एक विदेशी मुद्रा ब्रोकर चुनना

रिटेल के अंदर

रिटेल के अंदर
प्रथम विश्व युद्ध में तेल की कमी से खुला अरामको का रास्ता, 87 साल में दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी
प्रथम विश्व युद्ध के समय पर तेल की कमी के बीच अमेरिकन कंपनी स्टैंडर्ड ऑयल ऑफ कैलिफोर्निया (सोकल) दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में तेल की तलाश में थी। इस क्रम में 1932 में वो बहरीन पहुंची। 29 मई 1933 में सऊदी अरब सरकार और सोकल की मदद से कैलिफोर्निया-अरबियन स्टैंडर्ड रिटेल के अंदर ऑयल कंपनी के रूप में सऊदी आरामको कंपनी अस्तित्व में आई। 1944 में कंपनी का नाम बदलकर अरबियन अमेरिकन ऑयल कंपनी (आरामको) कर दिया गया। 1976 आते-आते कंपनी पूरी तरह से सऊदी सरकार के नेतृत्व में आ गई। 1988 में कंपनी का नाम रिटेल के अंदर तीसरी बार बदलकर सऊदी अरबियन ऑयल कंपनी (सऊदी अारामको) हो गया। कंपनी का हेडऑफिस सऊदी अरब के दहरान शहर में है।

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50 लाख करोड़ के रिटेल मार्केट में ‘न्यू कॉमर्स’ के जरिए उतरेगी रिलायंस, अमेजन को टक्कर

मुकेश अंबानी ‘न्यू कॉमर्स’ नाम से ई-कॉमर्स रिटेल मार्केट में उतरेंगे। कंपनी इससे अमेजन समेत दूसरी बड़ी कंपनियों को टक्कर देगी। रिलायंस इंडस्ट्री देश में दुनिया का सबसे बड़ा ऑन लाइन टू ऑफ लाइन ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म लाने की योजना पर काम कर रही है। जिसे न्यू कॉमर्स के नाम से जाना जाएगा। इस हाई स्पीड डिजिटल और फिजिकल डिस्ट्रीब्यूशन प्लेटफॉर्म से देश के 3 करोड़ व्यापारियों और किराना स्टोर को जोड़ा जाएगा। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने सोमवार को कंपनी की 42वीं एजीएम में शेयरधारकों रिटेल के अंदर को यह जानकारी दी।

अंबानी ने कहा कि वर्तमान में देश का रिटेल बाजार 50 लाख करोड़ रुपए का है। इसका 90% असंगठित है। इतने बड़े बाजार में प्रवेश करना रिलायंस के लिए एक नया बिजनेस अवसर होगा। एमएसएमई को अपनी यूनिट में ऑटोमेशन से लेकर डेटा के इस्तेमाल, वीडियो कॉंफ्रेंसिंग जैसी चीजों के लिए महीने में 15 से 20 हजार रुपए खर्च करने पड़ते हैं। जियो उन्हें मात्र 1500 रुपए रिटेल के अंदर प्रतिमाह पर यह सुविधा देगी। इससे देशभर के 20-50 लाख छोटे उद्यमियों को फायदा होगा।

Zomato IPO: लोगों की दिलचस्पी, निवेश के लिए उमड़े लोग, खुलने के कुछ ही घंटों के अंदर रिटेल पोर्शन 100% बुक

जोमैटो के आईपीओ को रिटेल निवेशकों का शानदार रिस्पॉन्स मिल रहा है. आज 10 बजे Zomato का आईपीओ ओपन हुआ और घंटे भर के अंदर ही रिटेल निवेशक का पोर्शन 100 फीसदी यानी पूरी तरह से सब्सक्राइब हो गया.

निवेश Zomato के आईपीओ में आज से यानी 14 जुलाई से 16 जुलाई तक निवेश कर पाएंगे. जोमैटो के आईपीओ में फीसदी हिस्सा रिटेल के अंदर रिटेल निवेशक के लिए 10 आरक्षित है. जोमैटो के आईपीओ का प्राइस बैंड 72-76 रुपये है.

