खाता क्या हैं?

2. होम लोन पर ओवरड्राफ्ट
बैंक होम लोन ग्राहकों को भी ओवरड्राफ्ट की सुविधा देते हैं। संपत्ति के कुल मूल्य का 50 से 60 प्रतिशत तक ओवरड्राफ्ट मिल सकता है। इसके लिए ग्राहक की लोन चुकाने की क्षमता और क्रेडिट हिस्ट्री का भी आंकलन किया जाता है।
डीमैट अकाउंट - अर्थ, प्रकार, लाभ, डीमैट खाता ऑनलाइन कैसे खोलें
डीमैट खाता एक ऐसा खाता है जो निवेशकों को इलेक्ट्रॉनिक रूप में शेयरों या प्रतिभूतियों को रखने की अनुमति देता है। खरीदे गए शेयरों को डीमैट खाते में जमा किया जाता है और इसी तरह बिक्री के समय, प्रतिभूतियों को खाते से डेबिट किया जाता है। इस खाते का उपयोग शेयरों, ईटीएफ, म्यूचुअल फंड, बॉन्ड, सरकारी बॉन्ड, आदि जैसे निवेश का एक विस्तृत विकल्प रखने के लिए किया जाता है।
इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडों का न्यायिक उपयोग करने के लिए 1996 में शेयरों के डीमैटरियलाइजेशन की प्रक्रिया शुरू की गई थी। खाता क्या हैं? डीमैटरियलाइज्ड या डीमैट खाता इलेक्ट्रॉनिक मोड में शेयरों को रखने में मदद करता है और लोगों को सुरक्षित तरीके से बिक्री के मामले में शेयरों को खरीदने और आय एकत्र करने में मदद करता है।
प्रत्यावर्तनीय डीमैट खाता एक प्रकार का डीमैट खाता है जो उन निवेशकों या व्यापारियों के लिए उपयुक्त है जो अनिवासी भारतीय (NRI) हैं। इस प्रकार का डीमैट खाता विदेशों में पूंजी स्थानांतरित करने की अनुमति देता है। हालांकि, गैर-निवासी एक्सटर्नल (NRE) बैक खाते की आवश्यकता है।
गैर-प्रत्यावर्तनीय डीमैट खाता एक प्रकार का डीमैट खाता है जो फिर से अनिवासी भारतीयों (NRI) के लिए उपयुक्त है, लेकिन विदेशों में धन का हस्तांतरण नहीं हो सकता है। इस प्रकार के डीमैट खाते के साथ संबद्ध होने के लिए एक अनिवासी आयुध (NRO) बैंक खाते की आवश्यकता होती है।
डीमैट खाते के कई लाभ हैं जो नीचे उल्लिखित हैं:
1. सुगमता
डीमैट खाते नेट बैंकिंग के माध्यम से निवेश और लेनदेन के स्टेटमेंट की आसान पहुंच प्रदान करते हैं। डीमैट खाते के माध्यम से लेनदेन और निवेश का विवरण आसानी से ट्रैक किया जा सकता है।
ऑनलाइन डीमैट खाता कैसे खोलें?
डीमैट खाता खोलना, एक बहुत ही सरल और परेशानी रहित प्रक्रिया है। खाता खोलने के चरण नीचे दिए गए हैं:
1. डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DP) सेलेक्ट करें।
2. आवश्यक विवरण के साथ खाता खोलने का फॉर्म भरें और इसके साथ आवश्यक दस्तावेज जमा करें। डीमैट खाता खोलने के लिए पैन कार्ड अनिवार्य है।
3. फॉर्म जमा करने के बाद, नियमों और विनियमों की प्रतिलिपि, समझौते की शर्तें, शुल्क जमाकर्ता प्रतिभागी द्वारा प्रदान किए जाएंगे।
4. इन-पर्सन सत्यापन भी अनिवार्य है और इसलिए, डीपी अधिकारी कर्मचारियों के एक सदस्य को खाता खोलने के रूप में प्रदान किए गए विवरण को सत्यापित करने के लिए व्यक्ति से खाता क्या हैं? संपर्क करना होगा।
5. सत्यापन के बाद, डीपी स्टाफ का सदस्य एक खाता संख्या या ग्राहक आईडी देगा। इन विवरणों को ऑनलाइन भी चेक किया जा सकता है।
6. डिमैट खाते के लिए एक वार्षिक रखरखाव शुल्क भी लिया जाता है जो खाता लेनदेन शुल्क को कवर करता है। ये शुल्क डीपी द्वारा निर्धारित संरचना के अनुसार लागू होते हैं।
खाता क्या हैं?
