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साधारण खाता खोलना

साधारण खाता खोलना

NRI खाता क्या है?

इसे सुनेंरोकेंएनआरओ खाता क्या है? एनआरओ (गैर-निवासी साधारण) खाता, एक चालू या हैबचत खाता NRI के लिए भारत में आयोजित उनके प्रबंधन के लिएआय भारत में कमाया। आय घर का किराया, पेंशन, स्टॉक डिविडेंड इत्यादि हो सकता है। एनआरओ खाते में, विदेशी मुद्रा जमा होने के बाद भारतीय रुपये में परिवर्तित हो जाती है।

इसे सुनेंरोकेंसंयुक्त खाते दो या अधिक एनआरआई और / या पीआईओ द्वारा या किसी निवासी रिश्तेदार (एस) के साथ एनआरआई / पीआईओ द्वारा खोले जा सकते हैं ‘पूर्व या उत्तरजीवी’ आधार हालांकि, एनआरआई / पीआईओ खाता धारक के जीवन काल के दौरान, निवासी रिश्तेदार खाता संचालित कर सकता है केवल पावर ऑफ अटॉर्नी धारक के रूप में।

एसबीआई बैंक में खाता खोलने के लिए क्या डॉक्यूमेंट चाहिए?

बैंक में खाता खोलने के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट | (Documents Required to Open An Account With a Bank)

  • तीन पासपोर्ट साइज फोटो (Passport Size Photo)
  • आधार कार्ड (Aadhaar Card)
  • ड्राइविंग लाइसेंस (Driving License)
  • वोटर आई-डी कार्ड (Voter ID Card)
  • बिजली बिल (Electricity Bill)
  • टेलीफोन बिल (Telephone Bill)

स्टेट बैंक में खाता खुल आने के लिए क्या करना पड़ेगा?

इसे सुनेंरोकेंभारत स्थित एसबीआई की शाखा में जाकर: कृपया भारत स्थित एसबीआई की शाखा में जाकर आवेदन में केवाईसी के लिए चयनित प्रमाणों एवं दस्तावेज़ों के साथ आवेदन भरकर प्रस्तुत करें। कृपया शाखा अधिकारी द्वारा प्रति-सत्यापन के लिए दस्तावेज़ों/प्रमाणों की मूल प्रतियाँ अवश्य ले जाएँ।

आवर्ती योजना क्या है?

इसे सुनेंरोकेंआवर्ती जमा (रेकरिंग डिपॉजिट) एक विशेष प्रकार का सावधि जमा है जिसमें प्रति माह या प्रति वर्ष एक निश्चित राशि जमा की जाती है। इसमें लगभग वही ब्याज मिलता है जो सावधि जमा में (तुल्यकालिक सावधि जमा, में) मिलता है। इस प्रकार का जमा भी एक निश्चित तिथि को (या निश्चित समयावधि के बाद) परिपक्व होता है।

आवर्ती योजना कब शुरू की गई?

इसे सुनेंरोकेंभारत में आवर्ती योजना 1978 में शुरू की गई थी।

आवर्ती जमा खाते में ब्याज की गणना कैसे होती है?

इसे सुनेंरोकेंप्रत्येक बैंक में ब्याज दर भिन्न हो सकती है, लेकिन यह आमतौर पर के बीच होती है 6% से 8% प्रति वर्ष , और परडाक बंगला यह है 7.4% (प्रचलित के आधार परमंडी शर्तेँ)। वरिष्ठ नागरिकों को मिलता है 0.5% प्रति वर्ष . अतिरिक्त। एक बार निर्धारित ब्याज दर कार्यकाल के दौरान नहीं बदलती है।

NRO क्या है?

इसे सुनेंरोकेंNRO account का full form Non Resident Ordinary होता है। एनआरओ खाता खोलने पर account holder को देश में या फिर विदेश में कमाई गया धन जमा करने की सुविधा मिलती है। NRO Account भी NRE की तरह Saving, Currunt या फिर recurring deposit account हो सकता है। लेकिन इसके लिए Joint Account खाताधारक का भारतीय निवासी होना जरूरी है।

क्या एनआरई और एनआरओ खाते के बीच अंतर है?

