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ट्रेडिंग और निवेश का क्या मतलब है?

ट्रेडिंग और निवेश का क्या मतलब है?
आपको बता दें कि इंदिरा गांधी के शासन में आपातकाल के वक्त जब 42वें संविधान संशोधन अधिनियम 1976 के द्वारा प्रस्तावना में 'समाजवाद', 'पंथनिरपेक्ष' और 'राष्ट्र की अखंडता शब्द जोड़े गए थे। ये शब्द पहले नहीं थे।

ट्रेडिंग और निवेश का क्या मतलब है?

Constitution Day , Preamble of Indian Constitution : संविधान की प्रस्तावना इसकी आत्मा है। प्रस्तावना से मतलब है कि भारतीय संविधान के जो मूल आदर्श हैं, उन्हें प्रस्तावना के माध्यम से संविधान में समाहित किया गया। संविधान की प्रस्तावना में नागरिकों के लिये राजनीतिक, आर्थिक व सामाजिक न्याय के साथ स्वतंत्रता के सभी रूप शामिल हैं। प्रस्तावना नागरिकों को आपसी भाईचारा व बंधुत्व के माध्यम से व्यक्ति के सम्मान तथा देश की एकता और अखंडता सुनिश्चित करने का संदेश देती है। बंधुत्व का उद्देश्य सांप्रदायिकता, क्षेत्रवाद, जातिवाद तथा भाषावाद जैसी बाधाओं को दूर करना है। 26 नवंबर संविधान दिवस के अवसर पर सरकारी कार्यालयों समेत विभिन्न जगहों पर प्रस्तावना पढ़ी जाती है।

संविधान की प्रस्तावना ( Constitution Preamble ) इस प्रकार है -

"हम भारत के लोग, भारत को एक सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न, समाजवादी, पंथनिरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए तथा उसके समस्त नागरिकों को:

बजट घाटे की कसौटी पर पुनर्विचार का समय

यह 1986 की बात है। मैंने एक आलेख लिखा, जिसमें बजट घाटे के विचार पर चर्चा की गई थी। कारण यही था, क्योंकि राजीव गांधी सरकार ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से उधारी लेकर वृद्धि के वित्तीय बंदोबस्त का विचार स्वीकार किया था। इसका मतलब था कि केंद्रीय बैंक को नोट छापने पड़ते। ट्रेडिंग और निवेश का क्या मतलब है? यह विचार एलके झा के माध्यम से आया था, जो भारतीय सिविल सेवा के अधिकारी रहे ट्रेडिंग और निवेश का क्या मतलब है? और 1960 के दशक के अंत में आरबीआई गवर्नर का दायित्व भी उनके पास रहा।

भारत और विदेश में तमाम अर्थशास्त्री इस रणनीति से जुड़े जोखिमों की ओर संकेत कर रहे थे। विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) इसे लेकर बहुत चिंतित था, जो कुछ समय पहले ही लातिन अमेरिकी ऋण संकट से सफलतापूर्वक निपटने की अपनी कामयाबी के खुमार में था। कुछ समय पहले ही उसने राजकोषीय घाटे के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के तीन प्रतिशत के स्तर को तय किया था। मुद्रा कोष के हिसाब से यह घाटे का वांछित या वास्तव में पूर्णता से परिपूर्ण स्तर था।

Easy Trip Planners में 2 दिन में 33% की रैली, जानिए क्यों शेयर भर रहा उड़ान

इजी ट्रिप प्लानर्स के शेयर मंगलवार, 22 नवंबर को बीएसई पर इंट्राडे में 17 फीसदी की दमदार रैली के साथ 67.10 रुपये के स्तर पर पहुंच गए, जो उसका 52 हफ्ते का हाई है

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Easy Trip Planners share price : इजी ट्रिप प्लानर्स के शेयर मंगलवार, 22 नवंबर को बीएसई पर इंट्राडे में 17 फीसदी की दमदार रैली के साथ 67.10 रुपये के स्तर पर पहुंच गए, जो उसका 52 हफ्ते का हाई है। पिछले दो ट्रेडिंग सेशन के दौरान शेयर में 33 फीसदी बढ़त देखने को मिली है। दरअसल, स्टॉक के एक्स-स्प्लिट और एक्स-बोनस ट्रेड होने का शेयर पर असर दिख रहा है। बोनस इक्विटी शेयर (bonus equity shares) के अलॉटमेंट पर विचार करने और मंजूरी देने के लिए कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की मीटिंग 23 नवंबर, 2022 को होनी है। दोपहर 1.45 बजे शेयर 15.50 फीसदी मजबूती के साथ 66 रुपये के स्तर पर बना हुआ है।

एडिटोरियल

    टैग्स:

यह एडिटोरियल 22/11/2022 को ‘इंडियन एक्सप्रेस’ में प्रकाशित “Development of Great Nicobar: strategic imperative and ecological concerns” लेख पर आधारित है। इसमें अंडमान और निकोबार के रणनीतिक महत्त्व तथा इससे संबंधित चुनौतियों के बारे में चर्चा की गई है।

अंडमान और निकोबार द्वीप समूह (ANI) हिंद महासागर के बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पूर्वी भाग में स्थित 572 द्वीपों का एक समूह है। ये द्वीप इंडोनेशिया और थाईलैंड के निकट स्थित हैं।

सुरक्षात्मक और आर्थिक दृष्टिकोण से ANI के रणनीतिक महत्त्व को भारत द्वारा पूरी तरह से चिह्नित नहीं किया है और वर्तमान में ANI में पर्यावरणीय क्षरण चिंता का एक प्रमुख विषय है। इस परिदृश्य में, द्वीप की अर्थव्यवस्था के संवर्द्धन के साथ-साथ भारत की समुद्री क्षमता को सशक्त बनाने के लिये सतत् विकास पर वृहत ध्यान देने की आवश्यकता है।

भारत के लिये ANI का महत्त्व:

  • मूल्यवान जनजाति क्षेत्र: अंडमान और निकोबार द्वीप समूह 5 विशेष रूप से संवेदनशीलजनजातीय समूहोंग्रेट अंडमानी (Great Andamanese), जरवा (Jarwas), ओंज (Onges), शोम्पेन (Shompens) और उत्तरी सेंटिनली (North Sentinelese) का निवास है।
  • समुद्री भागीदारों के लियेगतिविधि क्षेत्र: भारत के प्रमुख समुद्री भागीदार, जैसे अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया और फ्रांँस; अंडमान और निकोबार की रणनीतिक अवस्थिति को चिह्नित करते हैं और इसे महत्त्वपूर्ण मानते हैं।
    • ये द्वीप न केवल भारत को एक महत्त्वपूर्ण समुद्री अवसर प्रदान करते हैं बल्कि हिंद महासागर क्षेत्र की सामरिक और सैन्य गतिशीलता को आकार देने की भी उल्लेखनीय क्षमता रखते हैं।

    आगे की राह

    • सतत् द्वीप विकासढाँचा(Sustainable Island Development Framework): अंडमान और निकोबार में अवसंरचनात्मक एवं विकासात्मक परियोजनाएँ निस्संदेह भारत की सामरिक एवं समुद्री क्षमताओं में वृद्धि करेंगी, लेकिन ऐसा विकास अंडमान और निकोबार के पारिस्थितिकी तंत्र के दोहन की कीमत पर नहीं किया जाना चाहिये।
      • इस क्षेत्र में किसी भी विकास गतिविधि से पहले एक पर्यावरणीय और सामाजिक प्रभाव आकलन (Environmental and Social Impact Assessment) को अनिवार्य बनाया जाना चाहिये।
      • एक सतत् द्वीप विकास ढाँचा न केवल अंडमान और निकोबार के लिये महत्त्वपूर्ण है बल्कि इसे अन्य भारतीय द्वीपों के लिये भी लागू किया जाना चाहिये।
      • यहाँ आने वाले पर्यटकों द्वारा हस्तशिल्प वस्तुओं की उच्च मांग के कारण यहाँ हस्तशिल्प उद्योग के विकास की वृहत संभावनाएँ मौजूद हैं। इस क्रम में भारत द्वीप क्षेत्रों में हस्तशिल्प उद्योग के औपचारीकरण के लिये एक मास्टर प्लान तैयार कर और ट्रेडिंग और निवेश का क्या मतलब है? ‘मेक इन इंडिया’ पहल को बढ़ावा देकर दुनिया भर के द्वीपों के लिये एक खाका प्रदान कर सकता है।

      UPSC सिविल सेवा परीक्षा,विगत वर्ष के प्रश्न

      प्रश्न 1. भारत के निम्नलिखित क्षेत्रों में से किस में मैंग्रोव वन, सदाबहार वन और पर्णपाती वन का संयोजन है? (2015)

      (a) उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश
      (b) दक्षिण-पश्चिम बंगाल
      (c) दक्षिणी सौराष्ट्र
      (d) अंडमान और निकोबार द्वीप समूह

      उत्तर: (d)

      प्रश्न 2. द्वीपों के निम्नलिखित में से कौन-सा युग्म 'दस डिग्री चैनल' द्वारा एक दूसरे से अलग किया जाता है? (2014)

      (a) अंडमान और निकोबार
      (ट्रेडिंग और निवेश का क्या मतलब है? b) निकोबार और सुमात्रा
      (c) मालदीव और लक्षद्वीप
      (d) सुमात्रा और जावा

      उत्तर: (a)

      प्रश्न 3. निम्नलिखित में से किसमें प्रवाल भित्तियांँ हैं? (2014)

      1. अंडमान और निकोबार द्वीप समूह
      2. कच्छ की खाड़ी
      3. मन्नार की खाड़ी
      4. सुंदरबन

      एडिटोरियल

        टैग्स:

      यह एडिटोरियल 22/11/2022 को ‘इंडियन एक्सप्रेस’ में प्रकाशित “Development of Great Nicobar: strategic imperative and ecological concerns” लेख पर आधारित है। इसमें अंडमान और निकोबार के रणनीतिक महत्त्व तथा इससे संबंधित चुनौतियों के बारे में चर्चा की गई है।

      अंडमान और निकोबार द्वीप समूह (ANI) हिंद महासागर के बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पूर्वी भाग में स्थित 572 द्वीपों का एक समूह है। ये द्वीप इंडोनेशिया और थाईलैंड के निकट स्थित हैं।

      सुरक्षात्मक और आर्थिक दृष्टिकोण से ANI के रणनीतिक महत्त्व को भारत द्वारा पूरी तरह से चिह्नित नहीं ट्रेडिंग और निवेश का क्या मतलब है? किया है और वर्तमान में ANI में पर्यावरणीय क्षरण चिंता का एक प्रमुख विषय है। इस ट्रेडिंग और निवेश का क्या मतलब है? परिदृश्य में, द्वीप की अर्थव्यवस्था के संवर्द्धन के साथ-साथ भारत की समुद्री क्षमता को सशक्त ट्रेडिंग और निवेश का क्या मतलब है? बनाने के लिये सतत् विकास पर वृहत ध्यान देने की आवश्यकता है।

      भारत के लिये ANI का महत्त्व:

      • मूल्यवान जनजाति क्षेत्र: अंडमान और निकोबार द्वीप समूह 5 विशेष रूप से संवेदनशीलजनजातीय समूहोंग्रेट अंडमानी (Great Andamanese), जरवा (Jarwas), ओंज (Onges), शोम्पेन (Shompens) और उत्तरी सेंटिनली (North Sentinelese) का निवास है।
      • समुद्री भागीदारों के लियेगतिविधि क्षेत्र: भारत के प्रमुख समुद्री भागीदार, जैसे अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया और फ्रांँस; अंडमान और निकोबार की रणनीतिक अवस्थिति को चिह्नित करते हैं और इसे महत्त्वपूर्ण मानते हैं।
        • ये द्वीप न केवल भारत को एक महत्त्वपूर्ण समुद्री अवसर प्रदान करते हैं बल्कि हिंद महासागर क्षेत्र की सामरिक और सैन्य गतिशीलता को आकार देने की भी उल्लेखनीय क्षमता रखते हैं।

        आगे की राह

        • सतत् द्वीप विकासढाँचा(Sustainable Island Development Framework): अंडमान और निकोबार में अवसंरचनात्मक एवं विकासात्मक परियोजनाएँ निस्संदेह भारत की सामरिक एवं समुद्री क्षमताओं में वृद्धि करेंगी, लेकिन ऐसा विकास अंडमान और निकोबार के पारिस्थितिकी तंत्र के दोहन की कीमत पर नहीं किया जाना चाहिये।
          • इस क्षेत्र में किसी भी विकास गतिविधि से पहले एक पर्यावरणीय और सामाजिक प्रभाव आकलन (Environmental and Social Impact Assessment) को अनिवार्य बनाया जाना चाहिये।
          • एक सतत् द्वीप विकास ढाँचा न केवल अंडमान और निकोबार के लिये महत्त्वपूर्ण है बल्कि इसे अन्य भारतीय द्वीपों के लिये भी लागू किया जाना चाहिये।
          • यहाँ आने वाले पर्यटकों द्वारा हस्तशिल्प वस्तुओं की उच्च मांग के कारण यहाँ हस्तशिल्प उद्योग के विकास की वृहत संभावनाएँ मौजूद हैं। इस क्रम में भारत द्वीप क्षेत्रों में हस्तशिल्प उद्योग के औपचारीकरण के लिये एक मास्टर प्लान तैयार कर और ‘मेक इन इंडिया’ पहल को बढ़ावा देकर दुनिया भर के द्वीपों के लिये एक खाका प्रदान कर सकता है।

          UPSC सिविल सेवा परीक्षा,विगत वर्ष के प्रश्न

          प्रश्न 1. भारत के निम्नलिखित क्षेत्रों में से किस में मैंग्रोव वन, सदाबहार वन और पर्णपाती वन का संयोजन है? (2015)

          (a) उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश
          (b) दक्षिण-पश्चिम बंगाल
          (c) दक्षिणी सौराष्ट्र
          (d) अंडमान और निकोबार द्वीप समूह

          उत्तर: (d)

          प्रश्न 2. द्वीपों के निम्नलिखित में से कौन-सा युग्म 'दस डिग्री चैनल' द्वारा एक दूसरे से अलग किया जाता है? (2014)

          (a) अंडमान और निकोबार
          (b) निकोबार और सुमात्रा
          (c) मालदीव और लक्षद्वीप
          (d) सुमात्रा और जावा

          उत्तर: (a)

          प्रश्न 3. निम्नलिखित में से किसमें ट्रेडिंग और निवेश का क्या मतलब है? प्रवाल भित्तियांँ हैं? (2014)

          1. अंडमान और निकोबार द्वीप समूह
          2. कच्छ की खाड़ी
          3. मन्नार की खाड़ी
          4. सुंदरबन
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