आपके नाम और फ़ोटो जैसी जो जानकारी आप Google सेवाओं में इस्तेमाल करती हैं, उसमें बदलाव करने के लिए अपने खाते में साइन इन करें. आप यह भी चुन सकती हैं कि Google सेवाओं पर दूसरों से बातचीत करते समय आपकी कौनसी निजी जानकारी दिखाई दे.
जानें क्या होती है बैंकों की ओवरड्राफ्ट सर्विस, ऐसे उठा सकते हैं लाभ
कोरोना संकट में पैसों की जरूरत पूरा करने के लिए बैंकों ने ओवरड्राफ्ट सुविधा शुरू की है। ओवरड्राफ्ट सुविधा वह सुविधा है जिसके तहत आप अपने बैंक खाता में पैसा न होने पर भी खाते से पैसा निकाल सकते हैं। लोन की तरह ओवरड्राफ्ट में भी बैंकों की ओर से ग्राहक के लिए एक निश्चित धनराशि एक निश्चित भुगतान अवधि के साथ लोन अमाउंट के रूप में मंजूर होती है। इसके लिए बस आपको ब्याज का भुगतान करना होगा।
कैसे करें आवेदन
इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए आपको बैंक में जाकर या ऑनलाइन आवेदन करना होगा। अधिकांश बैंक ओवरड्राफ्ट सुविधा के लिए ली जाने वाली कुल राशि का एक प्रतिशत प्रोसेसिंग शुल्क के रूप में लेते हैं। कुछ खास लोगों को बैंक यह सुविधा ऑटोमैटिक उपलब्ध कराती है, जबकि कुछ ग्राहकों को इसके लिए आवेदन करना होता है।
PPF खाताधारक की अचानक मौत पर बंद हो जाता है खाता, जानिए किसे मिलेगा पैसा?
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 23 नवंबर 2022,
- (अपडेटेड 24 नवंबर 2022, 12:07 AM IST)
पब्लिक प्रोविडेंट खाता क्या हैं? फंड (PPF) सरकार की छोटी सेविंग स्कीम है. इस स्कीम में निवेश करने वाले को गारंटीड रिटर्न मिलता है. PPF में निवेश करने वाले इनकम टैक्स एक्ट की धार 80C के तहत आयकर छूट के लिए क्लेम कर सकते हैं. एक फाइनेंसियल ईयर में खाता क्या हैं? 1.5 लाख रुपये तक की छूट मिल सकती है. PPF में आपकी निवेश की राशि सुरक्षित रहती है और साथ ही शानदार रिटर्न भी मिलता है. अधिकतर लोग जॉब के दौरान ही PPF अकाउंट खुलवा लेते हैं. लेकिन PPF के मैच्योर होने से पहले ही किसी अकाउंट होल्डर की मृत्यु हो जाती है, तो इस स्थिति में उसके निवेश किए हुए पैसे किसे मिलते हैं?
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किसे मिलता है पैसा?
