बचत खाता क्या है

IPPB vs Post Office Savings Account: सेविंग अकाउंट खुलवाने पर कितना मिल रहा है ब्याज, जानें सभी फायदे
सेविंग अकाउंट खोलने से पहले वह कि आपका पैसा कितना सुरक्षित है और दूसरा उस पर कितना ब्याज मिल रहा है। आप डाकघर बचत खाते (Post office Saving Account) और इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (IPPB) सेविंग अकाउंट का ऑप्शन देख सकते हैं
IPPB vs Post Office Savings Account: सेविंग अकाउंट खोलना किसी भी निवेश के लिए उठाया पहला कदम होता है। सेविंग अकाउंट खोलने से पहले वह कि आपका पैसा कितना सुरक्षित है और दूसरा उस पर कितना ब्याज मिल रहा है। आप डाकघर बचत खाते (Post office Saving Account) और इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (IPPB) सेविंग अकाउंट का ऑप्शन देख सकते हैं। ये सेविंग अकाउंट ऑप्शन पोस्ट ऑफिस चला रहा है। IPPB ने कल सेविंग अकाउंट पर ब्याज दर घटाई है। आइए जानते हैं कि IPPB और Post office Saving Account में कितना ब्याज मिल रहा है।
IPPB सेविंग अकाउंट
IPPB तीन तरह के सेविंग अकाउंट ऑफर करता है। रेग्युलर सेविंग अकाउंट, डिजिटल सेविंग अकाउंट और बेसिक सेविंग अकाउंट। IPPB के रेग्युलर सेविंग अकाउंट में शुरुआती न्यूनतम राशि लेकर कोई नियम नहीं है और ग्राहक को मंथली न्यूनतम राशि अकाउंट में बनाए रखने को लेकर भी कोई नियम नहीं है। ये अकाउंट पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट से भी जोड़ा जा सकता है। इसमें पैसा निकालने की भी कोई लिमिट नहीं होती।
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कौन खोल सकता है अकाउंट
जैसा कि नाम से पता चलता है, 18 वर्ष से अधिक आयु का कोई भी व्यक्ति जिसके पास आधार और पैन कार्ड बचत खाता क्या है है, वह IPPB मोबाइल ऐप के माध्यम से ऑनलाइन जीरो बैलेंस के साथ एक डिजिटल सेविंग अकाउंट खोल सकता है। ग्राहकों को मुफ्त रुपे वर्चुअल डेबिट कार्ड, न्यूनतम राशि बनाए रखने की आवश्यकता नहीं, मुफ्त मासिक ई-स्टेटमेंट जैसे फायदे मिलेंगे। बस आपको खाता खोलने के 12 महीनों के अंदर KYC करानी होगी।
डाकघर बचत खाते (Post Office Savings Accounts - POSB)
ये पोस्ट ऑफिस की तरफ से चलाई जाने वाली योजना है। इसमें एक अकेला वयस्क, दो वयस्क, एक नाबालिग की ओर से एक अभिभावक, एक विकृत दिमाग वाले व्यक्ति की ओर से एक अभिभावक5 या दस वर्ष से अधिक उम्र के नाबालिग सभी डाकघर में सेविंग अकाउंट खोल सकते हैं। एक खाता शुरू करने के लिए 500 रुपये की न्यूनतम जमा राशि आवश्यक है, इसमें अधिकतम की कोई सीमा नहीं है। आप न्यूनतम 50 रुपये निकाल सकते हैं। पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट में 4 फीसदी की दर से ब्याज मिलता है। ये 10 तारीख के बाद और महीने के अंत तक के बीच में न्यूनतम राशि के आधार पर तय किया जाता है। सेविंग अकाउंट पर मिलने वाला ब्याज जो कि अगर 10,000 रुपये से कम है, तो उस पर ब्याज नहीं लगता।
बचत खाते और सावधि जमा खाते के बीच अंतर
निवेश आजकल संपत्ति बनाने के लिए सबसे बड़ा और सबसे फायदेमंद उपकरण है। इस उद्देश्य के लिए, एक निवेश मंच होना आवश्यक है जो सुरक्षित और संभालने में आसान हो। बचत खाता और सावधि जमा खाता दो ऐसे मंच हैं जो निवेशकों को बाजार की स्थितियों की अस्थिरता के बावजूद आसानी से निश्चित रिटर्न अर्जित करने की अनुमति देते हैं।
बचत खाते और सावधि जमा खाते के बीच अंतर