इसे सुनेंरोकेंएनआरई और एनआरओ खाते के बीच महत्वपूर्ण अंतर एनआरई खाता गैर-निवासी बाहरी रुपये खाते के लिए है, जबकि एनआरओ खाता गैर-निवासी साधारण रुपये खाते के लिए एक संक्षिप्त नाम है। एनआरई खाता एक बैंक खाता है जिसमें एनआरआई विदेश में अर्जित आय जमा कर सकता है।

हेल्थ बीमा कराओगे तभी खुलेगा नया बैंक खाता

हेल्थ बीमा कराओगे तभी खुलेगा नया बैंक खाता

श्योपुर। नोटबंदी के बाद से बैंकों में नया खाता खुलवाने वालों की भीड़ बढ़ गई है। बढ़ी हुई भीड़ का फायदा स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) उठाने लगी है। एसबीआई बैंक उन्हीं लोगों के खाते खोल रही हैं जो, हेल्थ बीमा करवा रहे हैं। बीमा से मना करने वालों को अटपटे तर्क देकर बैंक से बाहर कर दिया जाता है। नोटबंदी के बाद श्योपुर में ही एसबीआई की दोनों ब्रांच ने 200 से ज्यादा लोगों का जबरन 5 से 20 लाख रुपए तक हेल्थ बीमा करके, उनके प्रीमियम की राशि भी वसूल ली है।

श्योपुर में एसबीआई को दो ब्रांच हैं जिनमें औसतन हर रोज 40 से 50 लोग नया खाता खुलावाने के लिए फार्म लेने पहुंचते हैं, जहां बैंक कर्मियों द्वारा फार्म देने से पहले ही बीमा कराने की शर्त रख दी जाती है। जबकि कई लोग तत्काल रूप से बीमा कराने के इच्छुक भी नहीं रहते। लेकिन अपने दिए गए टारगेट को पूरा करने के चक्कर में बैंक पदाधिकारी साधारण खाता खोलने तक इनकार कर देते हैं। भले ही बैंक पदाधिकारियों द्वारा बीमा कराने की बात लोगों के लिए फायदेमंद हो, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले लोग बीमा की राशि को लेकर उलझन महसूस करते है और वह बिना खाता खुलवाए ही बैंकों से लौट जाते हैं। इस कारण न बैंकों के टारगेट पूरे हो पा रहे हैं और न ही लोगों के खाते खुल पा रहे हैं। बैंकों में इस तरह के रवैए के चलते अभी भी श्योपुर जिले में आधे लोगों के खाते तक नहीं खुल पाए हैं।

खाता खुलवाना चाहते हैं बीमा में दिलचस्पी नहीं

लोगों के पारिवारिक जीवन को ध्यान में रखते हुए बैंकों की और से भले ही कई तरह के बीमा प्लान बनाए गए हैं, लेकिन लोगों की दिलचस्पी बीमा के प्रति ज्यादा नहीं हैं वह सिर्फ अपना खाता खोलकर कैशलेस सिस्टम में शामिल होना चाहते हैं। जब बैंक दाधिकारियों द्वारा लोगों को खाता खोलने के साथ 500 से लेकर 1000 रुपए के प्रीमियम के साथ बीमा करने को कहा जाता है तो वह खाता खुलवाने से ही इनकार कर देते हैं। यदि श्योपुर जिले में बीमा धारकों की बात करें तो जो जिलेभर में लगभग 03 लाख खातों में लगभग 70 फीसदी खाताधारकों ने हेल्थ या जनरल बीमा नहीं हैं।

सलाह दे सकते हैं दवाब नहीं

बैंक साधारण खाता खोलना पदाधिकारियों के इस तरह के रवैए को लेकर बैंक प्रबंधन का कहना है कि किसी भी शाखा में कोई भी पदाधिकारी लोगों को बीमा कराने के लिए दवाब नहीं डाल सकता। वह लोगों को जो फायदेमंद पॉलिसी हैं उनकी सलाह दे सकते हैं। इसको लेकर विभागीय रूप से निर्देशित भी किया गया है। सलाह देने के बाद अगर कोई बीमा कराने में दिलचस्पी दिखाता है तो ही उसका बीमा खोला जाएगा। लेकिन फिलहाल इस तरह के निर्देशों का पालन बीमा टारगेट के आगे नहीं हो पा रहा है।

