ऑनलाइन निवेश

शेयर बाजार में ऑनलाइन निवेश के बहाने मप्र के निवेशक को ठगने का आरोपी गुजरात से गिरफ्तार
जबलपुर, आठ मार्च (भाषा) मध्य प्रदेश पुलिस ने शेयर बाजार में ऑनलाइन राशि निवेश करने के बहाने यहां एक व्यक्ति से सात लाख रुपये ठगने के आरोप में गुजरात के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
साइबर शाखा जबलपुर के पुलिस अधीक्षक लोकेश सिन्हा ने बताया कि पुलिस ने गुजरात के साबरकांठा जिले के अनवरपुरा गांव में रहने वाले रमाभाई पटेल (51) को इस मामले में गिरफ्तार किया है। पटेल के मोबाइल नंबर और जिस बैंक खाते से लेन-देन किया गया है, उसका सत्यापन किया गया है।
उन्होंने कहा कि पटेल ने जबलपुर निवासी हिमांशु शर्मा से ऑनलाइन निवेश के लिए डीमैट खाता खोलकर और शेयर बाजार में निवेश का लालच देकर कथित तौर पर सात लाख रुपये ठगे।
अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच के बाद पुलिस ने आरोपी का बैंक खाता फ्रीज कर दिया है और सात लाख रुपए बरामद किए हैं।
उन्होंने बताया कि पटेल के खिलाफ भारतीय दंड संहिता एवं सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
अनिश्चित लाभ के साथ ऑनलाइन स्टोर में निवेश करने का हुक्म
मैं जर्मनी में रहता हूँ और मुझे एक ऑनलाइन शॉपिंग और खरीदारी वेबसाइट पर एक ऐसी सुविधा मिली है, जिसके माध्यम से कोई व्यक्ति एक धनराशि भेजकर साइट में निवेश कर सकता है और लाभ कमा सकता है। ध्यान रहे कि लाभ की कोई निर्धारित राशि नहीं है। मैंने वेबसाइट पर पढ़ा है कि लाभदर 10% से 50% के बीच हो सकती है। उदाहरण के लिए, यदि मैं वेबसाइट के खाते में एक सौ डॉलर भेजता हूँ, तो अगले दिन एक निर्दिष्ट समय पर, वेबसाइट उन वस्तुओं की एक सूची भेज देगी जो वेबसाइट प्रशासन के माध्यम से खरीदी और बेची गई हैं, जैसे कि कपड़े या खेल के उपकरण, कीमत और लाभ के उल्लेख के साथ। इन चीजों के मुनाफे से मेरे हिस्से की गणना की जाएगी और उसे मेरे खाते में जोड़ दिया जाएगा। यह प्रक्रिया प्रतिदिन दोहराई जाएगी। मैंने देखा कि मेरे मित्रों को प्राप्त होने वाला लाभ लगभग 10% है। लेकिन यह निश्चित नहीं है, बल्कि यह बेची गई वस्तुओं की मात्रा पर निर्भर करता है। क्या इसे लाभ या ब्याज (रिबा) माना जाएगाॽ
उत्तर का पाठ
हर प्रकार की प्रशंसा और गुणगान केवल अल्लाह तआला के लिए योग्य है।.