बचत खाते और सावधि जमा खाते के बीच मुख्य अंतर यह है कि बचत खाते के बचत खाता क्या है साथ, लोगों को अपनी इच्छा के अनुसार किसी भी समय किसी भी राशि को जमा करने की अनुमति है। इस बीच, एक सावधि जमा खाते में एक निश्चित अवधि के लिए एक निश्चित राशि जमा करने की आवश्यकता होती है।
एक बचत खाता एक ऐसा मंच है जो किसी व्यक्ति को उस पैसे को बचाने की अनुमति देता है जिसकी उसे आवश्यकता नहीं है या वर्तमान समय में खर्च करने की योजना नहीं है। पैसा खाताधारक की इच्छा के अनुसार जमा किया जा सकता है। अधिकांश समय, ऐसा खाता किसी विशिष्ट उद्देश्य या लक्ष्य के लिए कई लोगों को छिपाने के लिए खोला जाता है।
एक सावधि जमा खाता लोगों के लिए एक बचत खाते की तुलना में जमा धन पर अधिक ब्याज अर्जित करने का एक मंच है। हालांकि, खाताधारक को दी गई परिपक्वता तिथि तक मासिक या वार्षिक रूप से एक निश्चित राशि जमा करने की आवश्यकता होती है। ऐसे खाते बैंकों या एनबीएफसी द्वारा प्रदान किए जाते हैं।
बचत खाते और सावधि जमा खाते के बीच तुलना तालिका
तुलना के पैरामीटर | बचत खाता | सावधि जमा खाता |
अर्थ | एक बचत खाता एक बैंक खाता है जिसमें खाताधारक किसी भी समय कितनी भी राशि जमा कर सकता है। | सावधि जमा खाता एक बैंक खाता है जिसमें एक खाताधारक को एक निश्चित अवधि के दौरान एक निश्चित राशि जमा करनी होती है। |
उद्देश्य | उपयोगकर्ता किसी विशिष्ट उद्देश्य या लक्ष्य के लिए पैसे बचाने के लिए बचत खाता खोलते हैं। | उपयोगकर्ता निष्क्रिय धन पर ब्याज अर्जित करने के लिए एक सावधि जमा खाता खोलते हैं। |
ब्याज की दर | ऐसे खाते के लिए ब्याज दर आम तौर पर 4 से 6 प्रतिशत के बीच होती है। | ऐसे खातों के लिए ब्याज दर बचत खातों की तुलना में अधिक होती है। |
अवधि | एक बचत खाता प्रकृति में निरंतर है। | सावधि जमा खाता एक निश्चित अवधि के लिए एकमुश्त निवेश है। |
निकासी | खाताधारक कभी भी पैसा निकाल सकता है। | एक खाताधारक को कार्यकाल के अंत तक पैसे निकालने की अनुमति नहीं है। |
न्यूनतम शेष | एक बचत खाते में आम तौर पर कम न्यूनतम शेष राशि होती है। | एक सावधि जमा खाते में न्यूनतम शेष राशि के लिए उच्च सीमा होती है। |
ऋण | खाताधारक को कोई ऋण सुविधा प्रदान नहीं की जाती है। | खाताधारक को जमा की गई राशि का 75 प्रतिशत तक ऋण मिल सकता है। |
बचत खाता क्या है?
एक बचत खाता एक बैंक खाता है जिसमें धारक किसी भी समय पैसा जमा कर सकता है। जमा की गई राशि धारक की इच्छा के अनुसार हो सकती है। हालांकि, ऐसे खाते का उपयोग खरीदारी करने या डेबिट कार्ड के साथ उपयोग करने के लिए नहीं किया जा सकता है। बहरहाल, खाताधारक किसी भी समय पैसे निकाल सकता है।
बचत खाते आम तौर पर उन लोगों द्वारा खोले जाते हैं जिनके पास एक विशिष्ट उद्देश्य या लक्ष्य होता है जिसके लिए वे पैसे जमा कर रहे होते हैं। अधिकांश लोग हमेशा अपनी आय की एक निश्चित राशि जमा करते हैं ताकि भविष्य के खर्चों को बिना अधिक बोझ के पूरा किया जा सके। इस तरह का खाता खोलने का एक फायदा यह है कि जमा किए गए पैसे पर एक निश्चित प्रतिशत ब्याज मिलता है। ब्याज दर उस बैंक पर निर्भर करती है जिसमें खाता खोला गया है।
बचत खाते ज्यादातर खोलने के लिए स्वतंत्र हैं, खासकर वे जो बैंकों, सामुदायिक बैंकों या क्रेडिट यूनियनों के साथ बनाए जाते हैं। हालांकि, ऐसे खाते की एक सीमा यह है कि धारक को जमा किए गए धन के बदले ऋण लेने की अनुमति नहीं है। एक बचत खाता खोलना अभी भी सुरक्षित है जो भौतिक नकदी को जमा करता है। जमा किया गया पैसा किसी भी एटीएम या बैंक के टेलर के पास पहुंचना आसान है।
सावधि जमा खाता क्या है?