कैश की फिर किल्लत, एटीएम खाली

नोटबंदी के बाद से ही बैकों में केश की किल्लत बनी हुई है। गुरुवार को भी जिला मुख्यालय की अधिकांश बैंकों में केश खत्म हो गया। इसका असर एटीएम पर भी दिखा। भीड़ भड़ी तो एटीएम दोपहर होने से पहले ही खाली हो गए। बैंकों में केश की इतनी किल्लत आ गई कि, एसबीआई बैंक से एक युवक ने 40 हजार रुपए निकाले तो उसे 10-10 रुपए की 40 गड्डियां पकड़ा दी गईं। 40 हजार रुपए लेने आया युवक सोच रहा था कि, उसे 2-2 हजार के 20 नोट मिलेंगे जिन्हें जेब में रखकर ले जाएगा, लेकिन 40 गड्डियों के लिए उसे घर से बैग मंगाना पड़ा।

किसी भी व्यक्ति का खाता खोलने पर बीमा के लिए दवाब नहीं बनाया जाएगा। यह अपनी च्वाइश का मामला हैं अगर कोई बीमा कराएगा तभी उसका बीमा होगा। इस संबंध में सभी बैंक प्रबंधकों को निर्देशित करेंगे।

आकाश श्रीवास्तव, लीडबैंक अधिकारी, श्योपुर

नया खाता खुलवाने वालों को बीमा करवाने की सलाह जरूर दी जाती है। क्योंकि कई प्लान ऐसे हैं जो लोगों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। फिर भी लोगों को बीमा कराने में दिलचस्पी नहीं होगी तो जबरदस्ती नहीं करेंगे।

Current और Saving Account क्या है – चालू खाता और बचत खाता की जानकारी हिंदी में

आज के समय में पैसे कमाना बहुत ही मुश्किल काम है इसलिए हर व्यक्ति अपने भविष्य के लिए थोड़ी बहुत सेविंग करता है क्यूंकि आने वाले समय का कुछ पता नहीं होता है कब कैसी परिस्थिति हमारे सामने आ जाए। अपने पैसे की सेविंग करने के लिए हम सभी लोग ज़्यादातर बैंको में ही पैसे जमा करते हैं। इसलिए जब हम बैंक अकाउंट खुलवाने जाते हैं तो हमारे सामने दो ऑप्शन आते हैं Current और Saving Account। ज़्यादातर लोगो को बैंक से रिलेटेड जानकारी नहीं होती हैं तो चलिए फिर आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से Current और Saving Account से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान करें। यदि आप भी अपना Current और Saving Account खुलवाना चाहते हैं और आपको इसके बारे में जानकारी नहीं है तो हमारे इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।

Table of Contents

Current And Saving Account

करंट अकाउंट का उपयोग ज्यादातर कारोबारी फर्म कंपनियां सार्वजनिक उद्यमों एवं बिजनेसमैन आदि करते हैं क्योंकि इन लोगों को दिन भर में कई बार बैंक से लेनदेन करने की आवश्यकता पड़ती है। इस अकाउंट के माध्यम से आप प्रतिदिन कितना भी लेनदेन कर सकते हैं। इस अकाउंट में आपको कोई ब्याज नहीं दिया जाता। ज़्यादातर लोग प्रतिदिन हजारों लेन देन फ्री में करवाने के लिए ही यह खाता खुलवाते हैं। इस अकाउंट से कारोबारी अपने टर्नओवर मुनाफे आदि से ओवरड्राफ्ट भी कर सकते हैं क्योंकि ओवरड्राफ्ट इसका सबसे इंपॉर्टेंट पॉइंट है। इस अकाउंट में आप जितनी बार चाहे रकम निकाल और जमा कर सकते हैं। वैसे तो चालू खाता कोई भी साधारण व्यक्ति खोल सकता है लेकिन इसके अलावा