किसी भी कंपनी, बैंक या वेबसाइट में निवेश के जायज़ होने के लिए निम्नलिखित शर्तें निर्धारित हैं :
- - निवेश के क्षेत्र के बारे में जानकारी होनी चाहिए और यह कि वह अनुमेय है। इसलिए ऐसी कंपनी में निवेश करना जायज़ नहीं है, जिसकी गतिविधि ज्ञात नहीं है। क्योंकि वह इस पैसे को रिबा (सूदी काम) में, या स्टॉक एक्सचेंज आदि में निषिद्ध (हराम) लेनदेन में, अथवा जुआ के अड्डों या बियर बार में निवेश कर सकती है, या इससे निषिद्ध वस्तुओं का व्यापार कर सकती है।
- - पूंजी की गारंटी नहीं होनी चाहिए। चुनाँचे नुक़सान की स्थिति में कंपनी पूंजी वापस करने के लिए बाध्य न हो, जब तक कि उसकी ओर से कोई कमी या लापरवाही न हुई हो और कंपनी ही नुकसान का कारण हो।
ऐसा इसलिए है क्योंकि अगर पूंजी की गारंटी है, तो वास्तव में यह एक ऋण (क़र्ज़) है और इससे मिलने वाले लाभ को रिबा (सूद) माना जाएगा।
- - लाभ निर्धारित एंव सर्वसंमत हो। लेकिन इसे लाभ के सामान्य प्रतिशत के रूप में निर्धारित किया जाना चाहिए, न कि पूंजी के। इसलिए निवेशक को, उदाहरण के तौर पर, लाभ का एक तिहाई, या आधा या बीस प्रतिशत मिलेगा, पूंजी का नहीं।
लाभ के प्रतिशत का अज्ञात होना सही नहीं है, क्योंकि यह इस्लामी शरीयत की ऑनलाइन निवेश दृष्टि से लेनदेन को अमान्य (फ़ासिद) कर देता है।
इब्ने क़ुदामह रहिमहुल्लाह ने कहा :
मुज़ारबा (एक व्यापार जिसमें आदमी अपना धन किसी दूसरे को व्यापार करने कि लिए देता है और लाभ में दोनों साझेदार होते हैं) के वैध होने की शर्तों में से एक शर्त यह है कि काम करने वाले का हिस्सा निर्धारित होना चाहिए, क्योंकि वह शर्त के द्वारा ही उसका हक़दार होता है। इसलिए इसके बिना उसे निर्धारित नहीं किया जा सकता।
फिर उन्होने ने कहा :
“यदि वह कहता है : इसे (अर्थात यह धन) मुज़ारबा के रूप में ले लो और इसमें तुम्हारे लिए लाभ का एक हिस्सा, या लाभ में साझेदारी, या लाभ में से कुछ, या एक हिस्सा या भाग्य है। तो यह वैध (मान्य) नहीं है। क्योंकि यह राशि अज्ञात है और मुज़ारबा केवल एक ज्ञात मात्रा पर ही मान्य होता है.
तथा साझेदारी के संबंध में हुक्म मुज़ारबा के बारे में हुक्म के समान है, दोनों पक्षों में से प्रत्येक के लाभ की राशि को जानने के अनिवार्य होने में।” “अल–मुग़्नी” (5/24–27) से उद्धरण समाप्त हुआ।
रहा आपका यह कहना कि : “मैंने वेबसाइट पर पढ़ा है कि लाभदर 10% से 50% के बीच हो सकती है”, तो यदि इसका मतलब यह है कि यह लाभदर मुनाफ़े से होगी, तो यह लाभदर निर्धारित करने के लिए पर्याप्त नहीं है। क्योंकि यह अभी भी अज्ञात है। इसलिए इस वेबसाइट के साथ साझेदारी करना हराम (निषिद्ध) है। तथा अगर इसका मतलब यह है कि यह पूंजी का एक प्रतिशत होगा, तो यह हराम होने में और अधिक स्पष्ट है; क्योंकि इस स्थिति में यह ब्याज-आधारित ऋण (क़र्ज) प्राप्त करने की एक चाल है। यह एक वास्तविक साझेदारी नहीं है।
Mutual funds investment: घर बैठे करें निवेश, तैयार हो जाएगा 1 करोड़ रुपए का फंड
म्युचुअल फंड (mutual funds) में निवेश (investment) करके अच्छा रिटर्न (Best returns) पाया जा सकता है. म्युचुअल फंड (MF) की कई कैटेगरी (categories) का 5 साल का रिटर्न (returns) 30 फीसदी (per cent) से ऊपर रहा है. यही कारण है कि म्युचुअल फंड (mutual funds) की आसेट अंडर मैनेजमेंट (AMU) 25 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा हो गई है. यही कारण है कि ज्यादातर लोग म्युचुअल फंड (MF) में निवेश करना चाहते हैं, लेकिन निवेश का तरीका मालूम न होने के चलते वह कर नहीं पाते हैं. हालांकि म्युचुअल फंड (mutual funds) में निवेश (invest) काफी आसान होता है. यह 3 तरीके से किया जा सकता है.आइए जानते हैं कैसे करते हैं म्युचुअल फंड में निवेश .
कई तरीके हैं निवेश करने के
म्युचुअल फंड (mutual funds) में निवेश के कई तरीके हैं. एक तरीका है कि किसी एजेंट (Agent) के माध्यम से निवेश किया जाए. दूसरा तरीका है कि ऑनलाइन (online) किसी भी म्युचुअल फंड (MF) कंपनी या किसी मध्यस्थ कंपनी (Mediator company) के माध्यम से निवेश किया जाए. इसके अलावा तीसरा तरीका है कि किसी शेयर ब्रोकर कंपनी (Share broker company) में डीमैट (Demat) और ट्रेडिंग अकाउंट (Trading account) खोला जाए और उसके माध्यम से निवेश (investment) किया जाए. म्युचुअल फंड (mutual funds) की किसी अच्छी स्कीम (Scheme) में अगर कोई व्यक्ति 20 साल की उम्र में 1000 रुपए महीने का निवेश शुरू कर दे और उसे औसतन 12 फीसदी का ही रिटर्न मिले तो उस व्यक्ति को 60 साल की उम्र में 1 करोड़ रुपए से ज्यादा मिल सकता है.
