Swing Trading कैसे करे

अच्छी ट्रेडिंग के 06 नियम जाने। Know the 06 rules of good trading
ट्रेडिंग (Trading) नियम ट्रेडरो को प्रॉफिट कराते हैं। जब नए लोग Swing Trading कैसे करे Swing Trading कैसे करे शेयर मार्केट में आते हैं, तो उनके पास प्रोफेसनल ट्रेडरो की तुलना में पूरी तरह से अलग सोच और नियम होते है। यही कारण है कि ज्यादातर नए ट्रेडर ( Trader) पैसे गंवाकर शुरुआत करते हैं।
आज के इस पोस्ट के माध्यम से जानेंगे की अच्छी ट्रेडिंग ( Trading) के कौन से वो 06 नियम है जिनको हर नए ट्रेडरों को जानने की जरूरत है और इन नियमों को जान कर अगर आप लोग ट्रेडिंग में अप्लाई करते है तो आप अपनी ट्रेडिंग ( Trading) को बेहतर कर सकते है जिससे आप लोगो को अधिक लॉस न हो शेयर मार्केट में।तो चलिए जानते है इन नियमों को जो इस प्रकार से है।
1.पोजिशन साइज के हिसाब से अपना ट्रेडिंग (Trading) स्टॉपलॉस सेट करे ।
2.पहले से ही अपने दिमाग में लॉस को स्वीकार करे ।
3.ट्रेड को पर्याप्त समय दे।
4. ट्रेडिंग (Trading) में कुछ न करना भी एक कला है।
5.ट्रेड लेने के बाद आप जो भी एक्शन लेते है उसे लिखे।
6.ट्रेडिंग (Swing Trading कैसे करे Trading) से कुछ समय के लिए ब्रेक ले।
1.पोजिशन साइज के हिसाब से अपना ट्रेडिंग (Trading) स्टॉपलॉस सेट करे :
आपलोग ट्रेडिंग (Trading) करते समय अपने स्टॉपलॉस को बड़े अक्षरों में लिखे, तथा टारगेट को छोटा लिखे ताकी आप लोग टारगेट के पीछे गुम न हो जाए। ट्रेडिंग में बहुत अधिक रुपए कमाने का एक मात्र ही गुप्त नियम है की आप को अधिक रुपए यानी बड़ा लॉस नही करना है।
अगर आप लोग इसे सीख गए और ट्रेडिंग ( Trading) में बड़ा लॉस नही कर रहे है तो आप लोग ट्रेडिंग से बहुत रुपए कमाएगे इस लिए ट्रेड लेने से पहले अपने स्टॉपलॉस को देखे और उसी हिसाब से अपनी पोजिशन साइज सेट करे, ताकी अगर आप का स्टॉपलॉस हिट होगा तो आप बड़े नुकसान से बच जायेगे।
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2.पहले से ही अपने दिमाग में ट्रेडिंग (Trading) लॉस को स्वीकार करे।
जब आप लोग ट्रेड लेने से पहले ही लॉस को स्वीकार कर लेते है तो आप को अंदर से शान्ती रहती है,आप को पता होता है की अगर ये ट्रेड मेरी ओर नही चली तो मैं इतने ही रूपए खोऊगा ।
यदि आप पहले से ही लॉस को नही स्वीकार करते है तो आप को हमेशा अपनी सभी ट्रेडो से लाभ की अपेक्षा रहेगी और अगर उस ट्रेड में आप को लाभ नही हुवा तो आपने अंदर की शांती भंग होगी और आप लोग पैनिक करने लगोगे इसी वजह से आप लोग पहले से ही लॉस को स्वीकार कर ले और अपनी ट्रेडिंग (Trading) जर्नी को सफल बनाए।
3.ट्रेड को पर्याप्त समय दे :
जब आप का स्टॉपलॉस छोटा और टारगेट काफी बड़ा होता है तो आप को अपनी ट्रेड को समय देना पड़ेगा। आप का स्टॉपलॉस भी अधिक बार हिट होगा ।
इसके लिए आप तैयार रहना पड़ेगा स्टॉपलॉस से घबराए नही ये ट्रेडिंग ( Trading)का एक हिस्सा है प्रॉफिट और लॉस तो लगा ही रहता है ।