किसी प्रमुख व्यक्ति सिंगल अथवा जॉइंट रूप में , सोशल प्रोप्राइटरी , सिंगल फर्म , पार्टनरशिप फर्म , हिंदू अन डिवाइडेड फैमिली , लिमिटेड कंपनी , क्लब , सोसायटी , ट्रस्ट , एग्जीक्यूटिव , एडमिनिस्ट्रेटर एवं अन्य सरकारी अथवा अर्ध सरकारी संस्थाओं , स्थानीय प्राधिकरण के द्वारा चालू खाता खुलवाया जा सकता है।

Current और Saving Account क्या है

Current And Saving Account

सेविंग अकाउंट को खाता भी कहा जाता है। इस अकाउंट मैं आप अपने बचाए हुए पैसों को थोड़ा-थोड़ा करके जमा कर सकते हैं जिसमें आपको 4% तक का ब्याज मिल जाता है। कारण व्यक्ति के लिए सेविंग अकाउंट बहुत ही लाभदायक होता है। हर बैंक में बचत खाते की न्यूनतम सीमा अलग-अलग निर्धारित की जाती है जो समय के अनुसार बदलती रहती है। इस खाते में यदि आप का बैलेंस कम हो जाता है तो आपके अकाउंट से चार्ज करना शुरू हो जाता है जिसके लिए आपको एक न्यूनतम धनराशि अपने अकाउंट में रखनी जरूरी होती है।

आवर्ती जमा खाता खोलने की प्रक्रिया | Procedure for Opening Recurring Deposit Account | Hindi

आवर्ती जमा खाता खोलने की प्रक्रिया | Read this article in Hindi to learn about the procedure for opening recurring deposit account.

खाता खोलने एवं परिचालन के नियम:

खाता कौन खोल सकता है?

(1) बैंक के द्वारा अनुमोदित कोई व्यक्ति जो नियमों का पालन करने के लिए सहमत हो, आवर्ती जमा खाता खोल सकता है । एक व्यक्ति को एक से अधिक खाते खोलने की इजाजत दी जा सकती है ।

(2) निम्नलिखित व्यक्तियों के नाम पर आवर्ती जमा खाता खोला जा सकता है:

(अ) व्यक्ति के स्वयं के नाम पर ।

(ब) दो या दो से अधिक व्यक्तियों के द्वारा अपने संयुक्त नामों पर ।

(स) नैसर्गिक अभिभावक (Natural Guardian) द्वारा अल्पवयस्क के नाम पर ।

(द) नैसर्गिक अभिभावक (Natural Guardian) तथा अल्पवयस्क के संयुक्त नामों पर जो कि उन्हें या उत्तरजीवी को देय होगा ।

(इ) सक्षम न्यायालय द्वारा नियुक्त अभिभावक के द्वारा उस आदेश की कार्यशीलता की अवधि में अल्पवयस्क के नाम पर ।

(ई) बैंक द्वारा अनुमोदित होने पर 14 वर्ष या उससे अधिक उम्र का अल्प वयस्क, अपने स्वयं के नाम पर खाता खोलकर उसका परिचालन कर सकता है, यदि वह शिक्षित है तथा एक सम हस्ताक्षर कर सकता है ।

(3) नियम 2 स, द, ब, इ के अन्तर्गत खाता खोलते समय यदि खाता एक से अधिक अल्पवयस्कों के नाम पर खोला जा रहा हो तो प्रत्येक अल्पवयस्क के नाम पर अलग-अलग खाते खोलने होंगे । कोई भी खाता एक से अधिक अवयस्क के नाम पर नहीं होगा ।

(4) नियम 2 ब के अन्तर्गत खोले गये खाते के संयुक्त धारकों में से किसी एक कई मृत्यु हो जाने पर खाते की अवधि पूर्ण होने पर खाते की जमा राशि, बिना मृत व्यक्ति के प्रतिनिधि को सूचना दिये, उत्तरजीवी या उत्तरजीवियों को अदाकर दी जायेगी ।

