहीं बिक्री की स्थिति में पहले निवेशक डीमैट अकाउंट में उन सिक्योरिटी को चुनता शेयर मार्केट अकाउंट क्या है? है जिसे उसे बेचना हो, इसका बाद Trading Account में ऑर्डर का विकल्प दिखता है। शेयर की बिक्री का ऑर्डर ट्रेडिंग अकाउंट से दिया जाता है। डील पूरी होने पर डीमैट अकाउंट से सिक्योरिटी रिलीज कर उस अकाउंट में ट्रांसफर हो जाती है जिसने इन सिक्योरिटी को खरीदा है और वहां से मिला पैसा सिक्योरिटी बेचने वाले निवेशक के बैंक खाते में ट्रांसफर हो जाता है। देखने में ये काम काफी पेचीदा लगता है, लेकिन इसकी जिम्मेदारी ब्रोकर्स और डिपॉजिटरी के हाथ में होती है। निवेशक सिर्फ कुछ जानकारी भर कर और कुछ विकल्पों का चुनाव कर ये प्रक्रिया मिनटों में पूरी कर सकता है।

डीमैट अकाउंट क्या होता है? शेयरों को खरीदा और बेचा कैसे जाता है?

डीमैट अकाउंट क्या होता है? शेयरों को खरीदा और बेचा कैसे जाता है?

TV9 Bharatvarsh | Edited By: मनीष रंजन

Updated on: Oct 20, 2022 | 11:17 AM

शेयर मार्केट में निवेश ( इन्वेस्टमेंट ) शुरू करने के लिए आपको तीन अकाउंट ( खातों ) की जरूरत होती है . ये तीन अकाउंट हैं डीमैट अकाउंट , ट्रेडिंग अकाउंट और बैंक अकाउंट . हर अकाउंट का अपना एक अलग काम होता है , लेकिन ट्रांजैक्शन ( लेन – देन ) को पूरा करने के लिए तीनों एक – दूसरे पर निर्भर होते हैं . शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के लिए ये तीन अकाउंट होने चाहिए .

डीमैट अकाउंट क्या है ?

डीमैट अकाउंट एक बैंक अकाउंट के समान है . जैसे एक सेविंग अकाउंट ( बचत खाता ) पैसे को चोरी होने और किसी भी गड़बड़ी से बचाता है , वैसे ही एक डीमैट अकाउंट निवेशकों के लिए भी यही काम करता है . डीमैट अकाउंट या डीमैटरियलाइज्ड अकाउंट इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में शेयरों और सिक्योरिटीज को रखने की सुविधा देता है . ये अकाउंट फिजिकल शेयरों को डीमैटरियलाइज्ड फॉर्म में स्टोर ( संग्रहित ) करते हैं . फिजिकल शेयरों को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म ( रूप ) में परिवर्तित करने की प्रक्रिया ( प्रोसेस ) को डिमैटेरियलाइजेशन कहा जाता है . जब भी ट्रेडिंग की जाती है तो इन शेयरों को डीमैट अकाउंट में क्रेडिट या डेबिट किया जाता है . डीमैट अकाउंट के प्रकार ( टाइप ) डीमैट अकाउंट खोलते समय निवेशकों को अपने प्रोफाइल के मुताबिक डीमैट अकाउंट का चुनाव सावधानी से करना चाहिए . कोई भी भारतीय मिनटों में ऑनलाइन डीमैट अकाउंट खोल सकता है . निवेशक डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DP) के साथ डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं . 5 पैसा https://bit.ly/3RreGqO एक ऐसा ही प्लेटफॉर्म है जहां आप आसानी से अपना डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं और ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं . डीमैट अकाउंट चार तरह के होते हैं .

Demat vs Trading Account: डीमैट व ट्रेडिंग अकाउंट में क्या अंतर होता है? दोनों के क्या इस्तेमाल हैं?

