किस तरह की खबरें फॉरेक्स को प्रभावित करती हैं?

इस जानकारी के साथ, आप देख सकते हैं कि दो सेवाओं और समग्र उद्योग की तुलना करते समय वह भी स्पष्ट रूप से स्पष्ट नेता है। जबकि वहाँ अन्य फर्में हैं जो समान सेवाएं प्रदान करती हैं, निवेशकों को ईटोरो और ट्रेडिंग 212 के सभी पहलुओं की तुलना करने की आवश्यकता होती है, जब यह निर्णय लेते हैं कि कौन सा सबसे अच्छा विकल्प है।
Cryptocurrency : क्रिप्टो में निवेश करें या स्टॉक, बॉन्ड, गोल्ड जैसे विकल्प ही बेहतर होंगे?
Cryptocurrency और निवेश के ट्रेडिशनल टूल्स में हैं कई फर्क और नफे-नुकसान. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
भारत में जब निवेश की बात आती है तो निवेशक ऐसे विकल्प चुनना चाहते हैं, जहां उन्हें एक निश्चित अवधि में कम रिस्क के साथ ज्यादा रिटर्न मिल जाए. स्टॉक, बॉन्ड, गोल्ड जैसे कई पारंपरिक विकल्प मौजूद हैं, लेकिन अब क्रिप्टोकरेंसी भारत (Cryptocurrency in India) में भी निवेशकों को अपनी ओर खींच रही है. भविष्य में क्रिप्टोकरेंसी की अहमियत को बढ़ता देखकर यहां इसकी स्टोर वैल्यू के लिए निवेश बढ़ रहा है. रिजर्व बैंक (RBI) ने 2018 में डिजिटल करेंसी फ्रॉड के डर से सभी बैंकों पर क्रिप्टोकरेंसी ट्रांजैक्शन करने पर बैन लगा दिया था. हालांकि, 2020 के मार्च महीने में सुप्रीम कोर्ट ने इस बैन को निरस्त कर दिया था. सुप्रीम कोर्ट के इस रुख के बाद से भारत में क्रिप्टोकरेंसी का बड़ा बाजार तैयार किया है. लेकिन हम एक बार नजर डालते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी, पहले से मौजूद ट्रेडिशनल ऑप्शन्स से कितनी अलग है.
क्रिप्टोकरेंसी vs स्टॉक
क्रिप्टोकरेंसी और स्टॉक मार्केट में क्या फर्क है, इससे शुरू करते हैं. दोनों ही बाजार में अच्छे-बुरे दिन देखने को मिलते हैं. हालांकि, स्टॉक मार्केट का इतिहास लंबा है, इससे निवेशकों को आगे का रुख तय करने में मदद किस तरह की खबरें फॉरेक्स को प्रभावित करती हैं? मिलती है, वो ट्रेंड्स और प्रिडिक्शन के लिए इन आंकड़ों की मदद लेते हैं, लेकिन क्रिप्टोकरेंसी का बाजार अभी काफी नया है. यहां उतने आंकड़ों का सहारा नहीं होता. स्टॉक मार्केट में कई तरह के रिस्क होते हैं, बिजनेस, फाइनेंशियल, बाजार में वॉलेटिलिटी यानी अस्थिरता, सरकार का नियंत्रण और नियमन वगैरह जैसी चीजें हैं, जो इस बाजार को प्रभावित करती हैं. लेकिन क्रिप्टोकरेंसी का इकोसिस्टम डिसेंट्रलाइज्ड है, यानी अधिकतर करेंसी को कोई सरकार या कोई समूह या संस्था कंट्रोल नहीं करती है.
बॉन्ड्स भी निवेश का एक माध्यम होते हैं. ये एक तरह से किसी कंपनी या सरकार की ओर से किसी निवेशक से लिए जाने वाले लोन की तरह होते हैं. यानी कि जब कोई निवेशक किसी कंपनी से या सरकार से कोई बॉन्ड खरीदता है तो वो कंपनी या सरकार उसके कर्ज में आ जाती है. जब तक वो कंपनी या सरकार उस निवेशक का लोन नहीं चुकाती है, तब तक उसे इसपर ब्याज मिलता रहता है. बॉन्ड के साथ रिस्क वाली बात यह है कि अगर कंपनी दिवालिया हो जाती है तो एक तो उसे ब्याज मिलना बंद हो जाएगा, दूसरा उसका मूलधन भी डूब जाएगा.