यदि किसी भी समय खाते की जमा राशि का भुगतान संयुक्त धारकों द्वारा वर्जित कर दिया गया है तो ऐसी दशा में खाते की जमा राशि का भुगतान तभी हो सकता है जबकि सभी धारकों द्वारा संयुक्त रूप से या उत्तरजीवियों द्वारा इस वर्जित आदेश को निरस्त कर दिया हो या किसी सक्षम न्यायालय द्वारा इस वर्जित आदेश से निरस्त करने के आदेश प्रस्तुत किए गए हों ।

(5) सभी दशाओं में अभिभावक को अल्पवयस्क के जन्म दिनांक की घोषणा करनी होगी एवं उसके वयस्क होने के दिनांक की गणना करके उसे बैंक और पास-बुक दोनों में नोट किया जाना चाहिए ।

(6) आवर्ती खाता नियम 2 स एवं 2 द के अन्तर्गत खोले जाने की दशा में अल्पवयस्क के वयस्कता प्राप्त करते ही अभिभावक खाते के परिचालन का अधिकार समाप्त हो जाता है । खाते का सम्पूर्ण जमा शेष वयस्कता प्राप्त करने वाले अल्पवयस्क की सम्पत्ति होगी ।

तत्पश्चात् खाता चालू रखने के लिए खातेदार का लिखित आवेदन प्राप्त होने पर एवं आगामी किश्त की राशि मिलते रहने पर ही खाता चालू रहेगा अन्यथा खाते में कुल जमा राशि तथा अवधि के पूर्व खाता बन्द किए जाने की दशा में प्राप्त निर्धारित ब्याज (नियम 10 अ के अनुसार) खातेदार को चुका दिया जाएगा ।

खाता खोलने की विधि:

(7) आवेदक को आवेदन-पत्र के साथ बैंक में उपस्थित होना आवश्यक नहीं होगा । किन्तु अनपढ़ होने की दशा में उसे बैंक में स्वयं उपस्थित होना पड़ेगा । आवेदक को अपने साथ अपने एक पासपोर्ट आकार की फोटो एवं एक गवाह भी लाना आवश्यक होगा एवं उसके अंगूठे का निशान, आवेदन-पत्र व हस्ताक्षर कार्ड पर लगवाया जायेगा जिसे साथ आये हुए गवाह से प्रमाणित करवाना होगा ।

आवेदक के शरीर पर पाए जाने वाली किसी शिनाख्त के निशान का उल्लेख भी बैंक के अधिकृत अधिकारी द्वारा आवेदन-पत्र एवं हस्ताक्षर कार्ड पर करा लेना चाहिए ।

रकम जमा कराने की विधि एवं समय:

(8) बैंक के निर्णय पर आवर्ती जमा खाता 6, 12, 24, 36, 48 और 60 माह के लिए प्रति माह 5 रुपये या इसके गुणित में खोला जा सकता है । किन्तु खाते की अवधि पूर्ण होने पर इसकी अधिकतम प्रति देय राशि 50,000 रुपये (पचास हजार रुपये) से अधिक नहीं होनी चाहिए ।

खाता खोलते समय आवेदन-पत्र पर प्रति माह जमा की जाने वाली किश्त की राशि व अवधि का स्पष्ट रूप में उल्लेख किया जाना चाहिए, खाता खुलने के बाद इनमें कोई भी परिवर्तन किसी भी अवस्था में नहीं किया जा सकेगा ।

(9) मासिक किश्त प्रत्येक माह की अन्तिम तारीख को या इससे पूर्व जमा-पर्ची भरकर, निश्चित राशि सहित बैंक में देनी होगी । किश्त की स्वीकृति राशि से कम राशि जमा हेतु साधारण खाता खोलना स्वीकार नहीं की जायेगी । निर्धारित समय के पश्चात् प्राप्त होने वाली प्रत्येक किश्त की राशि पर 4 पैसे प्रति 5 रुपये ब्याज लिया जायेगा । विलम्बित किश्तों पर लगाया गया ब्याज पूरे महीनों पर लिया जायेगा ।