ऐसे बनाएं प्लानिंग
-सबसे पहले तय करें कि किस माध्यम से निवेश (investment) करना है. अगर एजेंट (Agent) के माध्यम से करना है तो उससे संपर्क करें.
-MF में अगर निवेश ऑनलाइन निवेश (online investment) करना चाहते हैं तो तय करें कि शेयर ब्रोकर (Share broker) के माध्यम से करेंगे या सीधे म्युचुअल फंड (MF) कंपनी की वेबसाइट पर जाकर निवेश करेंगे.
-अगर शेयर ब्रोकर के माध्यम से निवेश करना चाहते हैं तो सबसे पहले डीमैट अकाउंट और एक ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाएं. अगर किसी म्युचुअल फंड कंपनी की वेबसाइट (Website) पर जाकर सीधे निवेश करना चाहते हैं अपना डिटेल उस कंपनी की वेबसाइट (Website) पर दर्ज करें.
ऐसे करें ब्रोकर के माध्यम से निवेश
शेयर ब्रोकर (stock broker) के यहां खुले ट्रेडिंग खाते (trading account) की मदद ऑनलाइन निवेश ऑनलाइन निवेश से आप सीधे म्युचुअल फंड (mutual funds) में निवेश (Investment) कर सकते हैं. यहां पर म्युचुअल फंड वाले हिस्से में जाकर सही स्कीम (scheme) चुनें और कितना पैसा निवेश (investment) करना चाहते हैं, यह डालें. इसके बाद आपका निवेश (investment) हो जाएगा.
म्युचुअल फंड की वेबसाइट (mutual fund website) से निवेश का तरीका
अगर म्युचुअल फंड (mutual fund) की वेबसाइट (mutual fund website) के माध्यम से निवेश करना चाहते हैं तो उस कंपनी की साइट पर अपना ऑनलाइन अकाउंट (online account) बनाएं. इसमें नाम पता और बैंक डिटेल (bank details) जैसी जानकारी मांगी जाती है. एक बार यह अकाउंट बन जाए तो फिर आप उस कंपनी की किसी भी स्कीम (Scheme) में निवेश (investment) कर सकते हैं.
जारी होता है इन्वेस्टमेंट का स्टेटमेंट
किसी भी माध्यम (Mediator company) से निवेश (investment) करने पर म्युचुअल फंड (mutual funds) कंपनी एक स्टेटमेंट (investment statement) जारी करती है. इस स्टेटमेंट में निवेश से जुड़ा पूरा विवरण होता है.
हर माह भी कर सकते हैं निवेश (Investment)
म्युचुअल फंड (mutual funds) में निवेश (Investment) दो तरह से होता है. एक तरीके में निवेश एक बार में ही किया जाता है. इस तरीके से निवेश (Investment) में आमतौर पर 5 हजार रुपए का न्यूनतम निवेश करना होता है. दूसरा तरीका सिस्टेमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान (SIP) कहलाता है. Systematic Investment Plan माध्यम से हर माह निश्चित तारीख पर तय रकम का निवेश म्युचुअल फंड में होने लगता है. इस माध्यम से ज्यादातर स्कीम (Scheme) में न्यूनतम 500 रुपए का भी निवेश किया जा सकता है.
SIP निवेश का बेहतर तरीका
जानकारों (experts) के अनुसार सिस्टेमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान (Systematic Investment Plan) यानी SIP म्युचुअल फंड (mutual funds) में निवेश (investment) का सबसे अच्छा तरीका है. इस माध्यम से निवेश (investment) की अच्छी एवरेजिंग हाे जाती है, जिससे निवेश में खतरा घट जाता है और अच्छे रिटर्न (probability of good returns) की संभावना बढ़ जाती है. म्युचुअल फंड में SIP शुरू करने के बाद जरूरी नहीं है कि आप तय समय तक ही निवेश करें. इस निवेश (investment) को आप जब भी चाहें रोक सकते हैं. ऐसा करने पर कोई पेनाल्टी (penalty) नहीं लगती है.