क्रिप्टोकरेंसी vs फॉरेक्स
फॉरेक्स या फॉरेन एक्सचेंज, में निवेशक विदेशी करेंसीज़ में निवेश करते हैं. क्रिप्टोकरेंसी दुनिया भर में कई जगहों पर पेमेंट के तौर पर स्वीकार की जाने वाली करेंसी है और फॉरेक्स में निवेशक भी किस तरह की खबरें फॉरेक्स को प्रभावित करती हैं? ग्लोबल बाजार से डील करते हैं. लेकिन जो बड़ा फैक्टर है वो अलग-अलग देशों किस तरह की खबरें फॉरेक्स को प्रभावित करती हैं? की आर्थिक स्थिति. निवेशकों को किसी भी फॉरेन करेंसी से अच्छा रिटर्न मिलने की संभावना तभी होती है, जब उस देश की अर्थव्यवस्था अच्छा प्रदर्शन कर रही हो, इसी आधार पर यह देखा जा सकता है कि उन्हें कितना लाभ हो रहा है. ऐसे में क्रिप्टोकरेंसी के मुकाबले यह माध्यम थोड़ा रिस्की है.
सोना-चांदी खरीदना हमारे देश की पसंद के अलावा एक परंपरा भी रही है. आज के वक्त में लोग इन बहुमूल्य धातुओं में विशेषतौर पर आभूषण वगैरह खरीदने के लिए लिहाज से निवेश किस तरह की खबरें फॉरेक्स को प्रभावित करती हैं? करते हैं. ऐसे में इनकी कीमत तय करने में मार्केट सेंटिमेंट यानी बाजार की धारणा सबसे बड़ी भूमिका निभाता है. अगर रिस्क की बात करें तो इनमें जो निगेटिव पॉइंट है वो है- पोर्टेबिलिटी, इंपोर्ट टैक्स और इनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना. वहीं, क्रिप्टोकरेंसी के साथ ऐसा कुछ नहीं है. ये डिजिटल करेंसी है, न इसे कहीं से लाना-ले जाना है, न ही आपको इसपर कोई इंपोर्ट टैक्स देना है. इसकी सिक्योरिटी भी डिजिलाइज्ड है, ऐसे में इन कारणों से क्रिप्टो, मेटल्स के मुकाबले ज्यादा आसान निवेश माध्यम है.
ईटोरो बनाम ट्रेडिंग 212 – दो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म की तुलना
ट्रेडिंग 212 बनाम ईटोरो
इस लेख में हम चर्चा करने जा रहे हैं कि ईटोरो ट्रेडिंग 212 जितना अच्छा है या नहीं। क्या ईटोरो ट्रेडिंग 212 से बेहतर है और इसकी लागत कितनी है? अंत में, हम इन तीन सरल प्रश्नों के उत्तर देकर किस तरह की खबरें फॉरेक्स को प्रभावित करती हैं? यहां विजेता का निर्धारण करने जा रहे हैं:
ईटोरो बनाम ट्रेडिंग 212: क्या ईटोरो का मुफ्त ट्रेडिंग खाता इसकी प्रीमियम सेवाओं की कीमत के लायक है? eToro एक मुफ्त मनी-बैक गारंटी प्रदान करता है जो चौदह दिनों तक चल सकती है, लेकिन क्या यह पर्याप्त है? अन्य विदेशी मुद्रा दलालों के बारे में क्या है, जो प्रारंभिक निवेश के साथ मुफ्त में ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म प्रदान करते हैं?
ईटोरो प्लेटफॉर्म के साथ व्यापार करना कितना आसान है?