ट्रेड में,लेकिन जब आप अपना धैर्य खो Swing Trading कैसे करे देते है ट्रेड करते समय जब आप को पुलबैक दिखता है लगता है ट्रेड को एग्जिट करदे आप को इसके लिए भी तैयार होना पड़ेगा पहले से Swing Trading कैसे करे ही, आराम से अपनी ट्रेड को पूरा समय दे और अपनी ट्रेडिंग जर्नी को एंजॉय करे।
4. ट्रेडिंग (Trading) में कुछ न करना भी एक कला है :
जब आप लोग किसी ट्रेड में इंटर करते है तो ज्यादातर समय आप को कुछ नही करना होता है ।
उस और ही आप को ध्यान देना है जो आप ने अपने टेक्निकल एनालिसिस में अपना टारगेट और स्टॉपलॉस लेवल निकले है।
एक बार टारगेट और स्टॉपलॉस सेट करने के बाद आप को तब तक कोई एक्शन नहीं लेना है जब तक आप टारगेट या स्टॉपलॉस में से एक हिट नही हो जाता है।
अगर आप अपने लेवल इधर उधर करेंगे, तो ट्रेडिंग Swing Trading कैसे करे सिस्टम खराब होता है। यदि आप ये करते है तो आपको और अधिक टेक्निकल एनालिसिस पर ध्यान देने की आवश्कता है।
5.ट्रेड लेने के बाद आप जो भी एक्शन लेते है उसे लिखे :
आप जब ट्रेड लेते है और जब तक ट्रेड खत्म नही होती इसके बीच में जो भी ख्याल आते है उसे लिखे वो जो करने का मन करता है,या जो एक्शन लिए सभ कुछ अब इससे होगा क्या?
लिखने से आप को पता चले गए जब आप की ट्रेड में लाभ होता है तो आप क्या करते है और जब आप को लॉस होता है तो आप क्या करते है। आप क्या सोचते है ट्रेडिंग (Trading) करते समय तथा आप क्या गलत करते हो।
जब आप को समय मिले इसे पढ़े ताकी आप ने जो गलती की उससे सीखे और अपनी ट्रेडिंग को बेहतर बनाए इससे आप को अपने बारे में बहुत अधिक जानने को मिले गा जो आप के स्टोर्ंग प्वाइंट्स है और जो आप के कमजोर प्वाइंट्स है अपनी कमजोरी को सुधारे और ट्रेडिंग ( Trading) की दुनिया में अपना नाम बनाए।
6.ट्रेडिंग (Trading) से कुछ समय के लिए ब्रेक ले:
जब आप कोई ट्रेड लेते है उस समय आप का दिमाग बहुत अधिक एक्टिव होता है इसी लिए ट्रेडिंग में आप लोगो को एक छोटा ब्रेक लेना चाहिए यह आप के लिए बहुत अच्छा होता है।
आप दिन भर स्क्रीन के सामने बैठे हुवे है और ट्रेड किए जा रहे है उससे अच्छा है की एक ट्रेड खत्म हो जाने के बाद जब आप दूसरी ट्रेड ले उससे पहले आप लोग थोड़ा सा टाइम ब्रेक ले और अपने मन तथा शरीर को शांत करे ।
ये थे वो 06 तरीके जिससे आप अपनी ट्रेडिंग ( Trading) को बेहतर बना सकते है यदि आप इनका पालन करते हो तो आप की ट्रेडिंग स्किल अच्छी होगी तथा लॉस कम और प्रॉफिट अधिक होगा।
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Stock Market Trading: बेस्ट करियर ऑप्शन में से एक है स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग, जानें कैसे करें कोर्स
Stock Market Trading Courses: यहां जानें स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग में करियर विकल्प क्या हैं और आप इसमें किन योग्यताओं के साथ जॉब कर सकते हैं।
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हाइलाइट्स
- स्टॉक मार्केट क्यों है बेस्ट करियर ऑप्शन?