5 साल का रिटर्न (returns) देखें
म्युचुअल फंड (MF) में अच्छी स्कीम चुनने के लिए या तो आप स्वंय स्कीम्स का कम से कम 5 साल का रिटर्न (returns) देखें. जिस स्कीम का रिटर्न (returns) अच्छा हो उसके निवेश के लिए चुन सकते हैं. अगर ऐसा करने में कोई दिक्कत हो तो किसी वित्तीय सलाहकार (financial adviser) से राय ले सकते हैं.
पर्सनल फाइनेंस: म्यूचुअल फंड में निवेश करने का बना रहे हैं प्लान तो समझें इसमें कैसे लगाएं पैसे, 4 तरह से ऑनलाइन निवेश कर सकते हैं एमएफ में निवेश
म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) निवेश के लिहाज से काफी लोकप्रिय है। क्योंकि यहां अच्छा रिटर्न मिलता और शेयर बाजार की तुलना में जोखिम भी कम रहता है। ऐसे में अगर आप भी म्यूचुअल फंड में निवेश करने का प्लान बना रहे हैं तो इससे पहले म्यूचुअल फंड को ऑनलाइन निवेश जान लेना बहुत जरूरी है। हम आपको म्यूचुअल फंड के बारे में बता रहे हैं ताकि आप इसमें सही से निवेश कर सकें।
क्या है म्यूचुअल फंड?
म्यूचुअल फंड कंपनियां निवेशकों से पैसे जुटाती हैं। इस पैसे को वे शेयर बाजार, बांड और गवर्नमेंट सिक्युरिटीज जैसे एसेट्स में निवेश करती हैं। इसके बदले म्यूचुअल फंड निवेशकों से फीस भी लेती हैं। देश में अलग-अलग कई म्यूचुअल फंड हाउसेज हैं जो निवेश करने के लिए फंड मैनेजर नियुक्त करती है। जो लोग शेयर बाजार में निवेश के बारे में बहुत नहीं जानते, उनके लिए म्यूचुअल फंड निवेश का अच्छा विकल्प है।
कितने तरह के होते हैं म्यूचुअल फंड?
इक्विटी म्यूचुअल फंड
ये स्कीम निवेशकों की रकम को सीधे शेयरों में निवेश करती है। छोटी अवधि में ये स्कीम जोखिम भरी हो सकती हैं, लेकिन लंबी अवधि में इसे आपको बेहतरीन रिटर्न देने वाला माना जाता है। इस तरह की स्कीम में निवेश से आपका रिटर्न इस बात पर निर्भर करता है कि शेयर का प्रदर्शन कैसा है। जिन निवेशकों का वित्तीय लक्ष्य 10 साल बाद पूरा होना है, वे इस तरह की म्यूचुअल फंड स्कीम में निवेश कर सकते हैं।
डेट म्यूचुअल फंड
ये म्यूचुअल फंड स्कीम डेट सिक्युरिटीज में निवेश करती हैं. छोटी अवधि के वित्तीय लक्ष्य पूरे करने के लिए निवेशक इनमें निवेश कर सकते हैं। 5 साल से कम अवधि के लिए इनमें निवेश करना ठीक है। ये म्यूचुअल फंड स्कीम शेयरों की तुलना में कम जोखिम वाली होती हैं और बैंक के फिक्स्ड डिपाजिट की तुलना में बेहतर रिटर्न देती हैं।
हाइब्रिड म्यूचुअल फंड स्कीम
ये म्यूचुअल फंड स्कीम इक्विटी और डेट दोनों में निवेश करती हैं। इन स्कीम को चुनते वक्त भी निवेशकों को अपने जोखिम उठाने की क्षमता का ध्यान रखना जरूरी है। हाइब्रिड म्यूचुअल फंड स्कीम को छह कैटेगरी में बांटा गया है।
सॉल्यूशन ओरिएंटेड म्यूचुअल फंड स्कीम
सॉल्यूशन ओरिएंटेड म्यूचुअल फंड स्कीम किसी खास लक्ष्य या समाधान के हिसाब से बनी होती हैं। इनमें रिटायरमेंट स्कीम या बच्चे की शिक्षा जैसे लक्ष्य हो सकते हैं। इन स्कीम में आपको कम से कम 5 साल के लिए निवेश करना जरूरी होता है। इसमें निवेश करके आप अच्छा रिटर्न पा सकते हैं।
कैसे कर सकते हैं निवेश?