सावधि जमा खाता एक ऐसा खाता है जिसमें धारक को एक निश्चित अवधि के लिए एक निश्चित राशि जमा करनी होती है। ऐसा खाता आम तौर पर बड़े संगठनों या धनी लोगों द्वारा खोला जाता है जो बेकार पड़े धन पर ब्याज अर्जित करना चाहते हैं। जितना अधिक धन, उतना अधिक ब्याज अर्जित किया जाता है। इसके अलावा, ऐसे खातों में बचत खाते की तुलना में अधिक ब्याज दर होती है।
एक बार पैसा जमा हो जाने के बाद, इसे वापस बचत खाता क्या है नहीं लिया जा सकता है या खरीदारी करने के लिए उपयोग नहीं किया जा सकता है। सावधि जमा की अवधि समाप्त होने के बाद ही खाताधारक इसे निकाल सकता है। हालांकि, इस तरह का खाता खोलने का एक फायदा यह है कि धारक अपने द्वारा जमा की गई राशि का 75 प्रतिशत तक ऋण ले सकता है।
ऐसा खाता खोलने के लिए अलग खाता बनाने बचत खाता क्या है की आवश्यकता हो भी सकती है और नहीं भी। हालाँकि, कभी-कभी बचत खाते को सावधि जमा खाते में भी बदला जा सकता है। इस खाता को खोलने का एक और फायदा यह है कि धारक इसके साथ एक निश्चित राशि का टैक्स बचा सकता है। हालाँकि, यह केवल तभी किया जा सकता है जब एक निश्चित प्रकार का सावधि जमा खाता अर्थात् कर बचत सावधि जमा खोला जाता है।
बचत खाते और सावधि जमा खाते के बीच मुख्य अंतर
- बचत खाता एक बैंक खाता होता है जिसमें खाताधारक किसी भी समय कितनी भी राशि जमा कर सकता है जबकि सावधि जमा खाता एक बैंक खाता होता है जिसमें खाताधारक को एक निश्चित अवधि के दौरान एक निश्चित राशि जमा करनी होती है।
- एक बचत खाता आम तौर पर एक विशिष्ट लक्ष्य के लिए खोला जाता है जबकि एक सावधि जमा खाता ब्याज अर्जित करने के लिए खोला जाता है।
- बचत खातों में ब्याज दर कम होती है जबकि सावधि जमा खातों में ब्याज दर अधिक होती है।
- एक बचत खाता निरंतर होता है जबकि एक सावधि जमा खाता एक विशेष अवधि के लिए एकमुश्त निवेश होता है।
- बचत खाते से पैसा निकाला जा सकता है जबकि सावधि जमा खाता इसकी अनुमति नहीं देता है।
- बचत खाते में न्यूनतम शेष राशि कम होती है जबकि सावधि जमा खाते में न्यूनतम शेष राशि अधिक होती है।
- एक बचत खाता धारक जमा पर ऋण नहीं ले सकता है जबकि एक सावधि जमा खाता धारक कर सकता है।
निष्कर्ष
बचत खाता और सावधि जमा खाता दो प्रकार के खाते हैं जो ब्याज अर्जित करने के बेहतरीन विकल्प हैं। हालाँकि, एक बचत खाता आम तौर पर एक विशिष्ट उद्देश्य के लिए खोला जाता है। दूसरी ओर, एक सावधि जमा खाता केवल इसलिए खोला जाता है ताकि धारक निष्क्रिय धन पर ब्याज अर्जित कर सके।
दोनों के बीच कई अंतर हैं, एक प्रमुख यह है कि बचत खाता बाद वाले की तुलना में अधिक लचीला होता है। जबकि एक धारक को खाते से किसी भी बिंदु पर पैसे जमा करने और निकालने की अनुमति है, सावधि जमा खाते खाताधारकों को ऐसा करने की अनुमति नहीं देते हैं।
बचत खाता और एफडी पर ब्याज घटा तो आप बैंक क्यों नहीं बदलते
पिछले कुछ महीनों में कर्ज सस्ता होने से थोड़ी राहत मिली है तो वहीं दूसरी तरफ बचत खाता और एफडी पर ब्याज घटने से कमाई पर भी असर पड़ा है। देश का सबसे बड़ा बैंक एसबीआई बचत खाता पर महज 2.7 फीसदी ब्याज दे.