अब मान लीजिए कि किसी ने PPF में निवेश की शुरुआत की. हर महीने वो इस स्कीम में निवेश के पैसे डाल रहा है. लेकिन जब स्कीम आठ साल की अवधि तक पहुंचती है, तो खाताधारक की किसी वजह से मृत्यु हो जाती है. ऐसी स्थिति में PPF खाते में जमा राशि उसके नॉमिनी को दे दी जाती है. इस कंडीशन में मैच्योरिटी पूरा होने के नियम नहीं लागू होते हैं. खाताधारक की मृत्यु के बाद पूरा पैसा नॉमिनी को सौंप दिया जाता है. इसके बाद खाता को क्लोज कर दिया जाता है.
कैसे होता है क्लेम सेटेलमेंट?
नियम के अनुसार, डेथ क्लेम का सेटेलमेंट कई आधार पर किया जा सकता है. अगर क्लेम की राशि पांच लाख रुपये तक है, तो सेटलमेंट नॉमिनेशन, कानूनी सबूत या बिना कानूनी प्रूफ के संबंधित अथॉरिटी के विवेक के आधार पर किया जा सकता है. लेकिन पांच लाख रुपये से अधिक की रकम के लिए कानूनी प्रूफ लगाने की जरूरत पड़ती है. अगर नॉमिनी के पास प्रूफ मौजूद खाता क्या हैं? नहीं है, तो इस स्थिति में कोर्ट से सक्सेशन सर्टिफिकेट प्रस्तुत करना होता है.
TAX बचाने के लिए NPS में लगा रहे हैं पैसे, टियर- I चुनें या टियर- II. जान लीजिए नियम
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 28 नवंबर 2022,
- (अपडेटेड 28 नवंबर 2022, 4:04 PM IST)
हर गुजरते साल के साथ पूरी दुनिया इंसानों की लाइफस्टाइल में बेहतरी का अनुभव कर रही है. लोगों की लाइफस्टाइल बुढ़ापे में भी बेहतर बनी रहे. इसके लिए उन्हें नौकरी के दौरान ही फाइनेंसियल प्लानिंग (Financial Planing) कर लेनी चाहिए. ताकी बुढ़ापे में उन्हें किसी पर आर्थिक रूप से निर्भर नहीं रहना पड़े. भारत में नौकरीपेश लोग 50 से 65 साल की उम्र के बीच रिटायर होते हैं. इसलिए जीवन की दूसरी पारी को सुरक्षित करने के लिए निवेश जरूरी है. इन दिनों सरकारी पेंशन स्कीम (NPS) में लोग खूब निवेश कर रहे हैं.
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NPS टियर II अकाउंट क्या है?
NPS टियर I अकाउंट खोलने के बाद ही आप टियर II अकाउंट खोल सकते हैं. टियर II अकाउंट खोलने के लिए आपको मिनिमम 1000 रुपये से निवेश की शुरुआत करनी होगी. NPS टिअर-II अकाउंट एक तरह से सेविंग अकाउंट (Saving Account) की तरह है. इसमें आप कभी भी अपने हिसाब से पैसे जमा करा सकते हैं और अपनी जरूरत के हिसाब से निकासी भी कर सकते हैं. आप चाहें तो एक ही बार में पूरी रकम भी निकाल सकते हैं. टियर II में आपको साल में पैसा जमा करने की बाध्यता नहीं होती है. वहीं, NPS टियर I में आपको साल में एक बार पैसा जमा करना जरूरी होता है.
टियर-I में नहीं निकाल सकते पूरा पैसा
NPS टियर-I को रिटायरमेंट के हिसाब से ही तैयार किया गया है. आप मिनिमम 500 रुपये के निवेश खाता क्या हैं? के साथ इसमें खाता खुलवा सकते हैं. रिटायरमेंट के बाद आप एक बार में 60 फीसदी तक रकम निकाल सकते हैं. बाकी 40 फीसदी रकम से एन्यूटीज (Annuties) खरीदनी होती है, जो आपको मासिक पेंशन के रूप में आपकी आय को सुनिश्चित करता है.