शेयर बाजार

शेयर बाजार में निवेश करने वालों ने डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट के बारे में बहुत सुनते हैं, पर अधिकांश लोगों को इन दोनों खातों के बीच का अंतर नहीं पता होता है। आइए आसान भाषा में जानते हैं डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट के बीच क्या-क्या अंतर होता है?

बता दें कि इक्विटी मार्केट में निवेश के लिए किसी भी व्यक्ति के पास डीमैट अकाउंट का होना सबसे शेयर मार्केट अकाउंट क्या है? पहली शर्त है। डीमैट अकाउंट के साथ एक और खाता अटैच होता है जिसे ट्रेडिंग अकाउंट कहते हैं। जरूरत के आधार पर दोनों निवेशक दोनों का अलग-अलग इस्तेमाल करते हैं। डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट दोनों अलग-अलग तरह के खाते होते हैं। डीमैट अकाउंट वह अकाउंट होता है जिसमें आप अपने असेट या इक्विटी शेयर रख सकते हैं। वहीं दूसरी ओर ट्रेडिंग अकाउंट वह खाता होता है जिसका इस्तेमाल करतेह हुए आप इक्विटी शेयरों में लेनदेन करते हैं।

DEMAT ACCOUNT: स्टॉक मार्केट में निवेश करने जा रहे हैं तो जानिए क्या है डीमैट अकाउंट

डीमैट या डीमैटेरियलाइज्ड अकाउंट शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए खोला जाता है. इसके बिना शेयर मार्केट में आप ट्रेडिंग नहीं कर सकते.

What is demat account

डीमैट खातों को ब्रोकिंग फर्म मैनेज करते हैं. इन खातों को इन्वेस्टर्स की प्रोफाइल के हिसाब से ही तय किया जाता है. एक डिपॉजिटरी प्रतिभागी के द्वारा डीमैट अकाउंट खोला जा सकता है. डीमैट खाते में आपके शेयर को इलेक्ट्रॉनिक रूप में सेव किया जाता है. यह ठीक उसी तरह काम करता है जैसे की बैंक के सेविंग अकाउंट. यहां किसी व्यक्ति के हस्तक्षेप शेयर मार्केट अकाउंट क्या है? के बिना शेयर का ट्रांसफर ऑटोमैटिक तरह से होता है. इसका एक फायदा ये है कि शेयर की चोरी या कोई नुकसान होने जैसी समस्याओं से छुटकारा मिलता है. डीमैट खाते तीन तरह के होते हैं.

1. रेगुलर डीमैट खाता, Regular demat account

स्टॉक मार्केट में हाल ही में शुरुआत किए जाने वाले लोगों के लिए ये खाता खुलवाया जाता है. इसमें निवेशक देश में ही रह कर यहीं के शेयर में निवेश करते हैं. आप ये खाता किसी भी डिपॉजिट्री यानि की CDSL या फिर NSDL पर रजिस्टर्ड ब्रोकर से खुलवा सकते हैं.

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2. रिपाट्राइबल डीमैट अकाउंट, Repatriable Demat account


ये खाता NRI यानि की नॉन-रेजिडेंट इंडियन्स के लिए होता है. इस खाते के जरिए NRI लोगों को शेयर बाजार में निवेश करने का मौका मिलता है. इस खाते के जरिए विदेशों में भी पैसा ट्रांसफर किया जा सकता है. जिसके लिए आपके पास NRE बैंक अकाउंट होना जरूरी है.


ये अकाउंट भी नॉन-रेजिडेंट इंडियन्स(NRI) के लिए होता है. लेकिन इसके जरिए विदेशों में पैसा ट्रांसफर नहीं किया जा सकता. ये खाता शेयर मार्केट अकाउंट क्या है? खासतौर पर उन लोगों के लिए है जिनकी देश के अन्दर और बहार दोनों जगह कमाई है. इसके लिए आपके पास NRO खाते का होना जरूरी है. इस खाते का उपयोग देश और विदेश की कमाई को एक साथ मैनेज करने के लिए किया जाता है.

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