पिछले कुछ महीनों में कर्ज सस्ता होने से थोड़ी राहत मिली है तो वहीं दूसरी तरफ बचत खाता और एफडी पर ब्याज घटने से कमाई पर भी असर पड़ा है। देश का सबसे बड़ा बैंक एसबीआई बचत खाता पर महज 2.7 फीसदी ब्याज दे रहा है। वहीं निजी क्षेत्र का दूसरा सबसे बडा़ बैंक आईसीआईसीआई तीन फीसदी ब्याज दे रहा है। जबकि छोटे बैंक बचत खाते पर बड़े बैंकों की तुलना में दोगुना से भी अधिक ब्याज दे रहे हैं। ऐेसे में ऊंचा ब्याज हासिल करने के लिए बैंक बदलने में समझदारी है। हालांकि, ऐसा आंख मूंदकर नहीं बल्कि पूरी पड़ताल करने के बाद ही करना चाहिए क्योंकि छोटे बैंकों के साथ कुछ जोखिम भी जुड़ा होता है।
ब्याज और शर्तें
एसबीआई बचत खाता पर तीन फीसदी से भी कम ब्याज दे रहा है तो उसकी शर्तें भी थोड़ी नरम हैं। एसबीआई के बचत खाते में मेट्रो शहरों में न्यूनतम जमा पांच हजार रुपये होनी चाहिए। जबकि छोटे शहरों में इससे भी कम है। वहीं आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक बचत खाते पर तीन फीसदी ब्याज दे रहें हैं लेकिन न्यूनतम जमा की शर्त 10 हजार रुपये है। वहीं आईडीएफसी बैंक एक लाख रुपये से अधिक न्यूनतम बचत खाता क्या है जमा पर सात फीसदी जबकि उससे कम जमा पर छह फीसदी ब्याज दे रहा है। यस बैंक एक लाख रुपये तक जमा पर पांच फीसदी और उससे अधिक जमा पर छह फीसदी ब्याज दे रहा है।
बड़े बैंक की सुरक्षा
देश के सरकारी और निजी क्षेत्र के बड़े बैंक बचत खाता के साथ एफडी पर ब्याज भले ही कम दे रहे हैं लेकिन उनके साथ सुरक्षा और भरोसा जुड़ा हुआ है। घोटाले या फंसे कर्ज (एनपीए) से जुड़े कई मामले बड़े बैंकों से भी आए हैं। इसके बावजूद उनके जमाकर्ताओं पर कोई असर नहीं हुआ और उन्हें किसी तरह की परेशानी का सामना भी नहीं करना पड़ा है।
छोटे बैंक से जुड़े जोखिम
यस बैंक, पीएमसी बैंक समेत अब तक कई छोटे बैंकों में घोटाले या कर्ज फंसने की वजह से जमाकर्ताओं भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा है। पीएमसी बैंक में अपना पैसा निकालने के लिए जमाकर्ताओं को काफी लंबा इंतजार करना पड़ा है। यस बैंक भी डूबने की कगार पर पहुंच गया था लेकिन सरकार के हस्तक्षेप से एसबीआई ने इसे बचा लिया। विशेषज्ञों का कहना है कि छोटे बैंकों में बचत खाते पर ऊंचा ब्याज मिलने के बावजूद उनके ऊंचे जोखिम से भी इनकार नहीं किया जा सकता है।
एनपीए और कासा से तय होती हैं ब्याज दरें
रिजर्व बैंक जब नीतिगत दरें (रेपो रेट) घटाता है तो यह सभी बैंकों के लिए बराबर होती हैं। लेकिन बैंक अपनी लागत और कई अन्य चीजें देखकर बचत खाते पर ब्याज तय करते हैं। जर्मिनेट वेल्थ के संस्थापक संतोष जोसेफ का कहना है कि ब्याज दरें तय करने में चालू खाता (करंट अकाउंट) और बचत खाता (सेविंग अकाउंट) का अनुपात बेहद अहम होता है जिसे बैंकिंग की भाषा में कासा कहते हैं। साथ ही एनपीए का अनुपात में ब्याज दरें तय करने में अहम होता है। चालू खाता पर बैंक ब्याज नहीं देते बल्कि शुल्क वसूलते हैं। ऐसे में बैंक के पास चालू खाता ज्यादा होने पर उसकी कमाई ज्यादा होती है। इस स्थिति में बैंक ऊंचे ब्याज की पेशकश करते हैं। जबकि चालू खाता अनुपात कम होने और एनपीए ऊंचा होने पर बैंक कम ब्याज की पेशकश करते हैं।