- जानें कोर्स के लिए कौन-सी योग्ताएं हैं जरूरी
- इस फील्ड में जॉब करने से मिलते हैं कई फायदे
- आप अपने खुद के मालिक हो सकते हैं।
- करेक्ट नॉलेज और स्ट्रेटजी के साथ, आप मार्केट से अच्छा पैसा कमा सकते हैं।
- आप कैश मार्केट (cash market) से डेरिवेटिव मार्केट (derivative market) तक बढ़ सकते हैं और लीवरेज को अपना फ्रेंड बना सकते हैं
- आप रिसर्चर या ट्रेनर भी बन सकते हैं
- आप सेबी पंजीकृत निवेश सलाहकार (SEBI registered Investment Advisor) या सेबी पंजीकृत अनुसंधान विश्लेषक (SEBI registered Research Analyst) बन सकता है और कंसल्टिंग कर सकते हैं।
- स्टॉकब्रोकर (Stockbroker)
- फाइनांशियल एडवाइजर (Financial Advisor)
- इनवेस्टमेंट एडवाइजर (Investment Advisor)
- पोर्टफोलिया मैनेजमेंट सर्विस (Portfolio Management Services) (PMS)
- रिसर्च एनालिस्ट (Research Analyst)
- ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग (Online Stock Trading)
- फाइनांशियल एनालिस्ट (Financial Analyst)
- इक्वीटी इनालिस्ट (Equity Analyst (Fundamental/ Technical)
- मार्केट रिसर्चर (Market Researcher)
- एमएफ डिस्ट्रिब्यूटर / एडवाइजर (MF Distributor/Advisor)
- इंश्योरेंस डिस्ट्रीब्यूटर / एडवाइजर (Insurance distributor/advisor)
- एक क्लीयर ट्रेडिंग प्लान तैयार करना। ट्रेडिंग प्लान का लक्ष्य Swing Trading कैसे करे श्ूजर के लिए क्लीयर और मीनिंगफुल होना चाहिए।
- स्ट्रैटजी को लागू करने के लिए ट्रेडर को टेक्नोलॉजी और मेथ्ड से फैमिलियर होना चाहिए।
- आउटकम को प्राप्त करने की प्लानिंग के लिए, ट्रेडर को प्लानिंग पर भरोसा करना चाहिए।
- लगातार सफलता प्राप्त करने में सक्षम होने के लिए रेवेंज ट्रेडिंग (revenge trading), रीसेंसी बायस (Swing Trading कैसे करे recency bias), स्टीरियोटाइपिंग इत्यादि जैसे बिहेवेरियल बायसेज (behavioral biases) के बारे में हमेशा अवेयर रहना चाहिए।
- हमेशा कुछ नियम रखें और हमेशा उनका पालन करें।
- ट्रेडिंग को फुलटाइम प्रोफेशन/बिजनेस के रूप में मानें जिसमें बिजनेस करने की लागत में आपको होने वाली हानि होती है। नुकसान से कभी भी न हिचकिचाएं और हमेशा स्ट्रिक्ट स्टॉप-लॉस का पालन करें।
- ट्रेडर ज्यादातर सेल्फ थॉट ब्रीड (self-taught breed) होते हैं। हालांकि, एक प्रोफेशनल ट्रेडर को शुरू करने के लिए फाइनांस की मूल बातें समझने की जरूरत है। कॉलेज की डिग्री आजकल एक प्रीकंडीशन है - कम से कम यदि आप ट्रेडिंग को सिरियसली लेना चाहते हैं या किसी सम्मानजनक फाइनांशियल इंस्टीट्यूशन या कॉर्पोरेशन में ट्रेडिंग से रिलेटेड करियर बनाना चाहते हैं।
- अधिकांश ट्रेडर के पास मैथ्स, फाइनांस, अकाउंटिंग, इकोनॉमिक्स या इंडस्ट्री में डिग्री होती है। डिफाइंड क्राइटेरिया के रूप में, शुरुआत करने के लिए आयु 18 वर्ष हो ऐसा जरूरी नहीं है। शेयर बाजार में निवेश करने की कोई न्यूनतम उम्र नहीं है। नाबालिग और वयस्क दोनों शेयरों में निवेश कर सकते हैं।
- माता-पिता या गार्जियन द्वारा संबंधित दस्तावेज जमा करने के बाद नाबालिग के नाम पर अकाउंट खोला जा सकता है। नाबालिग के वयस्क होने तक माता-पिता या गार्जियन अकाउंट की देखरेख करते हैं। नाबालिग के 18 साल के होने के बाद, डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट व्यक्ति को कुछ केवाईसी (अपने ग्राहक को जानो) दस्तावेज प्राप्त करने के लिए एक एडवाइजरी भेजता है ताकि वह नया अकाउंट खोल सके और उसमें डिटेल ट्रांसफर कर सके।