इस आईपीओ का लॉट साइज 195 शेयरों का है. यानी 195 शेयर और इसके मल्टीपल में शेयरों के लिए बोली लगा सकते हैं. खुदरा निवेशक अधिकतम अधिकतम 13 लॉट के लिए बोली लगा सकते हैं. निवेशकों को आईपीओ के अपर बैंड के मुताबिक एक लॉट के लिए न्यूनतम 14,820 रुपये का निवेश करना होगा.

भारत में रिटेल का भविष्य

ये आर्टिकल आपको इस बारे में बताता है कि दुनिया भर के व्यवसायों और अर्थव्यवस्थाओं में उभरते रुझानों के साथ रिटेल का भविष्य भारत में कैसा प्रतीत होता है। भारतीय खुदरा उद्यम को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सबसे तेजी से रिटेल के अंदर विकसित होने वाले उद्योगों में से एक माना जाता रिटेल के अंदर है। खुदरा क्षेत्र में विकास लगातार दुकानदारों के मनोरंजन रिटेल के अंदर को लगभग बढ़ा रहा है।

वैश्विक महामारी global pandemic ने लोगों को बहुत सारी चीज़ें सिखायी हैं, खुदरा उद्योग के कार्यक्षेत्र में डिजिटल परिवर्तन digital transformation ने नई ऊंचाई हासिल की है। मनुष्य ने उचित स्वास्थ्य की कीमत को महसूस किया है और स्वस्थ जीवन ने सभी के जीवन में पहली प्राथमिकता ली है। स्वस्थ जीवन को बनाए रखने के लिए अभाव का लाभ उठाते हुए, कई संगठन असाधारण सिद्धांतों और विचारों के साथ आए हैं जो इस उद्देश्य में मदद करते हैं। घरों में किराने का सामान लाने से लेकर प्रोटीन (कच्चे और संसाधित मांसाहारी चीज़ें) की डिलीवरी तक, इन दिनों इन्होंने अपने खरीदार तक सीधे घरेलू स्तर पर पहुंचने का एक तरीका देखा रिटेल के अंदर है।

एनसीएलटी जा सकते हैं रिलायंस रिटेल के शेयरधारक, जानिए पूरा मामला

एनसीएलटी जा सकते हैं रिलायंस रिटेल के शेयरधारक, जानिए पूरा मामला

  • रिलायंस इंडस्ट्रीज के पास रिलायंस रिटेल की 99.95 फीसदी हिस्सेदारी है.
  • आरआईएल अपने रिटेल कारोबार की वैल्यू 2.5 लाख करोड़ रुपये लगा रही है.
  • एक अन्य ब्रोकर ने रिलायंस रिटेल के प्रबंधन पर अंदर की जानकारी के रिटेल के अंदर बेजा इस्तेमाल का भी आरोप लगाया.

निवेशकों और डीलर्स में रिलांयस इंडस्ट्रीज के ऑफर के प्रति गुस्सा है. उनका तर्क है कि इस स्कीम के तहत उन्हें रिलांयस रिटेल के हर शेयर पर 640 से 650 रुपये तक का घाटा होगा. अल्पसंख्यक शेयरधारकों के लिए इस स्कीम का अनिवार्य होना आग में घी का काम कर रहा है.

रिटेल सेक्टर पर 'बंपर डिस्काउंट' की चोट, त्योहारी सीज़न में ई-कॉमर्स कंपनियों ने जमाया कब्जा

प्रतीकात्मक तस्वीर

  • नई दिल्ली,
  • 10 अक्टूबर 2021,
  • (अपडेटेड 10 अक्टूबर 2021, 6:51 PM IST)
  • रिटेल सेक्टर पर डिस्काउंट की चोट
  • ई-कॉमर्स कंपनियों के बिजनेस में उछाल
  • असंगठित क्षेत्र के व्यापारियों ने जताई चिंता

देश का रिटेल सेक्टर असंगठित भले हो लेकिन 43 करोड़ लोगों को रोजगार देने का काम करते हैं. कोरोना काल में रिटेल सेक्टर पर रिटेल के अंदर भारी मार पड़ी. अब रिटेल सेक्टर संभलने की रिटेल के अंदर कोशिश कर ही रहा था कि ई-कॉमर्स कंपनियों की ओर से दिए जाने वाले बंपर डिस्काउंट ने इनके लिए भारी समस्या पैदा कर दी है. अब इनके पास ग्राहक आने के लिए तैयार ही नहीं है.

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