(10) (अ) यदि जमाकर्ता खाते की अवधि पूर्ण होने के पूर्व ही उसमें जमा वापिस निकलवाना चाहता है तो उसे वह राशि वापस चुका दी जायेगी, परन्तु ऐसे प्रकरणों में प्रति मास के शेष पर निर्धारित दर से साधारण ब्याज चुकाया जायेगा ।

(ब) यदि जमाकर्ता लगातार 6 महीने तक किश्तें जमा करने में असमर्थ रहा तो ऐसा आवर्ती खाता आवश्यक रूप से बन्द कर दिया जायेगा और जमाकर्ता द्वारा मासिक किश्तों में जमा की गई कुल राशि व नियमानुसार दिये जाने वाले ब्याज को जोड़कर व कुल राशि में से जमाकर्ता के खाते या संयुक्त खाते में से बैंक की कोई भी देनदारी की रकम कम कर शेष, राशि जमाकर्ता को लौटा दी जायेगी ।

(स) उस दशा में जबकि आवर्ती जमा खाता, खाता खोलने की तारीख से 6 माह की अवधि में बन्द कर दिया जाता है तो बैंक द्वारा जमाकर्ता को वापस दी जाने वाली राशि में एक रुपया आकस्मिक शुल्क के रूप में कम कर लिया जायेगा ।

(द) एकमात्र खातेदार का खाता या संयुक्त खाता होने की दशा में जमाकर्ता या सभी जमाकर्ताओं या उनमें से जीवित जमाकर्ताओं के द्वारा पूर्व निश्चित समस्त किश्तों को जमा कराने से पूर्व खाता बन्द कर देने की इच्छा प्रदर्शित की जाती है तो बैंक अपने यहाँ जमा की गई राशि व प्राप्त होने वाले समस्त व्याज को जोड़कर लौटा दी जायेगी । इस प्रकार के सभी प्रकरणों में 7 दिन पूर्व सूचना देनी आवश्यक होगी ।

(इ) एकमात्र जमाकर्ता या अन्तिम जमाकर्ता अनुबद्ध समस्त किश्तों के जमा करने के पूर्व मर जाता है तो खाता बन्द कर दिया जायेगा और किश्तों में जमा की गई कुल राशि उसके वैध प्रतिनिधि को प्राप्त होने वाले ब्याज सहित लौटा दी जायेगी ।

(ई) आवर्ती जमा खाते के संयुक्त जमा खाता होने की स्थिति में रकम दोनों या सब जमाकर्ताओं को चुकाई जायेगी इनमें से किसी एक/अधिक जमाकर्ता/जमाकर्ताओं की मृत्यु हो जाने पर खाते में जमा की गई कुल राशि खाते की अवधि पूरी होने की तारीख तक नहीं चुकाई जायेगी ।

केवल उस दशा में जबकि जीवित जमाकर्ता/जमाकर्ताओं एवं मृत जमाकर्ताओं के न्यायालय हार नियुक्त प्रतिनिधि या प्रतिनिधियों द्वारा संयुक्त रूप से खाते की अवधि पूरी होने से पूर्व खाते खे चुकने हेतु लिखित रूप में आवेदन किये जाने पर जमा रकम व नियम 10 (अ) के अन्तर्गत देय व्याज के अनुसार ब्याज दोनों चुका दिये जायेंगे ।

(11) प्रथम किश्त जमा करते समय प्रत्येक जमाकर्ता को एक पास-बुक दी जायेगी । साधरणतया पास-बुक किश्तें जमा कराते समय प्रत्येक बार बैंक में प्रस्तुत करनी होगी और इसमें प्रविष्टि की गई प्रविष्टियां बैंक के अधिकृत अधिकारी के द्वारा हस्ताक्षरित होंगी । वर्तमान में कम्प्यूटर द्वारा प्रविष्टियों की जाने लगी हैं अतः हस्ताक्षर की अनिवार्यता समाप्त हो गई है ।

खाते का स्थानांतरण:

(12) आवर्ती जमा खाते क स्थानांतरण बैंक की एक शाखा से दूसरी शाखा में किया जा सकेगा, परन्तु एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के नाम पर खाते का स्थानांतरण नहीं होगा ।

Post Office सेविंग अकाउंट क्या है?

