धड़ाम हुई बिटकॉइन की कीमत

क्रिप्टो मार्केट पर गौर करें तो बुधवार (24 नवंबर) दोपहर तक तक बिटकॉइन (Bitcoin) में करीब 25 फीसदी, Ethereum में 23 फीसदी, Tether में करीब 23 फीसदी और यूएसडी कॉइन में करीब 23 फीसदी की गिरावट आ चुकी है. भारत धड़ाम हुई बिटकॉइन की कीमत में बिटकॉइन की कीमत 25 फीसदी से ज्यादा गिरकर 34,99,468 रुपये, इथेरियम की कीमत 2,64,140 रुपये, टीथर की कीमत करीब 63 रुपये, कारडानो की कीमत करीब 107 रुपये तक पहुंच गई.
Elon Musk ने अब नई क्रिप्टोकरेंसी Baby Doge को सुर्खियों में लाया, एक ट्वीट के बाद दोगुनी हुई कीमत
अगर आपको लगता था कि Dogecoin एक मजाक है तो अब मार्केट में एक नया क्रिप्टोकरेंसी आ चुका है जिसका नाम है Baby Doge। जी हां, अमेरिकी इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला (Tesla) और स्पेसएक्स (SpaceX) के मालिक एलॉन मस्क (Elon Musk) ने गुरुवार को Dogecoin स्पिनऑफ Baby Doge के बारे में एक ट्वीट किया और इसके तुरंत बाद क्रिप्टोक्यूरेंसी का वैल्यू बढ़कर लगभग दोगुना हो गया है। यूजर्स ने कहा कि अरबपति अभी भी क्रिप्टोक्यूरेंसी प्राइस को प्रभावित करने में सक्षम है।
मस्क ने पिछले साल वायरल हुई Baby Shark गाने के लिरिक्स का इस्तेमाल किया, लेकिन Baby Shark के बजाय उन्होंने Baby Doge लिखा। उनके फैंस ने इस ट्वीट को एक बार फिर गंभीरता से लिया और #babydoge सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगा। मस्क के ट्वीट के बाद Baby Doge की कीमत में लगभग 98 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
Cryptocurrency पर पाबंदी लगाने की खबरों के बीच Bitcoin में आई बड़ी गिरावट, जानें पूरा मामला
- News18Hindi
- Last Updated : November 24, 2021, 13:07 IST
नई दिल्ली . Cryptocurrency में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है. बिटकॉइन (Bitcoin) सहित दूसरी क्रिप्टोकरेंसी में 20 फीसदी से ज्यादा गिरावट देखने को मिल रही है. केंद्र सरकार द्वारा क्रिप्टोकरेंसी पर लगाम लगाने के लिए नए कानून (New Cryptocurrency bill) बनाने की खबरों के बीच ये उठापटक देखने को मिल रही है.
आज सुबह 10 बजे तक बिटकॉइन में 17% से ज्यादा गिरावट देखी जा रही है. क्रिप्टोकरेंसी के लिए सरकार 29 नवंबर से शुरू होने जा रहे शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरेंसी को रेगुलेट करने वाला विधेयक संसद में पेश करेगी. बिल में सभी तरह की प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी (Ban Private Cryptocurrencies) पर पाबंदी लगाने की बात कही गई है. इस खबर के बाद क्रिप्टो बाजार धड़ाम हो गया.
कैसे तय होती है किसी Cryptocurrency की वैल्यू, कौन से फैक्टर्स तय करते हैं करेंसी की कीमत, जानें यहां
Cryptocurrency Price : कई फैक्टर्स हैं, जो क्रिप्टो कॉइन्स की वैल्यू तय करते हैं.
