बंद रहे बाजार

शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए ऐतिहातन पूरे शहर में चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात की गई है.
Report- Hanuman Tanwar
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Deedwana: उदयपुर घटना के विरोध में बाजार बंद, आमजन से शांति बनाए रखने की अपील
उदयपुर में हुए घटनाक्रम और टेलर कन्हैयालाल की बंद रहे बाजार हत्या के मामले में प्रदेश भर में विरोध जारी है. आज हिन्दू संगठनों के आह्वान पर डीडवाना के सम्पूर्ण बाजार बंद है और विरोध में शामिल है. कुछेक दुकानों को छोड़कर सभी बाजार बंद है.
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अग्निपथ स्कीम के विरोध में आज भारत बंद, लेकिन देशभर में खुले रहे बाजार और रोजाना की तरह चला कारोबार
TV9 Bharatvarsh | Edited By: शशांक शेखर
Updated on: Jun 20, 2022 | 11:27 AM
पिछले दिनों सरकार की तरफ से शुरू की गई बंद रहे बाजार अग्निपथ स्कीम (Agnipath Scheme) का पूरे देश में विरोध जारी है. कई संगठनों की तरफ से इस योजना के विरोध में आज भारत बंद (Bharat Bandh) का आह्वान किया गया है. व्यापारियों के संगठन CAIT ने कहा कि कोई भी व्यापारी संगठन इस बंद का समर्थन नहीं करता है. ऐसे में आज दिल्ली समेत देश के अन्य बाजार खुले रहे और रोजाना की तरह कामकाज चलता रहा. वर्तमान में जुलाई तक शादियों का सीजन चल रहा है जिससे व्यापार में गति भी हो रही है तथा व्यापार पटरी पर लौट रहा है. ऐसे में किसी भी तरह का बंद रहे बाजार बंद व्यापारियों के लिए लाभदायक नहीं है.
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उदयपुर घटना के विरोध मे कल जयपुर में बंद रहे बाजार बाजार बंद का आह्वान
बंद का आह्वान संयुक्त व्यापार महासंघ द्वारा किया गया था, जिसे विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और अन्य हिंदू समूहों का समर्थन प्राप्त है।
विहिप के नेता ने बताया कि ‘‘घटना के विरोध में बृहस्पतिवार को बाजार बंद रहेंगे।’’
उन्होंने बताया कि हिंदू संगठन जयपुर में रविवार को विशाल प्रदर्शन की भी योजना बना रहे है।
बलिप्रतिपदा पर शेयर बाजार बंद, फॉरेक्स और कमोडिटी मार्केट में भी नहीं होगा कारोबार
नई दिल्लीः दिवाली बलिप्रतिपदा या बलि पड़वा के दिन आज 26 अक्टूबर को स्टॉक मार्केट में कोई कारोबार नहीं होगा। बीएसई और एनएसई के साथ ही आज फॉरेक्स और कमोडिटी मार्केट में भी कोई कारोबार नहीं होगा। बता दें कि बलि प्रतिपदा के दिन असुर राजा बलि की पूजा होती है। उत्तर भारत में कार्तिक प्रतिपदा के दिन राजा बलि की पूजा करने का विधान है। बलि प्रतिपदा को बलि पूजा भी कहा जाता है, जो गोवर्धन पूजा के साथ आता है। गोवर्धन पूजा भगवान श्रीकृष्ण और गिरिराज जी को समर्पित है। बलि प्रतिपदा को भगवान विष्णु के वामन अवतार की राक्षस राज बलि पर विजय और बलि के धरती पर आने के जश्न के तौर पर मनाया जाता है।
बलि प्रतिपदा पर राजा बलि की पूजा का विधान है। राजा बलि को भगवान विष्णु से अमर होने का वरदान प्राप्त है। ऐसे में कहा जाता है कि इनकी पूजा करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है और हर कार्य सिद्ध होते हैं। इसी दिन से इस दिन से गुजराती नववर्ष की शुरुआत भी होती है।
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जिले में बंद रहे बाजार
शिमला ब्यूरो
Updated Sun, 02 May 2021 11:43 PM IST
धर्मशाला/ज्वालामुखी। पिछले कुछ समय से कोरोना संक्रमण के मामलों में हई भारी बढ़ोतरी के बाद लोग अब समझदारी दिखाने लगे हैं। सप्ताहांत पर लगने वाले लॉकडाउन का जिला कांगड़ा के लोग अब जिम्मेदारी के साथ पालन कर रहे हैं।
वहीं, प्रशासन के बाजार बंद के फैसले पर रविवार को जिला कांगड़ा के बाजार दिन भर बंद रहे। हालांकि लोगों को जरूरी सामान मिलने में कोई दिक्कत न हो, इसके लिए जरूरी सामान की दुकानें खुली रहीं। बाजार बंद के दौरान फल-सब्जी, दूध की दुकानें और मेडिकल स्टोर खुले रहे। हालांकि यहां भी सामान लेने कम ही ग्राहक पहुंचे।
किसी तरह की बंद रहे बाजार पाबंदी न होने के बावजूद कुछ दुकानदारों ने दूध-ब्रेड और सब्जी की दुकानें नहीं खोलीं। धर्मशाला में रविवार को पूरे शहर में सामान्य दिन की तुलना में करीब पांच से सात फीसदी लोग ही सड़कों पर नजर आए। वहीं, अकसर गाड़ियों की आवाजाही से व्यस्त रहने वाली कचहरी अड्डा की सड़क पर भी रोजाना की तुलना में करीब पांच फीसदी वाहन ही दिखे। बाजार बंद की व्यवस्था को प्रभावी बनाने के लिए दिन भर पुलिस की गाड़ियां शहर में घूमती रहीं।
शहर में ड्यूटी पर तैनात एक ट्रैफिक पुलिस कर्मी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि अधिकतर लोग जरूरी काम से ही लोग घरों से निकल रहे हैं। इक्का-दुक्का लोग ऐसे भी थे बंद रहे बाजार जो बेवजह भी घरों से निकले। उन्हें नियमों का पालन करने की हिदायत दी गई। वहीं, वीकेंड लॉकडाउन में रविवार को ज्वालामुखी बाजार बंद रहा। ज्वालामुखी, पालमपुर, देहरा, कांगड़ा, नूरपुर, नगरोटा बगवां के बाजारों में सन्नाटा छाया रहा। लोग सरकार के दिशा निर्देशों का ईमानदारी से पालन करते दिखे, ताकि क्षेत्र में कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके। जो लोग जरूरी काम के लिए घर से निकले, उन्होंने भी फेस कवर और सामाजिक दूरी के नियम का बखूबी पालन किया।