post office savings scheme

Post Office बचत खाता बैंक में बचत खाते के समान है। यह विशेष रूप से आपके तरल नकदी को सुरक्षित स्थान पर रखने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जबकि इस पर कुछ ब्याज कमाते हैं। आप अपनी जरूरत के अनुसार कभी भी (पूरी तरह या आंशिक रूप से) अपने पैसे का परिसमापन कर सकते हैं। एक बचत खाता ग्रामीण और अर्ध-ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प है जहां बैंकों की पहुंच किसी तरह सीमित है।

कई कर-मुक्त डाकघर जमा उपलब्ध हैं, जिन्हें आप अपनी आवश्यकताओं के अनुरूप चुन सकते हैं। और उन सभी के लिए, आपको अपने खातों को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए एक बचत खाता होना चाहिए। वर्तमान डाकघर बचत खाते की ब्याज दर 2020 तक 4% प्रति वर्ष है, जो बैंक बचत खाते के समान है। इस लेख में, मैं पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट के बारे में सब कुछ पर चर्चा करूंगा जैसे:

  • Post Office Account Interest Rate
  • Where Can You Open an Account
  • How to Open FD in Post Office
  • Important Features
  • Online Payment Rules
  • Minimum and Maximum Deposit Limit

Post Office Savings Account Interest Rate 2020

पोस्ट ऑफिस में आपका बचत खाता आपको 4.0% प्रति वर्ष की दर से मिलेगा। ब्याज दरें समय-समय पर तय की जाती हैं। इसलिए, यह सलाह दी जाती है कि आप खाता खोलने से पहले मौजूदा ब्याज दर की जाँच करें। आप कहां खाता खोल सकते हैं? आप अपने नजदीकी / पसंदीदा डाकघर में खाता खोल सकते हैं।

डाकघर बचत खाते के लिए आवश्यक दस्तावेज

The needed documents for opening an account are:

  • आपके नजदीकी डाकघर से खाता खोलने का फॉर्म
  • दो पासपोर्ट साइज फोटो
  • आयकर अधिनियम, 1961 के अनुसार पता और पहचान प्रमाण जैसे आधार कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी कार्ड, राशन कार्ड, पैन कार्ड या फॉर्म 60 या 61 में घोषणा

डाकघर में खाता कैसे खोलें?

सबसे पहले, ऊपर उल्लिखित सभी दस्तावेज एकत्र करें। नॉमिनी का विवरण उपलब्ध कराएं और फॉर्म को सावधानी से भरें। इसके अलावा, सत्यापन उद्देश्यों के लिए अपने साथ मूल पहचान प्रमाण ले जाएं। अंत में किसी एक गवाह के हस्ताक्षर करवाकर औपचारिकताएं पूरी करें।

Post Office साधारण खाता खोलना बचत खाते की विशेषताएं

  • आपको केवल नकद द्वारा खाता खोलना होगा।
  • आप खाता खोलने के समय या बाद में चेकबुक सुविधा का विकल्प चुन सकते हैं।
  • खाता खुलवाते समय और खाता खुलने के बाद भी नामांकन की सुविधा मिलती है।
  • आप खाते को एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे पोस्ट ऑफिस में ट्रांसफर कर सकते हैं।
  • खाते को सक्रिय रखने के लिए तीन वित्तीय वर्षों में जमा या निकासी का कम से कम एक लेन-देन जरूरी है।
  • एक डाकघर में केवल एक खाता खोला जा सकता है।
  • नाबालिग के नाम से खाता खोला जा सकता है। साथ ही 10 साल और उससे अधिक उम्र का नाबालिग भी खाता खोल और संचालित कर सकता है।
  • बहुमत प्राप्त करने के बाद उसे अपने नाम से खाते के रूपांतरण के लिए आवेदन करना होगा।
  • एक ही खाता संयुक्त और इसके विपरीत में परिवर्तित किया जा सकता है।
  • एक संयुक्त खाता दो या तीन वयस्कों द्वारा खोला जा सकता है।
  • जमा और निकासी सीबीएस डाकघरों में किसी भी इलेक्ट्रॉनिक मोड के माध्यम से किया जा सकता है।
  • आप एटीएम/डेबिट कार्ड उपलब्ध करा सकते हैं, आपके पास कार्ड जारी होने के दिन न्यूनतम बैलेंस रखा गया है ।