Cryptocurrency आज के वक्त में निवेशकों के बीच निवेश का पॉपुलर माध्यम बन चुकी हैं. लेकिन क्रिप्टोकरेंसी बाजार की वॉलेटिलिटी यानी अस्थिरता एक फैक्टर है, जो निवेशकों के लिए चिंता खड़ी करती है. हर बड़ी क्रिप्टोकरेंसी ने जबरदस्त चढ़ाव देखा है तो झटके में धड़ाम भी होती दिखी हैं, ऐसे में कोई भी निवेशक इसको लेकर फिक्र करेगा. लेकिन सवाल यह है कि आखिर कौन सै फैक्टर्स हैं, जो क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें तय करते हैं. किसी क्रिप्टोकरेंसी वैल्यू कम होगी या ज्यादा होगी, यह कैसे तय होता है. क्रिप्टो में निवेश करने से पहले यह जानना जरूरी है.
मांग और स्वीकार्यता
किसी भी असेट या कमोडिटी की कीमत तय करने में सबसे बड़ी भूमिका उसकी मांग को लेकर होती है. किसी भी चीज की वैल्यू तब होती है, जब उसे लेकर उपभोक्ताओं और निवेशकों के बीच स्वीकार्यता होती है, उसका इस्तेमाल होता है. जैसे ही किसी क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल बढ़ता है, उसकी मांग बढ़ती है और इस तरह से उस कॉइन की वैल्यू भी बढ़ जाती है. फिएट करेंसी यानी ट्रेडिशनल करेंसी जो होती है, उसका नियमन होता है और उसे एक बड़ी मात्रा में छापा जाता है, लेकिन क्रिप्टोकरेंसी एक सीमित संख्या में जेनरेट होती हैं. पिछले कुछ सालों में क्रिप्टोकरेंसी की स्वीकार्यता बढ़ी है, जिसके चलते इनकी वैल्यू भी बढ़ी है.
नोड काउंट किसी क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े एक्टिव वॉलेट्स के नंबर को कहते हैं. यह इंटरनेट पर या उस करेंसी के होमपेज पर देखा जा सकता है. इससे यह भी पता चलता है कि कोई कॉइन मार्केट में आए किसी क्राइसिस से उबर सकता है या नहीं.
प्रोडक्शन की लागत
क्रिप्टोकरेंसी की माइनिंग में प्रोडक्शन लागत जाती है. किसी कॉइन की माइनिंग में डायरेक्ट कॉस्ट और कॉस्ट ऑफ रिसोर्स यानी स्रोतों पर लगने वाली लागत से उस कॉइन की वैल्यू तय होती है. प्रोडक्शन लागत जितनी ज्यादा होगी, कॉइन की वैल्यू उतनी ज्यादा होगी.
किसी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने से पहले कुछ निवेशक उसकी सिक्योरिटी और फ्यूचर प्रॉस्पेक्ट यानी आगे की संभावनाओं को तौलते हैं, ये जानकारी ब्लॉकचेन पर मिलती है. नए निवेशकों को ऐसे कॉइन चुनने चाहिए, जो अपने कॉइन्स को सबसे ज्यादा सिक्योरिटी देते हैं. हालांकि. प्रोफेशनल निवेशक ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी की भविष्य की संभावनाओं पर फोकस करते हैं.
Bitcoin Rate: बजट के बाद धड़ाम से गिरने वाला बिटकॉइन इस हफ्ते भागा ऊपर, क्या पैसा लगाया जाए?
नवभारत टाइम्स 18-07-2022
नई दिल्ली:
दुनिया की सबसे बड़ी, सबसे लोकप्रिय और सबसे पुरानी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की कीमत (Bitcoin rate) एक बार फिर चढ़ने लगी है। आज इसमें छह फीसदी तक उछाल आया और यह एक बार फिर 22,000 डॉलर के पार पहुंच गई। बजट के बाद इसकी कीमत में काफी गिरावट आई थी। हाल में इसका भाव 19,000 डॉलर से भी नीचे आ गया था। लेकिन पिछले 15 दिनों में इसकी कीमत में 3000 डॉलर से अधिक तेजी आई है। क्रिप्टो एक्सचेंज धड़ाम हुई बिटकॉइन की कीमत वजीरएक्स (WazirX) के मुताबिक दोपहर बाद एक बजे बिटकॉइन तीन फीसदी से अधिक तेजी के साथ 22,270 डॉलर पर ट्रेड कर रही थी।
जनवरी के स्तर पर पहुंच गया था बिटकॉइन:
क्रिप्टो बाजार की बड़ी हलचल से बिटकॉइन अछूता नहीं धड़ाम हुई बिटकॉइन की कीमत रहा. बीते 24 घंटों में ही करीब 30% गिरकर बिटकॉइन एक समय 30,681 डॉलर तक पहुंच गया था. यह इस साल जनवरी के बाद का न्यूनतम स्तर है. बिटकॉइन के शिखर स्तर 64,800 डॉलर से तुलना करे तो यह करीब 55% की गिरावट है. बता दें कि फरवरी में जब टेस्ला द्वारा बिटकॉइन में निवेश की बात सामने आई थी, उस समय इसकी कीमत करीब 38,000 डॉलर थी. बिटकॉइन गिरकर इस स्तर से भी काफी नीचे पहुंच गया था.