ट्रेडिंग चौबीस घंटे की जाती है और अन्य 24 घंटे समाचारों को देखने और मुद्राओं को प्रभावित करने वाली घटनाओं के लिए विश्व स्तर पर समर्पित होते हैं। यह पैसा बनाने के लिए एक उच्च जोखिम वाले तरीके की तरह लग सकता है, लेकिन पेशेवरों के अनुसार, यह सबसे अच्छा ट्रेडिंग अकाउंट फॉरेक्स ब्रोकर, अवधि बनाता है।
eToro अपने ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के लिए कोई कमीशन या शुल्क नहीं लेता है और देश के आधार पर न्यूनतम जमा की आवश्यकता होती है।
ईटोरो और ट्रेडिंग की तुलना 212
वास्तव में यह पता लगाने के लिए कि किसके पास बेहतर सेवा है, दोनों प्लेटफार्मों को देखना और दोनों के आधार पर ईटोरो बनाम 212 तुलना करना आवश्यक है। ध्यान देने वाली पहली बात यह है कि दोनों फर्म मुफ्त खाता प्रबंधन की पेशकश करती हैं। वे व्यापारियों को अपने वेब सक्षम ट्रेडिंग टूल का उपयोग करके वास्तविक समय में अपने निवेश का प्रबंधन करने की अनुमति देते हैं। वे दुनिया भर से लाइव स्ट्रीमिंग समाचार और बाजार डेटा के साथ-साथ प्रमुख स्टॉक इंडेक्स, मुद्राओं, वस्तुओं और सूचकांकों पर समाचार और शोध भी प्रदान करते हैं। यह एक मूल्यवान सेवा है जो कई व्यापारियों को अमूल्य लग सकती है।
व्यापारी वेब पेज पर एक इंटरेक्टिव चार्टिंग टूल तक भी पहुंच सकते हैं। इससे उन्हें रीयल टाइम स्टॉक कोट्स, पिछले पांच दिनों की औसत कीमत और मौजूदा बाजार से संबंधित अन्य डेटा देखने की अनुमति मिलती है। यह विशेष सुविधा eToro के लिए अद्वितीय है और अन्य ब्रोकरेज फर्मों द्वारा प्रदान नहीं की जाती है। यह आज एकमात्र वास्तविक पूर्ण-सेवा बाज़ार निर्माता ऑनलाइन उपलब्ध कराता है। यह भी ध्यान देने योग्य है कि कई अन्य स्टॉक ब्रोकर अब सोशल ट्रेडिंग की पेशकश कर रहे हैं, जहां निवेशक अपने सोशल नेटवर्क कनेक्शन का उपयोग साथी निवेशकों के साथ ट्रेड करने के लिए कर सकते हैं।
उच्च भुगतान दर वाली करेंसी चुनें
जैसी की सलाह है, सबसे अच्छा रिटर्न सबसे अच्छा विकल्प है। Fixed Time Trade की ट्रेड जीतने पर यह आपका हर बार का रिटर्न होगा। इसके अलावा, हार के क्षतिपूर्ति का उच्च अनुपात हारने पर बहुत सारा पैसा खो देने का जोखिम कम कर देगा।
जब भुगतान अनुपात 60% से कम होता है, आपको जिद पर अड़कर ट्रेड नहीं करनी चाहिए, जब तक कि तकनीकी संकेत बहुत स्पष्ट न हो ट्रेड न करें।
Fixed Time Trade में डे ट्रेडिंग के लिए सबसे अच्छा टाइमफ्रेम
अगर आप ध्यान देंगे, तो आप देखेंगे कि हर करेंसी में दिन के निश्चित समय पर रिटर्न रेट काफी अधिक होता है। उच्च रिटर्न की दर के टाइमफ्रेम होते हैं और उसी तरह इसका उलटा भी होता है। अगर आप बहुत अधिक ट्रेड करते हैं, आपको ध्यान देना चाहिए और आप अंदाजा लगा पाएंगे कि दिन के किस समय पर ट्रेड करनी चाहिए। उदाहरण के लिए, USD-JPY में सुबह 10 बजे तक 80% से कम भुगतान दर होती है, सुबह 10 बजे के बाद यह दर 92% तक बढ़ जाती है।
एक एसेट को अच्छी तरह समझ लें
जब एक एसेट को फॉलो करते हैं, तो आपको इससे जुड़ी बहुत सी समस्याओं के बारे में पता चलता है। ये चीजें आपके रूटीन का हिस्सा बन जाती हैं और बेहतर विश्लेषण करने में आपकी मदद करती हैं। धैर्य के साथ केवल एक एसेट को फॉलो करके, आप एक ही पैटर्न पर बहुत से संकेतों के बारे में सीख जाएंगे और आपको वे अपने आप ही याद हो जाएंगे।
उपन्यासों और फिल्मों में आप जिन पेशेवर ट्रेडरों के बारे में पढ़ते हैं या सुनते हैं, वे वास्तविकता से ही प्रेरित हैं। वे कई मॉनिटर्स पर नज़र रखते हैं, लेकिन हर मॉनिटर पर केवल एक ही एसेट ट्रैक की जाती है।