- डीमैट अकाउंट खोलने के लिए पैन कार्ड जरूरी है। इसे खोलते समय आपको केवाईसी दस्तावेजों के साथ अपने पैन कार्ड की एक प्रति जमा करनी होगी। दूसरी ओर, किसी के लिए इस इंडस्ट्री में इनवेस्टेंट एडवाइजरी या किसी कंसल्टिंग कंपनी में प्रोफेशनल के रूप में काम करने के लिए एनआईएसएम सर्टिफाइड होना चाहिए और इकोनॉमिक्स / बिजनेस मैनेजमेंट / फाइनांस या इसी तरह के कोर्स में मास्टर या ग्रेजुएट होना जरूरी है।
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Share Market
शेयर मार्केट से पैसे कमाने के तरीके
SHARE MARKET – The Way of Making Money in Stock Market
SHARE MARKET के बारे में अच्छी जानकारी होने से आपके पास, पैसो से पैसा बनाने की एक खास स्किल्स आ जाती है,
और आप शेयर बाजार से अपने लिए PASSIVE INCOME भी बना सकते है,
स्टॉक मार्केट में निवेश की शुरुआत कैसे करे
Stock market में निवेश क्यों करे
शेयर बाजार से पैसे कमाने के बहुत सारे तरीके है, जिसमे सबसे प्रमुख है-
- शेयर्स के भाव बढ़ने पर उन्हें बेचकर लाभ कमाना (PROFIT ON SELLING)
- इंट्रा डे ट्रेडिंग (Intra day Trading)
- स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading)
- शोर्ट टर्म ट्रेडिंग (Short Term Trading)
- लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग (Long Term Trading)
- फ्यूचर मार्केट ट्रेडिंग (FUTURE MARKET)
- ऑप्शन मार्केट ट्रेडिंग (OPTION MARKET)
हम यहाँ पे शेयर मार्केट के बारे में बेसिक से एडवांस लेवल तक कि जानकारी आपके सामने लाना चाहते है,
ताकि आप शेयर मार्केट से पैसे कमाने के तरीको को सिख कर, पैसो से पैसा बनाने की कला को सिख सके,
शेयर मार्केट की कुछ बेसिक और जानकारी और शेयर मार्केट से जुड़े हमारे काफी सारे सवालों के जवाब आपको निचे दिए गए लिंक्स के जरिये मिल जायेगा,
शेयर मार्केट के बारे आधारभूत और इस से जुडी सभी तरह की जानकारी Swing Trading कैसे करे के बारे में STEP BY STEP GUIDE हिन्दी में ,
ट्रेडिंग का मतलब होता है किसी भी वास्तु या सेवा को कम दाम में खरीदना और फिर उस वस्तु या सेवा का दाम बढ़ जाने पर उसे बेच देना। ट्रेडिंग का मुख्य मकसद किसी भी वास्तु या सेवा को खरीद कर कम समय में लाभ कमाना होता है। यही कारण है कि ट्रेडिंग शेयर मार्किट में सबसे ज्यादा की जाती है। और लोग हर रोज शेयर पर ट्रेडिंग करके हजारों और लाखों रूपये कमा लेते है।
तो अगर आप शेयर पर ट्रेडिंग करके पैसे कमाना चाहते है। तो सबसे पहले आपको शेयर मार्किट ट्रेडिंग को समझना होगा। चलिए जानते है शेयर मार्किट ट्रेडिंग क्या है ?
Share Market Trading Kya Hai?
शेयर मार्किट ट्रेडिंग, शेयर पर होने वाली ट्रेडिंग को कहते है। जब सुबह 9:15 AM पर शेयर मार्किट खुलती है। तब ट्रेडर कम दाम में शेयर को खरीद लेते है। और दोपहर के 3:30 PM के पहले शेयर को बेच देते है। क्योंकि शेयर मार्किट सुबह 9:15 AM पर खुलती है और 3:30 PM पर बंद हो जाती है। इस बीच ट्रेडर अपने ख़रीदे हुए शेयर पर अनुमानित मुनाफे को देख कर शेयर को बेच कर मुनाफा कमा लेते है। लेकिन शेयर मार्किट में ट्रेडिंग अलग-अलग प्रकार कि होती है। और ट्रेडर अपनी सुविधा और जोखिम के अनुसार ट्रेडिंग करते है।
positive words : सकारात्मक शब्दों की ताकत क्या होती है ? प्रेरणात्मक कहानी से जानिए Save Water article कैसे बचाएँ पानी (पानी बचाने के उपाय) importance of education शिक्षा क्या हैं? शिक्षा का महत्व thyroid symptoms in Hindi थायराइड की समस्या और इसके लक्षण जानिए विस्तार से ट्रेडिंग कितने प्रकार कि होती है ?