बिटकॉइन पर क्यों है बवाल, समझिए क्यों बंटी दुनिया?
मस्क के ट्वीट ने दी थोड़ी राहत:
20 मई को सुबह 7 बजे तक, बिटकॉइन थोड़ा संभलते हुए 37,200 के करीब व्यापार कर रहा है. यह पिछले 24 घंटों में करीब 15% की कमजोरी है. बिटकॉइन की कीमत में इस मामूली रिकवरी की वजह एलन मस्क के ट्वीट को बताया जा रहा है. मस्क ने बुधवार की रात ‘टेस्ला एक पास है- और एक डायमंड इमोजी’ ट्वीट किया थी. इस ट्वीट के बाद बिटकॉइन में खरीदारी बढ़ी और यह करेंसी दिन के न्यूनतम से करीब 20% चढ़ी.
बिटकॉइन के अलावा अन्य प्रचलित क्रिप्टो करेंसी जैसे इथेरियम, बाइनेंस कॉइन और डॉजकॉइन, इत्यादि भी बड़ी गिरावट के साथ व्यापार कर रहे हैं. इथेरियम अपने शिखर स्तर 4,362 डॉलर की तुलना में करीब 36% नीचे रहते हुए 2,850 डॉलर पर व्यापार कर रहा है. इसी तरह बाइनेंस कॉइन भी बीते 24 घंटों में करीब 30% टूटा है. Dogecoin का भाव 0.34 डॉलर है जो कि करेंसी के सर्वोच्च स्तर से करीब 55% की गिरावट है.
इस गिरावट के पीछे कई वजहें:
क्रिप्टो बाजार में इस बड़ी बिकवाली के पीछे कई अहम फैक्टर हैं.
मार्केट में वर्तमान कमजोरी की सबसे बड़ी वजह चीन में क्रिप्टोकरेंसी संबंधी नए प्रतिबंध हैं. चीन ने वित्तीय संस्थाओं और भुगतान कंपनियों के क्रिप्टो संबंधी सुविधा देने पर पूरी तरह से रोक लगा दी है. ऑर्डर में स्पेकुलेटिव क्रिप्टो ट्रेडिंग को लेकर भी निवेशकों को चेताया गया धड़ाम हुई बिटकॉइन की कीमत है. इसके साथ ही इशारा किया गया है कि वर्चुअल करेंसी की अपनी कोई रियल वैल्यू नहीं होती. डर यह भी है कि अन्य देश भी चीन से सीख लेकर इस दिशा में आगे बढ़ सकते हैं.
टेस्ला ने हाल में बिटकॉइन को भुगतान के तौर स्वीकार करने का अपना फैसला वापस ले लिया था. टेस्ला ने बिटकॉइन के इको फ्रेंडली न होने को इसकी वजह बताया था. इसके बाद क्रिप्टो बाजार में बड़ी हलचल हुई थी. चर्चा यह भी थी टेस्ला ने अपनी क्रिप्टो होल्डिंग्स बेच दी है. हालांकि, इन अटकलों को खारिज किया गया था. क्रिप्टो बाजार में इस कारण बड़ी प्रॉफिट बुकिंग देखी गई थी.