डाकघर बचत खाता कर लाभ

वित्त वर्ष 2012-13 से अर्जित ब्याज कर मुक्त (10,000 रुपये प्रति वर्ष तक) है। डाकघर बचत जमा में न्यूनतम और अधिकतम जमा खाता खुलवाने के लिए न्यूनतम राशि 20 रुपये है। अधिकतम सीमा एकल खाताधारक के लिए एक लाख रुपये और संयुक्त खाताधारकों के लिए दो लाख रुपये है।

डाकघर बचत खाता प्रपत्र

आप यहांसे पोस्ट ऑफिस अकाउंट ओपनिंग फॉर्म डाउनलोड कर सकते हैं ।

डाकघर बचत खाता ऑनलाइन भुगतान सुविधा

यह सुविधा वर्तमान में इलेक्ट्रॉनिक क्लियरिंग सर्विस (ईसीएस) के माध्यम से पोस्ट ऑफिस आरडी के लिए उपलब्ध है। इसके अलावा, यदि आपके पास कोई एजेंट है, तो वह पोस्ट ऑफिस एजेंट पोर्टल का उपयोग कर सकता है और आपके लिए ऑनलाइन भुगतान कर सकता है। डाकघर बचत खाते की ऑनलाइन भुगतान की जानकारी अभी स्पष्ट नहीं है। हालांकि, आप इस पर सटीक जानकारी के लिए अपनी पोस्ट ऑफिस शाखा से पूछ सकते हैं। इसके अलावा, आप अपने एजेंट से ऑनलाइन भुगतान मोड की उपलब्धता के लिए भी पूछ सकते हैं।

FAQs: पोस्ट ऑफिस एसए पर पूछे गए प्रश्न

क्या मैं पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट ऑनलाइन खोल सकता हूं?

नहीं, यह सुविधा अभी उपलब्ध नहीं है। हालांकि, अकाउंट खोलने के बाद आप इंडिया पोस्ट की बैंकिंग सुविधा का विकल्प चुन सकते हैं।

पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट निकासी नियम क्या हैं?

आप साधारण खाते में 50 रुपये और चेक सुविधा खातों के लिए 500 रुपये का न्यूनतम बैलेंस रखते हुए कभी भी राशि निकाल सकते हैं।

क्या चेक सुविधा उपलब्ध है? जी हां, आप या तो एक साधारण बचत खाता खोल सकते हैं जिसमें कोई चेक बुक सुविधा नहीं है या इस सुविधा के साथ एक है। इस साधारण खाता खोलना सुविधा के बारे में नीचे दिए गए नियमों की जांच करें ।

यदि कोई खाता खोला जाता है तो चेक सुविधा उपलब्ध है500 रुपये
चेक सुविधा के लिए किसी खाते में न्यूनतम बैलेंस बनाए रखना होगा500 रुपये
बिना चेक सुविधा वाले खाते में रखा जाएगा न्यूनतम बैलेंसINR 50/-

पोस्ट ऑफिस साइलेंट अकाउंट क्या है?

अगर आप लगातार तीन साल की अवधि तक अपने अकाउंट का इस्तेमाल नहीं करते हैं तो इसे साइलेंट अकाउंट माना जाएगा। इस अकाउंट को कोई भी ट्रांजैक्शन करके फिर से एक्टिवेट किया जा सकता है। खाता दोबारा सक्रिय होने तक हर साल के अंतिम दिन 20 रुपये प्रति वर्ष का सर्विस चार्ज लिया जाएगा।

आशा है कि आप लेख उपयोगी मिल जाएगा। कृपया अपने प्रश्नों और अनुभवों को साझा करने के लिए स्वतंत्र महसूस करें, यदि कोई हो। इसके अलावा, इस लेख को अपने उन दोस्तों के साथ साझा करना न भूलें जो निकट भविष्य में पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट खोलना चाहते हैं।

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