कॉमर्स का कार्य

वाणिज्य: वाणिज्य - संज्ञा पुलिंग [संस्कृत] व्यापार । बाणिज्य ।
अर्थ और पर्यायवाची
व्यापार: व्यापार - संज्ञा पुलिंग [संस्कृत] 1. कर्म । कार्य । काम । जैसे, - (क) संसार में दिन रात अनेक प्रकार के व्यापार होते रहते हैं । (ख) सोचना मस्तिष्क का व्यापार है । 2. न्याय के अनुसार विषय के साथ होनेवाला इंद्रियों का संयोग । पदार्थें अथवा धन के बदले में पदार्थ लेना और देना । क्रय वि क्रय का कार्य । रोजगार । व्यवसाय जैसे - (क) आजकल कपड़े का व्यापार बहुत चमक रहा है । (ख) वे रुइ, सोने, चाँदी आदि कई चीजों का व्यापार करते हैं । 4. सहायता । मदद । 5. कार्यपद्धति । प्रक्रिया (को कहते हैं) । 6. उद्योग । प्रयत्न । चेष्टा (को कहते हैं) । 8. प्रभाव । दखल (को कहते हैं) । 8. अभ्यास । कौशल (को कहते हैं) । कारबार । पेशा (को कहते हैं) । 9. प्रयोग (को कहते हैं) । यौगिक शब्द - व्यापारचिह्न = निर्माताओं द्वारा अपने माल की पहिचान के लिये अंकित विशेष चिह्न जिसका प्रयोग अन्य निर्माता कॉमर्स का कार्य द्वारा करना अपराध है [अंग्रेजी ट्रेड मार्क] । व्यापारमंडल = व्यापा- रियों का मंडल । व्यापारियों की संस्था । व्यवसायियों का प्रतिनिधित्व करनेवाली संस्था या समाज (अंग्रेजी चेंबर आव कामर्स) ।
वाणिज्य (noun): A forum on trade and commerce in India was held in New Delhi.
commerce (noun): The exchange or buying and selling of commodities; esp. the exchange of merchandise, on a large scale, between different places or communities; extended trade or traffic.
commerce (noun): Social intercourse; the dealings of one person or class in society with another; familiarity.
commerce (noun): Sexual intercourse.
commerce (noun): A round game at cards, in which the cards are subject to exchange, barter, or trade.
commerce (verb): To carry on trade; to traffic.
commerce (verb): To hold intercourse; to commune.
Definition of Commerce
transactions (sales and purchases) having the objective of supplying commodities (goods and services)
social exchange, especially of opinions, attitudes, etc.
the United States federal department that promotes and administers domestic and foreign trade (including management of the census and the patent office)
Example of Commerce
created in 1913
- वाणिजय
- वाणिजय
- वाणिजय
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पहल: पार्क के निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए चेंबर ऑफ कॉमर्स के सदस्यों ने मंत्री से मुलाकात की
शहर के एनीकट में स्थित इक्को पार्क का निर्माण कार्य फिलहाल अधर में है और वैसे लोगों की चिंता बढ़ती जा रही है जो यहां प्रतिदिन मॉर्निंग व इवनिंग वाक करने आते हैं। लोगों की समस्या को देखते हुए डेहरी चेंबर ऑफ कॉमर्स कॉमर्स का कार्य के अध्यक्ष के नेतृत्व में लोगों ने प्रदेश के मंत्री से पटना में मुलाकात किया है। चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष बबल कश्यप ने बताया कि मंत्री से आश्वासन मिला है कि उसके निर्माण कार्य को जल्द पूरा कर लिया जाएगा। बताया कि बिहार सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्री नीरज कुमार बबलू से सकारात्मक आश्वासन मिला है।
केंद्र सरकार लगाएगी ऑनलाइन फेक रिव्यू पर लगाम, उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा के लिए पहल
केंद्र सरकार ने ऑनलाइन फेक रिव्यूज पर लगाम लगाने के लिए बड़ा फैसला लिया है। इसके अंतर्गत ऑनलाइन शॉपिंग, होटल बुकिंग, ट्रेवल बुकिंग और रेस्टोरेंट के खाने व सर्विस से जुड़े किसी प्रोडक्ट के बारे में फर्जी रिव्यू लिखना या लिखवाना अब कंपनियों को बहुत भारी पड़ेगा। उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा के लिए केंद्र सरकार की यह पहल हर उस ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर लागू होंगे जो उपभोक्ता समीक्षाएं प्रकाशित करता है। इन मानकों का अनुपालन शुरुआत में सभी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के लिए स्वैच्छिक होगा। इस पहल का पूर्ण आकलन करने के लिए भारतीय मानक ब्यूरो 15 दिनों के भीतर मानक के लिए एक अनुरूपता मूल्यांकन योजना भी तैयार करेगा।