म्यूचुअल फंड में 4 तरह से निवेश किया जा सकता है। इसमें पूरी तरह से ऑनलाइन से लेकर फार्म भरकर निवेश किया जा सकता है। म्यूचुअल फंड में लगाया गया पैसा शेयर बाजार में लगाया जाता है। इसलिए कई लोगों को लगता है कि इसके लिए डीमैट अकाउंट जरूरी है, हालांकि ऐसा नहीं है। म्यूचुअल फंड में निवेश बिना DEMAT अकाउंट के भी निवेश किया जा सकता है।
पहला तरीका
इसमें किसी एजेंट के माध्यम से निवेश करना होता है। अगर एजेंट को खोजने में दिक्कत हो तो जिस कंपनी में निवेश करना चाहते हैं उस कंपनी की वेबसाइट से टोल फ्री नम्बर लेकर बात कर सकते हैं। कंपनी आपके इलाके में जो एजेंट हैं उससे संपर्क करा देगी। फिर इस एजेंट की मदद से आप निवेश कर सकते हैं।
दूसरा तरीका
ब्रोकर या किसी म्यूचुअल फंड बेचने वाली वेबसाइट के माध्यम से भी निवेश किया जा सकता है। कई लोग शेयर बाजार में निवेश करते हैं वह अपने ब्रोकर अकाउंट के माध्यम से भी म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं। इसके अलावा देश में एक दर्जन से ज्यादा वेबसाइट हैं जो म्यूचुअल फंड बेचती हैं। लोग इन वेबसाइट पर अपना रजिस्ट्रेशन कराने के बाद म्यूचुअल फंड खरीद सकते हैं। अगर जरूरत हो तो यह वेबसाइट अपने एजेंट भी निवेशक के पास मदद के लिए भेजती है।
तीसरा तरीका
डायरेक्ट प्लान में निवेश। सेबी के आदेश के बाद सभी म्यूचुअल फंड कंपनियां अपनी सभी स्कीम्स में डायरेक्ट प्लान का ऑप्शन देती हैं। इनमें निवेश पूरी तरह से ऑनलाइन होता है। आप म्यूचुअल फंड कंपनी की वेबसाइट पर जाकर सीधे स्कीम चुनते हैं और कुछ स्टेप में निवेश की प्रक्रिया पूरी करते हैं। यहां पर पेमेंट भी ऑनलाइन करना होता है।
चौथा तरीका
अब पेटीएम मनी ऐप (PayTm Money App) की मदद से आप किसी भी म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं। पेटीएम मनी ऐप की मदद से आप निवेश करने के साथ-साथ अपने पोर्टफलियो को भी आसानी से चेक कर सकते हैं। इसके लिए आपको अलग से कोई कमीशन या फीस नहीं देनी होगी।
कितने रुपए से शुरू कर सकते हैं निवेश?
आपके द्वारा निवेश किए जाने वाले फंड के आधार पर न्यूनतम निवेश राशि अलग-अलग हो सकती है। हालाँकि, आप न्यूनतम 500 रु. निवेश कर सकते हैं। इसे आप अपनी क्षमता के हिसाब से बढ़ा सकते हैं।
इसमें किसे निवेश करना चाहिए?
अगर आप शेयर मार्केट में निवेश करना चाहते हैं लेकिन आपको इसकी जानकारी नहीं है तो आप म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं। क्योंकि इसके तहत आपका निवेश फंड मैनेजर द्वारा मैनेज किया जाता है, जिसे बाजार की अच्छी समझ होती है। ऐसे में नुकसान की संभावना बेहद कम रहती है। वहीं म्यूचुअल फंड के जरिए आपका पोर्टफोलियो डायवर्सिफाई हो जाता है। क्योंकि यहां सिर्फ एक शेयर की बजाए अलग अलग शेयर में या एसेट क्लास में पैसा लगाया जाता है। इससे एक में अगर जोखिम है तो दूसरे में यह कवर हो जाता है।
इससे पा सकते हैं टैक्स छूट का लाभ
इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम यानी ईएलएसएस एक टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड स्कीम हैं, म्यूचुअल फंड की इस स्कीम में निवेश करने पर इनकम टैक्स कानून के सेक्शन 80सी के तहत 1.5 लाख रुपए तक निवेश पर टैक्स छूट का लाभ उठा सकते हैं। बाजार में मौजूद ईएलएसएस पर लॉक इन पीरियड कम से कम 3 साल है। बीते 10 साल में ईएलएसएस म्यूचुअल फंडकैटेगरी ने करीब 8.46 फीसदी का रिटर्न दिया है।