बैंक डूबने पर कितनी राशि सुरक्षित
सरकार ने बैंकों में जमा राशि की गारंटी सीमा बढ़ाकर पिछले साल पांच लाख रुपये कर दी। जबकि पहले यह राशि एक लाख रुपये थी। इसका मतलब है कि कोई बैंक डूबता है तो कम से कम पांच लाख रुपये आपको मिलेंगे। लेकिन इससे अधिक राशि जमा होने पर उसका उसका नुकसान होगा। ऐसे में विशेषज्ञों का कहना है कि यदि आपको पांच लाख रुपये से अधिक जमा करना तो उसे दो अलग-अलग बैंकों में जमा करें। ऐसे में चार-चार लाख रुपये दो बैंकों में रखते हैं तो आठ लाख रुपये सुरक्षित होंगे।
बैंक में खाता कैसे खोलते है ऑनलाइन और ऑफलाइन?
बचत खाता बैंक में लोगों के सबसे मूलभूत और आम खातों में से एक होता है। यह एक शुरूआती खाता होता है, जिसमें लोग पैसों को खाते में जमा करते हैं। इसमें आप जमा राशि पर ब्याज अर्जित करते हैं और आमतौर पर खाताधारक को एक डेबिट कार्ड मिलता है, जो जरूरत होने पर पैसा निकालने में उनकी मदद करता है। बचत खाता अपने खर्च को नियंत्रित करने और आकस्मिक स्थिति के लिये जरूरी पैसा रखने के सबसे अच्छे तरीकों में से एक बचत खाता क्या है है।
आप ऑनलाइन या ऑफलाइन तरीके से बचत खाता खोल सकते हैं । बचत खाते को ऑनलाइन खोलना ज्यादा सुविधाजनक और पर्यावरण के लिये हितकारी होता है। आप अपने फोन, लैपटॉप या निजी कंप्यूटर से ऑनलाइन खाता खोल सकते हैं और इस विधि में कागज का उपयोग भी नहीं होता है। आपको शाखा (ब्रांच) में आने या कोई दस्तावेज अपलोड करने की आवश्यकता नहीं है। आप ऑनलाइन बचत खाता कैसे खोल सकते हैं, इसके बारे में नीचे बताया जा रहा है :
- ऑनलाइन बचत खाता खोलने का पहला कदम है अपने फोन, लैपटॉप, आदि से अपने बैंकिंग ऐप को खोलना या अपने बैंक के ऑनलाइन पोर्टल पर जाना। यह कहीं से भी और कभी भी किया जा सकता है।
- कुछ बैंक विभिन्न प्रकार की खूबियों वाले विभिन्न प्रकार के ऑनलाइन बचत खातों की पेशकश करते हैं। अगर आपका बैंक विभिन्न प्रकारों के बचत खातों की पेशकश करता है, तो आपको वह विकल्प चुनना होगा, जो आपकी आवश्यकताओं के हिसाब से सबसे अच्छा है।
- अब आपको एक ऑनलाइन फॉर्म भरना है, जिसमें आपको अपना निजी विवरण देना होगा।
- फिर आपको केवाईसी प्रक्रिया पूरी करनी होगी, जिसे ऑनलाइन वीडियो केवाईसी पद्धति के माध्यम से किया जा सकता है। इसमें आप कहीं से भी बैंक के अधिकारी से वीडियो कॉल पर जुड़ सकते हैं और अपनी पहचान के सत्यापन के लिये उस अधिकारी को असली दस्तावेज दिखा सकते हैं। यह भी हो सकता है कि आपको सुरक्षा सम्बंधी कुछ प्रश्नों के उत्तर देने पड़ें। यह वीडियो कॉल एनक्रिप्टेड होगा और इसके दौरान साझा की गई कोई भी जानकारी केवल अधिकृत कर्मचारी ही देख सकेगा।