शेयर मार्किट में मुख्य रूप से 3 प्रकार कि ट्रेडिंग होती है। और ट्रेडर मुनाफा कमाने के लिए अपनी सुविधा अनुसार ट्रेडिंग करते है।
Types of Share Trading?
Intraday Trading Kya Hai ?
शेयर मार्किट के खुलने से लेकर उसके बंद होने के पहले शेयर को खरीद कर बेचने को Intraday Trading कहते है।
इसमें ट्रेडर 9:15 AM से 3:30 PM के बीच शेयर को खरीदता और बेचता है।
Scalping Trading Kya Hai ?
सकैलपिंग ट्रेडिंग भी शेयर मार्किट के खुलने से उसके बंद होने के बीच में की जाती है। लेकिन Scalping Trading में पुरे दिन ट्रेडिंग नहीं की जाती।
यह ट्रेडिंग ज्यादा से ज्यादा पैसों के साथ कुछ ही मिनट या घंटे के लिए कि जाती है। जैसे 9:15 AM पर शेयर को खरीद कर 10:05 AM पर ही शेयर बेच कर मुनाफा कमा लेना।
Swing Trading Kya Hai ?
Swing Trading बाकि दोनों सकैलपिंग ट्रेडिंग और इंट्राडे ट्रेडिंग से अलग है। यह कुछ दिन और हफ़्तों के लिए की जाती है। लेकिन इसमें भी शेयर को खरीदना और बेचना शेयर मार्किट के खुलने और बंद होने के बीच ही किया जाता है। स्विंग ट्रेडर पहले शेयर मार्किट में कम दाम पर शेयर खरीद लेते है। और फिर उन्हें hold करके रख लेते है। उसके बाद जब कुछ दिन या हफ्ते में उनके शेयर की price ज्यादा हो जाती है, तो उन्हें बेच कर मुनाफा कमा लेते है।
trading account क्या है ? → what is trading account?
Trading Account एक ऐसा खाता है, जिसमे निवेशक या ट्रेडर के पैसा जमा होते है। यह Trading Account , निवेशक या ट्रेडर के डीमैट अकाउंट से लिंक कर दिया जाता है। जिसकी वजह से शेयर खरीदने के बाद शेयर Demat अकाउंट में जमा हो जाते है। और शेयर बेचने पर Demat Account में से शेयर निकल जाते है।
ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट के बिच का फर्क (Difference Between Demat Swing Trading कैसे करे and Trading Account):
- ज्यादातर लोग Trading और Demat Account एक साथ खुलवाने की वजह से इन दोनों के बिच का फर्क नहीं जानते। लेकिन इन दोनों के बिच बहुत बड़ा फर्क होता है।
- Demat Account एक ऐसी जगह है जिसमे आपके द्वारा ख़रीदे गए शेयर को रखा जाता है। इसलिए यह एक स्टोरेज की तरह होता है। जिसमे कोई शेयर खरीदने पर शेयर जमा होता है। और बेचने पर शेयर निकल जाता है। जबकि Trading Account का उपयोग है, शेयर ख़रीदने और बेचने के लिए ऑर्डर रखने की सुविधा देना।
- ट्रेडिंग अकाउंट में पैसा जमा रखा जा सकता है। जबकि डीमैट अकाउंट में पैसा जमा नहीं होता।
trading account के लाभ (Benefits of a Trading Account) :
- बदलती टेक्नोलॉजी के कारण Online Trading की सुविधा से शेयर की खरीद बिक्री बहुत ही आसान हो गई है।
- शेयर खरीदने पर पैसा कटना और बेचने पर पैसा जमा होना यह सभी ऑटोमैटिक हो जाता है।
- ऑनलाइन ट्रेडिंग की सुविधा की वजह से लिखित या कॉल कर के ऑर्डर देने की जरुरत नहीं रहती। और भेजा गया ऑर्डर बहुत जल्दी कम्पलीट हो जाता है।
- सिर्फ एक मोबाइल के द्वारा किसी भी जगह से शेयर खरीद और बेच सकते है।
तो दोस्तों यह था trading account क्या है? कैसे बनाए trading account? उम्मीद करता हु आपको trading account के बारे में पूरी जानकारी समझ आ गया होगा,
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