फेक रिव्यू पर लगेगी लगाम
इन मानकों के लागू होने के बाद ई कॉमर्स कंपनियां अब फेक और पेड रिव्यू नहीं करा पाएंगी। ये मानक समीक्षा लेखक और समीक्षा प्रशासक के लिए विशिष्ट उत्तरदायित्व निर्धारित करते हैं। सभी कॉमर्स का कार्य तरह के समीक्षा लेखकों के लिए इसमें नियम एवं शर्तों की स्वीकृति की पुष्टि करना, संपर्क जानकारी प्रदान करना और समीक्षा व्यवस्थापक के लिए व्यक्तिगत जानकारी तथा कर्मचारियों के प्रशिक्षण की सुरक्षा शामिल है। किसी संस्था द्वारा मानकों के उल्लंघन को एक अनुचित व्यापार व्यवहार या उपभोक्ता अधिकारों का हनन माना जा सकता है और एक उपभोक्ता ऐसी शिकायतों को राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन, उपभोक्ता फोरम या फिर सीसीपीए को प्रस्तुत कर सकता है।
दरअसल, कोविड-19 महामारी की वजह से इसके बाद के समय में देश भर में ई-कॉमर्स लेनदेन में लगातार कॉमर्स का कार्य वृद्धि हुई है। ऑनलाइन पोस्ट की गई समीक्षाएं कोई भी सामान खरीदने हेतु निर्णय लेने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं और उपभोक्ता उन ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर पोस्ट की गई समीक्षाओं पर अत्यधिक भरोसा करते हैं, जिन्होंने पहले से ही कोई सामान या सेवा को खरीदा हुआ है। यह देखते हुए कि ई-कॉमर्स में उत्पाद को भौतिक रूप से देखने या उसकी जांच करने के अवसर के बिना एक वर्चुअल खरीदारी का अनुभव शामिल है, इसलिए काफी हद तक यह आवश्यक है कि समीक्षा वास्तविक व प्रामाणिक हो।
मानकों की अनदेखी पर कॉमर्स का कार्य लगेगा जुर्माना
सरकार द्वारा जारी किए गए मानकों को नहीं मनाने या इसकी शिकायत मिलने पर ई-कॉमर्स कॉम्पनियों जुर्माना लगाया जाएगा। इसके लिए उपभोक्ता ई-कॉमर्स से जुड़े शिकायतों के लिए राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन का उपयोग कर सकेंगे। यह फेक रिव्यू पर मिले शिकायतों के निपटारे के साथ-साथ मानक ईमेल पते के माध्यम से ‘समीक्षा लेखक का सत्यापन’, टेलीफोन कॉल या एसएमएस द्वारा पहचान, एक लिंक पर क्लिक करके पंजीकरण की पुष्टि, कैप्चा सिस्टम आदि का उपयोग करके समीक्षा लेखक की प्रामाणिकता की जांच करने के तरीकें भी प्रदान करता है।
मानक से ई-कॉमर्स पारिस्थितिकी तंत्र में सभी हितधारकों यानी उपभोक्ताओं, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म, विक्रेताओं आदि को लाभ होने की उम्मीद है। यह उपभोक्ताओं के बीच ऑनलाइन सामान खरीदने के लिए विश्वास पैदा करने में मदद करेगा और उन्हें बेहतर खरीद निर्णय लेने में मदद करेगा। उपभोक्ता कार्य विभाग ने ई-कॉमर्स में फर्जी एवं भ्रामक समीक्षाओं के प्रभाव और उपभोक्ता हित के संरक्षण को ध्यान में रखते हुए 10 जून, 2022 को ई-कॉमर्स में फर्जी व भ्रामक समीक्षाओं की परख करने के उद्देश्य से एक रूपरेखा विकसित करने के लिए समिति का गठन किया था। इस समिति में ई-कॉमर्स कंपनियों, उद्योग संघों, उपभोक्ता संगठनों और कानून अध्यक्षों सहित विभिन्न हितधारक शामिल थे।
खत्म होगी ई-कॉमर्स कंपनियों की दादागिरी, सरकार के इस फैसले का देश के कारोबारियों ने किया स्वागत
TV9 Bharatvarsh | Edited By: मनीष रंजन
Updated on: Jul 25, 2021 | 5:19 PM
उपभोक्ता केंद्रित जनादेश के साथ एक मजबूत और गतिशील नियामक ढांचे का आह्वान करते हुए, कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने ई-कॉमर्स नियमों के मसौदे को भविष्य में भारत में संरचित और पारदर्शी ई-कॉमर्स व्यवसाय के लिए एक आदर्श दिशानिर्देश करार दिया है. कैट ने ई-कॉमर्स नियमों के मसौदे पर अपने संशोधन प्रस्ताव कॉमर्स का कार्य के उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय को भेजे गए अपने ज्ञापन मे ई-कॉमर्स व्यवसाय के सभी के नियमों के अनुपालन के लिए एक निगरानी तंत्र की मांग की है और उल्लंघन की स्थिति में, उक्त तंत्र को दंडात्मक और अन्य कार्रवाई करने के लिए भी सशक्त किया जाना चाहिए का सुझाव दिया है.
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