उपर्युक्त चरणों से गुजरने के बाद आपका बचत खाता ऑनलाइन खोलने का काम पूरा हो जाएगा। आपका खाता कुछ घंटों या दिनों में सक्रिय हो जाएगा, यह आपके बैंक पर निर्भर करता है। अपने खाते का उपयोग शुरू करने के लिये आप किसी आम बचत खाते की तरह अपने खाते में पैसा जोड़ सकते हैं। फिर आपको बचत खाता क्या है कुछ ही दिनों में कुरियर से अपना डेबिट कार्ड मिल जाएगा।
चेकबुक पाने के लिए आप ऑनलाइन रिक्वेस्ट कर सकते हैं। बैंक का कर्मचारी विडियो से केवाईसी प्रक्रिया के दौरान ही आपका हस्ताक्षर ले लेगा।
हालाँकि ऑनलाइन बचत खाता खोलना ज्यादा सुविधाजनक विकल्प है, लेकिन आप ऑफलाइन तरीके से बचत खाता खोलना पसंद कर सकते हैं। ऑफलाइन तरीके से बचत खाता खोलने के चरण नीचे दिये गये हैं:
- आप जिस बैंक शाखा में बचत खाता खोलना चाहते हैं, वहाँ जाएं।
- बैंक के अधिकारी से मिलें और बचत खाता खोलने का फॉर्म मांगें। अपनी निजी जानकारी और अन्य जरूरी जानकारी उस फॉर्म में भरें।
- सभी जरूरी दस्तावेजों, जैसे कि पहचान का प्रमाण, पते का प्रमाण, पासपोर्ट आकार का फोटोग्राफ आदि की प्रतियाँ बचत खाते के फॉर्म के अनुसार बचत खाता क्या है प्रदान करें।
- बैंक अधिकारी को जरूरी दस्तावेजों के साथ फॉर्म सौंपें। इसके बाद वह केवाईसी प्रक्रिया को पूरा करने के लिये आपके द्वारा दी गई जानकारी और दस्तावेजों का सत्यापन करेगा। बचत खाता क्या है
- फिर आपको खाते में शुरूआती जमा के बाद खाता संख्या, पासबुक और चेकबुक दी जाएगी। इस चरण के साथ ही ऑफलाइन तरीके से बैंक खाता खोलने की आपकी प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
ऑनलाइन बचत खाता क्या है और ऑफलाइन तरीके से बचत खाता खोलने के चरण एक समान हैं, उनमें एक जैसी प्रक्रिया की आवश्यकता होती है और एक ही जैसे दस्तावेज सौंपे जाते हैं। अंतर केवल इतना है कि एक तरीका ऑनलाइन होता है जिसे आ अपने घर, ऑफिस या अन्य कहीं से भी संपादित कर सकते हैं; जबकि दूसरे में आपको खुद बैंक की शाखा में जाना होता है। आप खाता कैसे खोलना चाहते हैं, यह आपकी निजी पसंद पर निर्भर करता है।
ऐक्सिस बैंक बचत बैंक खातों की एक श्रृंखला की पेशकश करता है। इन खातों में से प्रत्येक से मिलने वाले फायदे ग्राहकों की विभिन्न श्रेणियों को ध्यान में रखकर तैयार किये गये हैं। ज्यादा जानने के लिये यहाँ क्लिक करें।
अस्वीकरण: इस आलेख को स्रोत, विषयवस्तु निर्माता एवं क्युरेशन संगठन लिखा गया है। ऐक्सिस बैंक किसी भी तरह से लेखक के विचारों को प्रभावित नहीं करता है। इसकी विषय-वस्तु और जानकारी के आधार पर इसके पाठक के किसी भी वित्तीय निर्णय से उसे होने वाले किसी भी प्रत्यक्ष/अप्रत्यक्ष नुकसान या देयता के लिये ऐक्सिस बैंक और स्रोस उत्तरदायी नहीं होंगे। कृपया कोई भी वित्तीय निर्णय लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें।