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ट्रेडिंग इंडिकेटर

ट्रेडिंग इंडिकेटर
Indicators के प्रकार।

बिना किसी इंडिकेटर्स के इंट्रा-डे और निवेश कैसे करें? | What is the Most Effective Investment Strategy April 2022?

किसी भी इंडिकेटर के बिना कैंडल देखकर निवेश कैंसे करें?

हेलो मित्रों, आज में Share Price Target का आर्टिकल नहीं बल्की एक अलग ही विषय पर मैं आपको आज एक Strategy बताऊंगा जिसका इस्तमाल करके आप Intraday ही नहीं Long Term Investment के लिये ही नहीं हर तरह की Investment के लिये आप इस्तमाल कर सकते हो।

आपको हर तरफ YouTube, Book, किसी मित्र से भी पुछेंगे तो भी आपको कई तरह के Indicators या Trend Line से ही कई तरह की Strategy Tips बतायेंगे लेकिन मैं आपको बताऊं की अक्कर Beginners जो Share Market में नयें हैं वह इंडिकेटर्स और ऐसे Tips से नुकसान ही कर बैठते हैं। मैंने बहुत सारे नये बंदों को यही गलती करते देखी हैं। लेकिन घबराई मत मैं आज एक ऐसी तरकिब यहां बताने जा रहा हुं जिसका इस्तमाल करके आप सिर्फ और सिर्फ Chart Candles से Trading या Investment कैसे कर सकते हैं यह बताऊंगा तो चलिये जानते हैं।

टिप: यहां पर मैं आपको सिर्फ Buy Candles के बारे में ही बताऊंगा अगर आपको Sell के लिये चाहियें तो आप इसका उल्टा तरिका आप इस्तमाल कर सकते हैं जो की आपको पुरी स्टेटर्जी सीखने के बाद ही समझ ट्रेडिंग इंडिकेटर आयेंगी।

Green Candles

ऊपर दिये Picture में आपको 3 प्रकार के Candles दिख रहें हैं इस 3 कैंडल्स पर ही मैं आपको आज की स्टेटर्जी बताऊंगा।

अगर मैं आपको पुछु की ऊपर दिये गये 3 में से सबसे Strong Candle कौन सी हैं तो ज्यादातर लोग बोलेंगे नंबर 1 की कैंडल पर यह ग़लत जवाब हैं। अगर आप गौर से देखेंगे तो नंबर 3 की कैंडल ऊपर दिये गये कैंडल में से सबसे Strong Candle हैं उसके बाद नंबर 1 की कैंडल और आखिरी नंबर पर 3 नंबर की कैंडल। वैसे तो 3 नंबर की कैंडल strong नहीं बल्की Confusion Candle हैं जो आपको आगे जाके हम बतायेंगे।

किसी भी कैंडल को चार्ट पर कैसे पढ़ें? (How to read Candles on Chart?)

अगर आप ऊपर दिये गये तीनों कैंडल्स को देखेंगे तो आपको हर एक की Body और Wings अलग अलग आकार के यानी कम ज्यादा दिखेंगे। तो चलिये ट्रेडिंग इंडिकेटर पहले सीखते हैं इसे पढ़ते कैसे हैं।

  1. अगर आप पहली कैंडल को देखोगे तो आप पायेंगे इसकी Body पुरी भरी हुई हैं और ऊपर और नीचे विंग थोड़े थोड़े हैं। इसका मतलब हैं यह Strong Candle हैं यानी यहां पर Buyer's ज्यादा activate हुयें हैं।
  2. अगर आप 3 नंबर के कैंडल को देखोगे तो आप कहोगे की यह नंबर एक कैंडल से कमजोर हैं लेकिन ऐसा नहीं हैं अगर आप अच्छे से देखेंगे तो इसके विंग्स नीचे बड़े हैं यानी Open तो ऊपर हुआ लेकिन Seller ने इसे नीचे ले जाने का प्रयास किया फिर बाद में Buyers आये मतलब पहले Sellers ज्यादा आये लेकिन Buyers उससे ज्यादा होने की वजह से इसे वह ऊपर लेके क्लोज कर दियें। मतलब यह नंबर 1 से भी ज्यादा Strong कैंडल हैं।
  3. अब आते हैं नंबर 2 के कैंडल पर इसे देखेंगे तो यह है तो Green Candle पर गौर से देखेंगे तो यह ओपन होने के बाद इसमे Buyer और Seller भी इसे ऊपर और नीचे ले जाने की कोशिश करें पर Buyer जीत गये और आखिर में Green Candle बन गई लेकिन अगर आप गौर से देखेंगे तो यह थोड़ी सी ही Body बनाके Close हुआ हैं। इसका मतलब है की यह Weak Candle हैं क्योंकी इसमें Buyers ज्यादा Strong हैं या Sellers यह डिसाइड नहीं हैं मतलब यह एक प्रकार की Confusion Candle हैं।

इसे कैसे इस्तमाल करें? (How to Use?)

अगर आप इसे इस्तमाल करना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले सही Time Frame चुनना होगा। अब आप पुछेंगे सही मतलब ? तो घबराईये मत सही मतलब अगर आप लंबे अवधी के लिये चार्ट देखना चाहते हैं तो आप Weekly या Monthly Time Frame को लगाईंये। अगर आप कल के लिये यानी अगले दिन के लिये Strategy Use करना चाहते हैं तो आप 1 Day का TimeFrame लगायें। और आप अगर Intraday Trading करना चाहते हैं तो आप 15 Minutes का या One Hour का भी टाईमफ्रेम लगा सकते हैं।

यह करने के बाद आपको आगे की विधी करनी हैं इसके लिये आपको उपर दिये गये 3 Candle में से एक को ढुंढना हैं और अगर आपको 2 नंबर की कैंडल दिखाई देती हैं तो आपको Trade नहीं लेना और अगर आपको 1 और 3 नंबर की Candle दिखाई देती हैं तो आप Buying के लिये सोच सकते हैं।

( टिप: इस आर्टिकल में हमने आपको सिर्फ Buying के लिये बताया हैं अगर आप Selling करना चाहते हैं तो इसी विधी को उल्टा इस्तमाल कर सकते हैं )

स्टाॅपलाॅस और टारगेट कहा लगाये? (Stoploss and Target)

अगर आप टारगेट की बात करें तो यह आपके Risk Reward अनुसार आप 1:1 या 1:2 लगा सकते हैं। अगर स्टाॅपलाॅस की बात करें तों आप Candle की Lower Body को लगा सकते हैं अगर आप Share Buying कर रहे हैं तो और अगर आपका Stoploss बड़ा हो जाता है तो आप Timeframe बदलकर Stoploss को कम ज्यादा कर सकते हों।

हमारी राय:

यह‌ स्टेटर्जी इन्वेस्टमेंट के लिये ज्यादा काम आयेंगी इसलिये हो सके तो आप इस Intraday से ज्यादा Investment या निवेश के लिये इस्तमाल करें। इस स्टेटर्जीं को आप पहले महिनाभर Paper Trade करके देखें अगर आपको इससे Result मिलता है तो आप अपनी राशी को इस स्टेटर्जी से इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं।

डिस्क्लेमर: मैं कोई रजिस्टर एक्सपर्ट नहीं हुं लेकिन हाल ही मैंने इस स्टेटर्जी से Consistently 13 दिन Profit किया हैं इसलिये आपसे शेअर किया हैं। कोई भी इन्वेस्टमेंट या शेअर मार्केट में उतरने से पहले अपने एक्सपर्ट की सलाह जरुर लें।

Q: ट्रेडिंग क्या होता हैं?

Ans: किसी वस्तु का आदान-प्रदान करके पैसे कमाना ट्रेडिंग कहलाता हैं।

Q: इंट्राडे का क्या मतलब होता हैं?

Ans: एक ही दिन में शेअर को खरिदना और बेचना यानी अपनी पोजिशन को बंद करना इंट्राडे कहलाता हैं।

5-मिनट पोजीशन के लिए दोहरा SMA इंडिकेटर सेट करना – ट्रेडिंग रणनीति

तकनीकी विश्लेषण में SMA काफी लोकप्रिय इंडिकेटर है| फिर भी, केवल एक इंडिकेटर उपयोग करने का अपना नुकसान है| इसका मुख्य कारण SMA सूत्र में सिग्नल की देरी है, इस पर तुरंत के उतार-चढ़ाव का असर नहीं दिखता है|

इस कमी को दूर करने के लिए, आप दोहरे SMA का उपयोग कर सकते हैं: SMA-4 और SMA-30| इस लेख में हम आपको बताएँगे कि 5-मिनट पोजीशन लगाने के लिए SMA का उपयोग कैसे करें|

*आसान उदाहरण के लिए इस लेख में Olymp Trade ब्रोकर के चित्रों का उपयोग किया गया है|

SMA इंडिकेटर को कैसे इनस्टॉल करें

ब्रोकर के इंटरफ़ेस के अनुसार, आपको 4 और 30 पैरामीटर वाली दो SMA रेखाओं को सेट करना होगा| मैने यहाँ Olymp Trade इंटरफ़ेस का उपयोग किया है|

instructions for setting dual sma indicator on Olymp Trade

सेटिंग को एडजस्ट करने के लिए इंडिकेटर के नाम के बगल में बने हुए पेंसिल के आइकॉन पर क्लिक करें

How to Install a double sma indicator on Olymp Trade How to install sma dual indicator on Olymp Trade

दोहरी SMA रणनीति के लिए प्रवेश सिग्नल

SMA-4 इंडिकेटर, लघु-अवधि ट्रेंड की साफ गणना करने के लिए 4 कैंडलस्टिक का उपयोग करता है| इसके विपरीत, SMA-30 पिछले तीस मानों का उपयोग करके बाजार के ट्रेंड की दिशा बताता है| हालाँकि SMA-30 वर्तमान उतार-चढ़ाव पर ज्यादा पकड़ नहीं रखता, लेकिन SMA-4 बहुत तेजी से चलता है और अस्थिर गतिविधियों द्वारा SMA-30 को तेज या मंद करने का प्रयास करता है|

अप(बढ़त)/खरीद का ऑर्डर सेट करना

जब गिरावट का ट्रेंड हो, और कीमतें बढ़त की ओर रिवर्स होने वाली हों तो निम्न सिग्नल मिलते हैं:

  • SMA-4, SMA-30 को नीचे से काटता है|
  • इसके बाद SMA-4 SMA-30 को काटकर ऊपर चला जाता है, और उसी समय SMA-30 रिवर्स होने लगता है|

जब SMA-4 पहली हरी कैंडल के तल पर पहुँच जाए तो आपको खरीदना चाहिए| काटने के बाद, यदि यह हरी कैंडल के तल को नहीं छूता है, तो आपको कोई ऑर्डर नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि सिग्नल स्पष्ट नहीं है|

डाउन(गिरावट)/बिक्री का ऑर्डर लगाना

अपट्रेंड के अंत में, जहाँ रिवर्सल शुरू होता है:

  • SMA-4, SMA-30 को ऊपर से काटता है|
  • इसके बाद SMA-4 लगातार SMA-30 के नीचे चलता है, और उसी समय SMA-30 रिवर्स होने लगता है|

खरीदने का सबसे अच्छा समय वह है जब SMA-4 पहली लाल कैंडल के शीर्ष पर पहुँच जाता है| काटने के बाद, यदि यह लाल कैंडल के शीर्ष को नहीं छूता है, तो आपको कोई ऑर्डर नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि सिग्नल स्पष्ट नहीं है|

ट्रेडिंग में अस्पष्टता हमेशा बनी रहती है| कुशल बनने के लिए आपको अभ्यास करते रहना चाहिए और विभिन्न प्रकार की रणनीतियों का उपयोग सीखना चाहिए|

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Olymp Trade ने 2014 में ऑनलाइन ट्रेडिंग बाजार में कदम रखा। तब से हमने लगातार नए का सृजन किया है और पुराने में सुधार किया है ताकि प्लेटफ़ॉर्म पर आपकी ट्रेडिंग निर्बाध और आकर्षक रहे। और यह केवल शुरुआत है।
हम व्यापारियों को सिर्फ कमाने का ही मौका नहीं देते हैं, बल्कि हम उन्हें यह भी सिखाते हैं कि कैसे कमाना है। हमारी टीम के पास विश्व स्तरीय विश्लेषक हैं। वे व्यापार की ट्रेडिंग इंडिकेटर मूल रणनीतियों को विकसित करते हैं और खुले वेबिनारों में व्यापारियों को सिखाते हैं कि समझदारी से उनका उपयोग कैसे करें, और वे एक एक करके व्यापारियों से परामर्श करते हैं।
उन सभी भाषाओं में शिक्षा आयोजित की जाती है जिसे हमारे व्यापारी बोलते हैं।
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जोखिम की चेतावनी: इस Olymp Trade द्वारा ऑफ़र किए जाने वाले लेन-देन केवल एक पूर्ण सक्षम वयस्क द्वारा निष्पादित किए जा सकते हैं। Olymp Trade पर ऑफ़र किए जाने वाले वित्तीय इंस्ट्रुमेंट्स के लेन-देनों में पर्याप्त जोखिम है; इसलिए ट्रेडिंग काफी जोखिमपूर्ण हो सकती है। यदि आप इस Olymp Trade पर ऑफ़र किए जाने वाले वित्तीय इंस्ट्रुमेंट्स के साथ लेन-देन करते हैं, आपको भारी हानि हो सकती है या आप अपने खाते की संपूर्ण धनराशि गंवा सकते हैं। इससे पहले कि आप Olymp Trade पर ऑफ़र किए जाने वाले वित्तीय इंस्ट्रुमेंट्स के साथ लेन-देन शुरू करने ट्रेडिंग इंडिकेटर का निर्णय लें, आपको सेवा अनुबंध और जोखिम उद्घोषणा सूचना की समीक्षा कर लेनी चाहिए। इस Olymp Trade का स्वामी और प्रबंधकर्ता Saledo Global LLC; पंजीकरण संख्या: 227 LLC 2019; पंजीकृत कार्यालय पता: First Floor, First St. Vincent Bank Ltd Building, P. O Box 1574, James Street, Kingstown, St. Vincent & the Grenadines.

Indicators क्या होते हैं ?- Confirmation का साधन।

शेयर मार्किट में Indicators क्या होते हैं ?

शेयर मार्किट में Indicators क्या होते हैं ?

जब नया ट्रेडर शेयर मार्किट में अपनी ट्रेडिंग की सुरवात करता हैं, तब वह टेक्निकल एनालिसिस सीखता हैं।

टेक्निकल एनालिसिस में वह पहले सीखता हैं की, Price Action क्या हैं, price में movement कैसे होती हैं, कैंडलस्टिक की मदत से।

फिर हम सीखते हैं की चार्ट पर चार्ट पैटर्न्स कैसे बनते हैं और उनके काम क्या हैं, जैसे की Head & Shoulder, Double Top, Flag Pattern इत्यादि।

फिर उसके बाद हम सीखते हैं की support और resistance, trendline कैसे इस्तेमाल करते हैं।

ठीक इसके बाद कुछ traders को support और resistance कहा पर हैं, इस शेयर को कहा पे buy करे या sell करे यह समझ में नहीं आता।

तब उन्हें indicators की जरुरत पड़ती हैं , जहा पर उन्हें एक confirmation मिलता हैं।

indicators बनने के कई कारन होते हैं, लेकिन आम तौर पर यह शेयर के भाव पे आधारित होते हैं।

indicators बनाने के लिए आपको कोई गणना या हिसाब नहीं करना होता, बल्कि वह सारा काम charting platform द्वारा किया जाता हैं जहा पर आप चार्ट देखते हैं।

Table of Contents

Indicators और Oscillators में अंतर।

  • Oscillators भी Indicators ही होते हैं, वह इंडीकेटर्स का भाग होते हैं।
  • Oscillators में अंतर यह हैं की यह किसी भी स्टॉक की एक रेंज बताते हैं ,की वह स्टॉक overbought है या oversold.
  • RSI एक Oscillator हैं जो की शेयर प्राइस की रेंज बताता हैं।

यह अंतर हैं Indicators और Oscillators में ।

Indicators के प्रकार।

Indicators के प्रकार २ प्रकार Leading Indicators और Lagging Indicators .

Indicators के प्रकार।

क्या आप को पता हैं की शेयर मार्किट में कितने Indicators हैं ? लगभग 2000 .

उनमेसे कुछ ही इंडिकेटर हैं जो की काफी प्रचलित हैं।

जैसे की RSI, Moving Average, MACD इत्यादि।

लेकिन इनमे भी २ प्रकार होते हैं, जैसे की lagging indicators और Leading Indicators .

Leading Indicators

लीडिंग इंडिकेटर उसके नाम के अनुसार स्टॉक की प्राइस भविष्य में क्या होगी, या प्राइस में क्या होने वाला यह बताता हैं।

Leading Indicators के प्रकार – CCI, RSI.

Lagging Indicators

इस का मतलम हैं रुक-रुक चलना या पीछे – पीछे चलना।

यह इंडीकेटर्स price की पीछे – पीछे चलते हैं। जहा प्राइस एक्शन मूव होगा उसके पीछे Lagging Indicators चलेंगे।

Lagging Indicators के प्रकार – MACD, Moving Averages.

Indicators के फायदे।

  • Indicators से हमें यह पता चलता हैं की, शेयर किस दिशा में जा रहा हैं। जैसे की Uptrend, Downtrend या Sideways.
  • इंडीकेटर्स से हमें एक कन्फर्मेशन मिलता हैं की, कब शेयर buy, sell करे या Entry और exit कब करे।
  • मार्किट या शेयर में आगे क्या हो सकता हैं, यह इंडिकेटर द्वारा दिखाया जाता हैं।
  • शेयर आने वाले समय में उसकी प्राइस क्या होगी यह जानकारी हमें मिलती हैं।

Indicators के नुकसान।

कुछ ट्रेडर प्राइस एक्शन देखके बोहोत अच्छी ट्रेडिंग करते हैं। लेकिन कुछ लोग इंडिकेटर का इस्तेमाल करके ठीक से फैसला नहीं ले पाते।

कभी कभी इंडिकेटर द्वारा हमें ट्रेडिंग इंडिकेटर शेयर में क्या होने वाला हैं, यह पता चल जाता हैं लेकिन अगर मार्किट में कोई उछाल या गिरावट आती हैं तो हमें गलत सिग्नल मिल जाता हैं।

अगर हम इंडिकेटर द्वारा बताये सिग्नल से शेयर में buying या selling करे तो ठीक उसका उल्टा भी हो सकता हैं।

निष्कर्ष

हमें ज्यादा ध्यान प्राइस एक्शन पे लगाना चाहिए, Indicators का उपयोग सिर्फ कन्फर्मेशन के लिए होता हैं।

एक से ज्यादा इंडीकेटर्स का उपयोग करने से हम निर्णय नहीं ले पाते की शेयर में क्या करना हैं।

Q.1.Indicators और Oscillators में क्या अंतर हैं ?

Ans: Oscillators भी Indicators ही होते हैं, वह इंडीकेटर्स का भाग होते हैं।
Oscillators में अंतर यह हैं ट्रेडिंग इंडिकेटर की, यह किसी भी स्टॉक की एक रेंज बताते हैं ,की वह स्टॉक overbought है या oversold.
RSI एक Oscillator हैं जो की शेयर प्राइस की रेंज बताता हैं।

Q.2. Indicators के कितने प्रकार हैं ?

Ans: Indicators २ प्रकार होते हैं, जैसे की lagging indicators और Leading Indicators .

Q.3. शेयर मार्किट में Indicators का क्या उपयोग होता हैं ?

Ans: Indicators का उपयोग शेयर में कन्फर्मेशन के लिए होता ट्रेडिंग इंडिकेटर हैं।

Q.4. शेयर मार्किट में Indicators क्या होते हैं ?

Ans: शेयर बाजार में Indicators एक साधन हैं, जिसे हम एक संकेत या सिग्नल के रूप में इस्तेमाल करते हैं, जिससे हमें शेयर की मूवमेंट क्या होगी यह पता चलता हैं।

इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें | Intraday का क्या मतलब होता है

हेलो दोस्तों, आज के इस लेख में आपको ( intraday trading kya hai) के बारे में अच्छे से समझाया गया है. यदि आप इस लेख को पूरा पढ़ते है तो आपको किसी अन्य वेबसाइट या यूटूब विडियो को देखने की जरूरत नहीं पड़ेगी. ज्यादातर आपने कुछ लोगों के मुह से सुना होगा की intraday में बहुत रिस्क होता है और कुछ लोग कहते है की intraday में बहुत पैसा है. हां यह बात सच है डिलवरी ट्रेडिंग के मुकाबले intraday में बहुत अच्छा मुनाफा होता है लेकिन इसमें रिस्क भी बहुत होता है.

Intraday का क्या मतलब होता है?

इसके बोलने में ही इसका अर्थ निकल के आ रहा है “intraday” किसी भी share को 1 दिन में खरीद कर उसी दिन बेचने को intraday कहाँ जाता है.

इस stock/share market से ट्रेडिंग इंडिकेटर वही पैसा कमा सकता है जो इसके बारे में अच्छे से जानता हो, इसके लिए आपके पास अच्छी रणनीति, फाइनेंशियल और एक्सपर्ट मर्केटर की जरूरत होती है. यदि इसे कोई long term के लिए इन्वेस्ट करता है तो उसे अच्छा मुनाफा मिलता है. यदि आप intraday में किसी भी share को खरीदेंगे तो उसको शाम तक बेचना ही होगा बरना मार्किट के चलती कीमत में अपने आप वह share बिक जायगा.

इंड्राडे ट्रेडिंग क्या है – Intraday trading kya hai)

Intraday मान लीजिये, आपने मार्किट के कीमत से किसी भी कंपनी के shares को ख़रीदा है और उस share की कीमत बढने लगे तो आप फायदे में चल रहे है आप चाहे तो share की कीमत गिरने से पहले उनको बेच के बहार भी निकल सकते है. आपको intraday के खुलने के समय से बंद होने के समय तक shares को खरीदना और बेचना होता है. इसमें फायदा हो या नुक्सान उसी दिन हिसाब हो जाता है, दूसरी तरफ डिलवरी ट्रेडिंग में एक बार share को खरीदने के बाद कभी भी बेच सकते है

Intraday Trading में एक बहुत बड़ी समस्या है जो नय ट्रेडर्स और पुराने ट्रेडर्स के साथ अक्सर होती है. कितना भी अनुभवी ट्रेडर्स हो उसे indicators की ही मदद जरुर लेनी चाहिए. इनसे हमें काफी लाभ होता है मैंने आपको कुछ मुख्य idicators के बारे में समझाया है.

Moving Average

Moving Average indicator

बहुत से ट्रेडर्स इस dayli moving average (DMA) इंडिकेटर पर भरोसा करते है.(Intraday trading kya hai) इस इंडिकेटर से चार्ट पर एक लाइन आती है जो हमें मार्किट के व्यवहार को दर्शाते है. और ये stock के उतार-चढ़ाव प्राइस के बारे में संकेत देता है. Moving Average indicator

Bollinger Bands

Bollinger bands एक बेहतरीन इंडिकेटर है जिसे काफी ट्रेडर्स पसंद करते है. स्टॉक की कीमत इस इंडिकेटर के अंदर मूव करती है. इसमें 3 प्रकार की लाइन होती है सबसे पहली लाइन को upper bands कहते है और निचे वाली लाइन को lower bands कहते है.

Bollinger Bands

जब भी stock की कीमत upper ट्रेडिंग इंडिकेटर bands की ओर पहुचती है तो से overbought कहते है. इसमें हमें निकलने का संकेत मिलता है. जब भी stock की कीमत lower bands की ओर पहुचती है तो उसे oversold कहते है, इसमें हमें enter होने का संकेत मिलता है. (intraday trading kya hai) Bollinger Bands

इसके बाद stock की कीमत अधिक बार ऊपर निचे हो तो उसे bands expoand बोलते है और इसके बिपरीत कीमत धीरे-धीरे ऊपर निचे हो तो उसे bands narrow बोलते है. इस तरह से ही सभी indicator stock की volatility को दर्शाता है.

Momentum Oscillators

Momentum Oscillators

यह इंडिकेटर हमें यह संकेत करता है की stock की कीमत गिरेगी या ऊपर जायेगी. इसे काफी ट्रेडर्स उपयोग करते है इससे उनको यह पता चलता है की कब हमें share खरीदना और बेचना होता है. Momentum Oscillators

Relative Strength Index (RSI)

Relative Strength Index (RSI)

यह ट्रेडिंग करने में अच्छी मदद करता है ट्रेडर्स इसका भी अच्छा उपयोग करते है और उनको इससे काफी लाभ भी मिलता है. RSI के साथ दूसरे इंडिकेटर का उपयोग करे जिससे हमें अच्छे से मार्किट की moving का पता चले. हमें कब share खरीदना और बेचना होता है. (intraday trading kya hai) Relative Strength Index (RSI)

Intraday Time Analysis

Intraday में सबसे जरुरी समय को एनालिसिस करना होता है. यदि आप ये सिख गय तो आपको intraday में पैसा कमाना आसान हो जायगा. इसके लिए आपको पिछले दिन का चार्ट देखना बहुत उपयोगी होता है. इसमें उपयोग होने वाले इंडिकेटर से हमें अधिक अवश्यक जानकारी प्राप्त हो जाती है.

स्टॉक की कीमत सुरु होने से लेकर बन्द होने तक की जानकरी देते है. Time Analysis intraday ट्रेडिंग मे बहुत ही महत्पूर्ण है क्योकि मार्किट की गति तेजी से बढती/घटती रहती है और ऐसे में जिन stock पर आप पैसा इन्वेस्ट करते है वह कही ऊपर तो कहीं ट्रेडिंग इंडिकेटर निचे चला जाता है. (intraday trading kya hai)

इस तरह से चार्ट को समझना मुश्किल हो जाता है इसीलिए (intraday) दिन के व्यापारियो को बहुत अवश्यक हो जाता है की वह इस तरह से चार्ट को देखे जो उनको आसानी से समझ आ जाये. हमने intraday ट्रेडिंग में इन्वेस्ट करने के लिए कुछ जरुरी चीजों के बारे में समझाया है.

Intraday के लिए कौनसा stock चुने?

जब भी कोई share market के बात आती है तो उसमे सबसे जरुरी shares खरीदना कैसे है और किस कंपनी के share खरीदने है. जब आप अपने पैसो से share को खरद कर मुनाफे में बेचते हो तो वह पैसा आपके लायक होता है. आइये जानते है की बुद्धिमानी से stock को कैसे चुने? (intraday trading kya hai)

Avoid volatile stocks- अस्थिर शेयरों से बचें

आपको कभी भी अस्थिर shares में पैसे नहीं इन्वेस्ट करने है उससे हमेशा बचे रहना चाहिए. उस जगह पैसा इन्वेस्ट क्यों करें जहाँ से बापस मिलने का चांस नहीं है. इसलिए, हमेशा stock के व्यवहार को देखते रहना चाहिए और अस्थिर shares पर इन्वेस्ट करने से अपने आप को रोकना चहिये.

Resarch- अनुसंधान:

हमें shares लेने से पहले analysis और समझना फिर उसके बाद इन्वेस्ट करना एक ट्रेडर के लिए बेसिक सा step है. जिसे सभी को करना बहुत अनिवार्य है और बिना resarch के कोई भी बिज़नेस सफल नहीं होता है. (intraday trading kya hai)जब तब बिज़नेस करते समय भाग्य भी आपके पक्छ में ना हो क्योकि भाग्य भी कभी आपके साथ कृपा नहीं दिखता है तो बिज़नेस करने से पहले उसके बारे में resarch करना वेहद जरुरी है.

Trends-

कभी-कभी अकेले भटकने से बेहतर झुंड के साथ चलना बेहतर होता है. हमें सामान्य मार्किट में या फिर उस shares को सर्च करे, जिन्होंने ट्रेडर्स को अच्छा मुनाफा दिया है. जब भी share market में तेज से गिराबट आती है तब ट्रेडर्स को उन shares को तलाश करनी चाहिए जिनकी कीमत गिरती है, जब वह गिरते है तो आपके analysis के मुताबिक उनकी कीमत बढेगी.

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Tags इंड्राडे ट्रेडिंग क्या है, Intraday trading kya hai, intraday trading kya h, intraday trading kya hoti hai , intraday trading kya hai in hindi..

Top Trending Stock: तेजी से चढ़ रहा है Route Mobile, जानिए कहां तक पहुंचने के मिल रहे हैं संकेत

रूट मोबाइल (Route Mobile) के शेयर बुधवार को अपने पीयर्स और ब्रॉडर मार्केट से बेहतर प्रदर्शन किया। आज भी यह ट्रेडिंग सेशन (BSE Trading Session) के शुरु होने के घंटे भर में ही पांच फीसदी से अधिक चढ़ गया। इसके साथ, इसने ह्यज वॉल्यूम के साथ अपने पेनेंट फॉर्मेशन (Pennant formation) से ब्रेकआउट दर्ज किया है।

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तेजी से चढ़ रहा है Route Mobile

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